दिल बहलता है उसका सिर्फ एक खिलौने से!
Rupayan|September 20, 2024
हर बच्चे को कोई खास खिलौना बहुत पसंद होता है। जब वह उस खिलौने से जुड़ जाता है तो वह खिलौना उसके लिए सिर्फ खेल का साधन भर नहीं रहता, बल्कि भावनात्मक सहारा बन जाता है।
रूपाश्री शर्मा
दिल बहलता है उसका सिर्फ एक खिलौने से!

एक अभिभावक के रूप में आपने संभवतः अपने बच्चे को किसी विशेष खिलौने को हमेशा खुद से चिपकाए देखा होगा, जिसे वह कभी नहीं छोड़ता । वह खिलौना नहाते, खाते, खेलते और यहां। तक कि सति समय भी उसके साथ होता है। यह बंधन बच्चे के सामाजिक और भावनात्मक विकास के लिए महत्वपूर्ण है। मगर आपको इस लगाव के नकारात्मक और सकारात्मक, दोनों ही पहलुओं को समझना होगा।

■ शांति देता है : आपने देखा होगा कि जब बच्चे तीव्र भावनाओं से अभिभूत होते हैं तो अपना पसंदीदा खिलौना पाकर प्रायः नियंत्रित अवस्था में आ जाते हैं। उनका यह पसंदीदा खिलौना उन्हें मानसिक शांति देता है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। साथ ही उनका यह प्यारा खिलौना उन्हें मानसिक आघात से निपटने और भय जैसी भावनाओं पर काबू पाने में मदद करता है।

Bu hikaye Rupayan dergisinin September 20, 2024 sayısından alınmıştır.

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