![बातूनी होती हैं महिलाएं? बातूनी होती हैं महिलाएं?](https://cdn.magzter.com/1659017252/1702621304/articles/vTTVwPYqN1702631045335/1702631329609.jpg)
बातें करना एक कला है, जिससे बिगड़ी बात बन सकती है और कभी बनी हुई बात बिगड़ भी सकती है, इसलिए बातें हमेशा संयम के साथ करनी चाहिए। लेकिन हम अक्सर सुनते हैं कि महिलाएं बहुत बातूनी होती हैं। एक बार बोलना शुरू करती हैं तो बस... तो क्या वे बनी हुई बात बिगाड़ देती हैं? आज जबकि महिलाओं को वैसी नौकरियों में प्राथमिकता दी जा रही है, जिनमें लोगों के साथ व्यवहार कुशलता बनाने की जरूरत होती है, तो फिर इन दोनों बातों में इतना विरोधाभास क्यों है? एमबीए कर रहे विनीत अपनी एक महिला मित्र के बारे में हंसते हुए बताते हैं, "मेरी मित्र इतनी बातूनी है कि जब मैं उससे फोन पर बात करता हूं, तो फोन को खुला रखकर अपना काम निपटा लेता हूं और उसे अपनी बातों में कुछ मालूम ही नहीं चलता।"
आमतौर पर महिलाओं को बातूनी के खिताब से नवाजा जाता है। एक शोध में भी यह साबित हो चुका है, जिसके अनुसार, एक महिला एक दिन में औसत 20 हजार शब्द बोलती है, जबकि पुरुषों के लिए यह आंकड़ा 13 हजार शब्द प्रतिदिन है, लेकिन पिछले दिनों हुआ एक अन्य अध्ययन इससे अलग रोचक बात बताता है कि महिलाओं के मुकाबले पुरुष ज्यादा बातूनी होते हैं, लेकिन वे उतनी सफाई से अपनी बात कह नहीं पाते। पुरुष महिलाओं के मुकाबले ज्यादा बातें करते हैं। कई बार तो वे सिर्फ बात करने के लिए ही बात करते हैं, भले ही उसका कोई मतलब न हो। ऐसा वे इसलिए करते हैं, क्योंकि महिलाओं के मुकाबले वे अपनी बातों को बेहतर तरीके से प्रस्तुत नहीं कर पाते। ऐसा क्यों होता है, यह जानना दिलचस्प हो सकता है। कुछ शोध पुरुषों के ज्यादा बातूनी होने पर मुहर लगाते हैं, हालांकि कुछ प्रयोग ऐसे भी रहे, जो यह कहते हैं कि बातूनी होने या न होने का महिला या पुरुष होने से कोई संबंध ही नहीं है। अब अगर ऐसा है तो फिर महिलाओं को ज्यादा बातूनी मानने के पीछे सच क्या है? इस विषय पर शोधकर्ताओं ने अपने-अपने तरीकों से शोध किए, परंतु अभी तक किसी तरह के प्रामाणिक और सटीक नतीजे प्राप्त नहीं हुए हैं।
■ भाता है साथ-साथ काम
Bu hikaye Rupayan dergisinin December 15, 2023 sayısından alınmıştır.
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![ख्वाहिश ख्वाहिश](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/QEHtBU5Ba1739537797357/1739538445826.jpg)
ख्वाहिश
\"लोग और समाज की मैं परवाह नहीं हूं। कोई कुछ भी कहे, मुझे फर्क नहीं पड़ता है। मेरे लिए आपकी खुशी इन सबसे बढ़कर है। \"
![बहू नहीं मानती आपकी बात! बहू नहीं मानती आपकी बात!](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/8PzqNn6xx1739536361169/1739538442093.jpg)
बहू नहीं मानती आपकी बात!
सास-बहू का रिश्ता खट्टी-मीठी नोक-झोंक से भरा होता है। इसमें कई बार प्यार - समझदारी तो कई दफा तनाव भी होता बिगड़ती है, जब बहू सास की बात को अनसुना कर मनमानी करने लगती है। ऐसे में आप क्या करती हैं?
![चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/VXMFrixzJ1739537190758/1739538444257.jpg)
चेहरे बोलेंगे उम्र तो कोई खास नहीं
एंटी-एजिंग यानी बढ़ती उम्र में महिलाओं को अक्सर त्वचा के पड़ने और झुर्रियों की शिकायत होती है। ऐसे में 'फेस योग' एंटी-एजिंग के लिए एक चमत्कार की तरह है।
![आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/FutOwdwas1739537450506/1739538444858.jpg)
आप घर की दीवारों से प्यार करने लगेंगी
दीवारें खाली हों तो सूना-सा लगता है। सजा लें तो अपना-सा लगता है। लेकिन सजाने से पहले एक योजना जरूर बना लें।
![होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/nkIqdCHwC1739537604872/1739538451336.jpg)
होते नहीं, पर लगते हैं गुलाब
गुलाबों के बीच बैठकर चाय की चुस्कियां लेना बहुत खूबसूरत अहसास कराता है। लेकिन अगर गुलाब नहीं उग पा रहे हैं तो बगीचे को गुलाब जैसे दिखने वाले फूलों से महका दें।
![स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास' स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास'](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/S5GmpW9H01739536087478/1739538441339.jpg)
स्कर्ट स्टाइल में कुछ 'खास'
क्या आप भी रोजाना कुर्ती, जींस और टॉप पहनते-पहनते बोर हो गई हैं? अगर हां तो आप अपने बोरिंग लुक में स्कर्ट्स के स्टाइल को जोड़ सकती हैं।
![आपका किचन स्लैब कितना साफ आपका किचन स्लैब कितना साफ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1994124/rj70CeIat1739537002553/1739538442852.jpg)
आपका किचन स्लैब कितना साफ
भूख लगने पर बच्चे किचन स्लैब पर रखी कोई भी चीज उठाकर खा लेते हैं, लेकिन यह उनकी सेहत के लिए सही नहीं है? आप अपने किचन स्लैब पर क्या-क्या रखती हैं?
![त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1986589/oDcB3hfZr1738904638921/1738904742761.jpg)
त्वचा को दें पोषण भरा स्पर्श
खूबसूरती को लंबे समय तक बरकरार रखने के लिए त्वचा को स्वस्थ और पोषित करना बेहद जरूरी है और त्वचा पोषित कुछ जरूरी विटामिन से।
![जिंदगी की नई शुरुआत जिंदगी की नई शुरुआत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1986589/axRt-bxgW1738904894890/1738904959370.jpg)
जिंदगी की नई शुरुआत
ज्योति पार्क की एक बेंच पर बैठी अपने बीते कल के बारे में सोच रही थी, \"मैंने यह फैसला पहले क्यों नहीं लिया? उसके लिए मैंने क्या नहीं किया? सब कुछ तो किया। अपना सब कुछ खो दिया मैंने उसके लिए ! और उसने? उसने मुझे धोखा दिया, मेरी मासूमियत का फायदा उठाया। काश, मैं उसकी बातों में न आती ! काश, मैंने पापा की बात मान ली होती। मैंने इतनी देर क्यों की? मैंने अपने मां-बाप को भी कितना दुख दिया।\"
![क्या दांत होने लगे खराब? क्या दांत होने लगे खराब?](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/27294/1986589/xMdDFLtFR1738904330586/1738904454348.jpg)
क्या दांत होने लगे खराब?
सुंदर, सफेद और स्वस्थ दांत न केवल आकर्षक मुस्कान देते हैं, बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं। लेकिन इनकी देखभाल के लिए आप क्या करती हैं?