द मीशा अग्रवाल शी
मीशा अग्रवाल, दिल्ली, 369K
मैं उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में पली-बढ़ी हूं। हाल ही में अपनी बहनों के पास दिल्ली शिफ्ट हुई। साल 2017 से मैं कंटेंट बना रही हूं। अपनी लॉ की पढ़ाई पूरी की लेकिन मुझे हमेशा से कंटेंट क्रिएटर बनना था। मेरी फैमिली बहुत सपोर्टिव है। मेरी दोनों बहनों ने एमबीए किया है। मेरे पैशन को मेरी मां ने हमेशा सपोर्ट किया।
आपका कंटेंट यूथ में बहुत पॉपुलर है, आपने ये सफर कैसे तय किया?
मुझे 16 की उम्र से ही अपना एक शो करने का मन था। पढ़ाई के साथ मैं कोशिश करती थी कि अपना कुछ लिखूं और वीडियो बनाऊं। हालांकि इसे इतना पसंद किया जाएगा, यह मुझे नहीं पता था। दोस्तों ने मुझे बहुत सपोर्ट किया। उन्हें मेरा लिखा अच्छा लगता था। मेरी मां ने मुझे यूट्यूब से इंट्रोड्यूस करवाया था। मुझे नहीं पता था कि मैं इसे फुल टाइम कैरिअर बना सकती हूं।
आपका कंटेंट बहुत रिलेटेबल है। अपने कंटेंट के लिए आप प्रेरणा कहां से लाती हैं और कितना मुश्किल है कॉमेडी पीस लिखना?
मेरे कंटेंट के लिए इंस्पिरेशन तो घर से ही मिलती है। मेरे घर पर सभी मुझे ट्रोल करते रहते हैं। मेरे कंटेंट में सभी जोक्स रीअल होते हैं इसलिए रिलेटेबल लगते हैं। अपने अनुभवों को लिखना जितना आसान लगता है, उतना होता नहीं। एक छोटे से वीडियो के लिए भी स्क्रिप्ट लिखना आसान नहीं होता और इसमें कई बार पूरा-पूरा दिन लग जाता है। मैं अकेले ही काम करती हूं। मेरी कोई टीम नहीं है। लिखना, शूट करना और एडिटिंग... यह सब करने में मेहनत और वक्त लगता है।
पहले इन्फ्लुएंसर्स को और इस शब्द को भी हलके में लिया जाता था। अभी भी कई घरों में इसे कैरिअर के रूप में नहीं देखा जाता है। क्या इसमें कोई बदलाव आया है?
Bu hikaye Vanitha Hindi dergisinin March 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Vanitha Hindi dergisinin March 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
चिल्ड्रंस डे कुछ सवाल
अगर आज हम अपने बच्चों को बेहतर वर्तमान देने की हैसियत रखते हैं तो कल | हम देश के बेहतर भविष्य की गारंटी दे सकते हैं। चिल्ड्रंस डे पर दो अहम मुद्दे, जिन पर ध्यान देना जरूरी है। ये दोनों बातें बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और इन्हें समझने की जरूरत है।
मैरिज रजिस्ट्रेशन क्यों है जरूरी
अपनी शादी को कानूनी रूप से रजिस्टर कराने के कई फायदे हैं। मैरिज रजिस्ट्रेशन से संबंधित जरूरी बातें-
प्लस साइज दुलहन मेकअप व फैशन टिप्स
हर ब्राइड अपने बिग डे पर सबसे सुंदर दिखना चाहती है, फिर चाहे वह प्लस साइज ब्राइड ही क्यों ना हो ! कैसे दिखे कर्वी ब्राइड परफेक्ट और सबसे अलग ?
जब शादी में पहनें मां की वेडिंग ड्रेस
मां का लहंगा या दादी का पेंडेंट, शादी में कैसे पहनें, जानिए-
क्या है ऑफिस पीकॉकिंग
पीकॉकिंग एक सोशल बिहेवियर है, जिसका मतलब है दूसरों को इंप्रेस करने के लिए खुद को बदलना।
स्किन के लिए मैजिक टेप
बॉडी पर होने वाले हाइपोट्रॉपिक निशानों या केलॉइड्स को कम कर सकता है स्कार टेप।
दूल्हा सजेगा नहीं तो जंचेगा कैसे
बिग फैट इंडियन वेडिंग में जितनी दुलहन की ज्वेलरी जरूरी है, उतना ही महत्व है दूल्हे की ज्वेलरी व एक्सेसरीज का । ट्रेडिशनल से मॉडर्न जमाने तक के बदलावों पर एक नजर-
विंटर स्किन केअर
सरदियों में अपनी स्किन को दें थोड़ा ज्यादा दुलार, ताकि यह बनी रहे सॉफ्ट व हेल्दी।
सही बैंक्वेट कैसे चुनें
शादी की तैयारियों में बैंक्वेट हॉल बुक करने से पहले जरूरी है सही सवाल पूछना।
शादी में बचत
वेडिंग इंडस्ट्री इस साल आने वाले 2 महीनों में 35 लाख शादियों के साथ 4.25 लाख करोड़ रुपए के खर्च की तरफ बढ़ रही है।