... तो ऐसे बढ़ता है स्वाद
Rupayan|November 29, 2024
धैर्य के साथ किचन में आएं। धीमी आंच रखें। रेसिपी की सही जानकारी रखें और सामग्री की मात्रा का ध्यान रखें। स्वाद तभी आएगा।
वसुंधरा वाथम
... तो ऐसे बढ़ता है स्वाद

खाना पकाना एक कला है। जिसने इस कला को जान लिया, वह पाक कला में माहिर हो गया। मगर जब भी आप रेसिपी बुक खोलती हैं, आपको विभिन्न प्रांतों, देशों और संस्कृतियों की ढेर सारी रेसिपी देखने को मिलती हैं। आप किसी एक रेसिपी को पढ़ती हैं, किचन में जाती हैं और लग जाती हैं। उसे बनाने में। लेकिन जब वह तैयार हो जाती है तो उसमें वह स्वाद नहीं आता, जो आपने कभी चखा था। असल में, हर राज्य, क्षेत्र और समुदाय का खाना बनाने का अपना अलग तरीका होता है। ऐसे में एक ही पकवान की विधि में कुछ अंतर भी हो सकता है। हर राज्य में अलग-अलग पकवान भी होते हैं, जो विशेष अवसरों पर बनाए जाते हैं। ऐसे में उनके खाने का स्वाद, सामग्री और विधियां एक-दूसरे से पूरी तरह अलग होती हैं।

आज के समय में वैश्वीकरण और डिजिटलीकरण की वजह से आप किसी भी देश के पकवान को घर पर आराम से बना सकती हैं, जिसके लिए इंटरनेट पर सैकड़ों रेसिपी वीडियो, ब्लॉग और वेबसाइट्स मौजूद हैं। ये आपको दुनिया भर की खाद्य संस्कृतियों के बारे में जानने और उनका आनंद लेने का अवसर देती हैं। लेकिन कमी है तो समय की। किसी के पास आज इतना भी समय नहीं है। कि वह तसल्ली से खाना बना पाए। ऐसे में खान-पान की पौष्टिकता में बदलाव लाना काफी महत्वपूर्ण हो गया है। दूसरा पक्ष यह भी है कि आज की महिलाएं कामकाजी होने की वजह से पौष्टिकता पर धयान नहीं दे पातीं, जिसका परिवार के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर पड़ता है। इसलिए आपको खाना बनाने की जानकारी होना बेहद जरूरी है, क्योंकि खाना बनाने के कुछ महत्वपूर्ण स्टेप्स होते हैं, जिनको सही तरीके से फॉलो न करना भोजन के स्वाद के साथ-साथ सेहत पर भी असर डाल सकता है। खाना बनाने की प्रक्रिया के ये छोटे-छोटे कदम सुनिश्चित करते हैं कि भोजन न केवल स्वादिष्ट बने, बल्कि पोषक तत्वों से भरपूर भी हो। दरअसल, भोजन एक दवा है। और इसे बनाते समय सही स्टेप्स को फॉलो न करने से आपके आहार और स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता है।

■ ताजी सामग्री का चयन

Bu hikaye Rupayan dergisinin November 29, 2024 sayısından alınmıştır.

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