धान की खेती : समस्याएं और समाधान
Farm and Food|June Second 2023
धान खरीफ की मुख्य फसल है. अगर कुछ बातों का शुरू से ही ध्यान रखा जाए, तो धान की फसल ज्यादा मुनाफा देगी. कुछ किसान धान की पौध तैयार करने में लगे हैं, तो कुछ धान की रोपाई कर चुके हैं. लेकिन समस्याएं सभी के सामने आती हैं. ऐसी ही अनेक समस्याओं को ले कर प्रो. रवि प्रकाश मौर्य से बात की गई, जो धान की खेती करने वाले किसानों के लिए मददगार साबित होगी.
भानु प्रकाश राणा
धान की खेती : समस्याएं और समाधान

धान की पौधशाला (नर्सरी) कैसे तैयार करनी चाहिए? 

धान की खेती की शुरुआत नर्सरी से होती है, इसलिए बीजों का अच्छा होना जरूरी है. कई बार किसान महंगा बीजखाद तो लगाते हैं, लेकिन सही उपज नहीं मिल पाती है, इसलिए बोआई से पहले बीज व खेत का उपचार कर लेना चाहिए. बीज महंगा होना जरूरी नहीं है, बल्कि विश्वसनीय और आप के क्षेत्र की जलवायु और मिट्टी के मुताबिक होना चाहिए.

इलाके की जगह के हिसाब से ही धान की किस्में विकसित की जाती हैं, इसलिए किसानों को अपने जनपद/क्षेत्र के हिसाब से विकसित किस्मों की ही खेती करनी चाहिए.

मई माह की शुरुआत से किसानों को खेत की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए, ताकि मानसून आते ही धान की रोपाई कर दें. किसानों को बीज शोधन के प्रति जागरूक होना चाहिए. बीज शोधन कर के धान को कई तरह के रोगों से बचाया जा सकता है.

धान की नर्सरी का सही समय क्या है?

मई के अंतिम सप्ताह में धान की नर्सरी डाल देनी चाहिए. यदि किसी कारणवश ऐसा न हो, तो जून के पहले पखवारे तक नर्सरी अवश्य डाल दें. सुगंधित किस्मों की नर्सरी जून के तीसरे सप्ताह में डालनी चाहिए.

धान की किस्म का चुनाव कैसे करना चाहिए?

Bu hikaye Farm and Food dergisinin June Second 2023 sayısından alınmıştır.

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कचरे के पहाड़ों पर खेती कमाई की तकनीक
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कचरे के पहाड़ों पर खेती कमाई की तकनीक

वर्तमान में कचरा एक गंभीर वैश्विक समस्या बन कर उभरा है. भारत की बात करें, तो साल 2023 में पर्यावरण की स्थिति पर जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक, देश में प्रतिदिन तकरीबन डेढ़ करोड़ टन ठोस कचरा पैदा हो रहा है, जिस में से केवल एकतिहाई से भी कम कचरे का ठीक से निष्पादन हो पाता है. बचे कचरे को खुली जगहों पर ढेर लगाते हैं, जिसे कचरे की लैंडफिलिंग कहते हैं.

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December 2024
सर्दी की फसल शलजम
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सर्दी की फसल शलजम

कम समय में तैयार होने वाली फसल शलजम है. इसे खास देखभाल की जरूरत नहीं होती है और किसान को क मुनाफा भी ज्यादा मिलता है. शलजम जड़ वाली हरी फसल है. इसे ठंडे मौसम में हरी सब्जी के रूप उगाया व इस्तेमाल किया जाता है. शलजम का बड़ा साइज होने पर इस का अचार भी बनाया जाता है.

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December 2024
राममूर्ति मिश्र : वकालत का पेशा छोड़ जैविक खेती से तरक्की करता किसान
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राममूर्ति मिश्र : वकालत का पेशा छोड़ जैविक खेती से तरक्की करता किसान

हाल के सालों में किसानों ने अंधाधुंध रासायनिक खादों और कीटनाशकों का प्रयोग कर धरती का खूब दोहन किया है. जमीन से अत्यधिक उत्पादन लेने की होड़ के चलते खेतों की उत्पादन कूवत लगातार घट रही है, क्योंकि रसायनों के अंधाधुंध प्रयोग के चलते मिट्टी में कार्बांश की मात्र बेहद कम हो गई है, वहीं सेहत के नजरिए से भी रासायनिक उर्वरकों से पैदा किए जाने वाले अनाज और फलसब्जियां नुकसानदेह साबित हो रहे हैं.

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December 2024
करें पपीते की वैज्ञानिक खेती
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करें पपीते की वैज्ञानिक खेती

पपीता एक महत्त्वपूर्ण फल है. हमारे देश में इस का उत्पादन पूरे साल किया जा सकता है. पपीते की खेती के लिए मुख्य रूप से जाना जाने वाला प्रदेश झारखंड है. यहां उचित जलवायु मिलने के कारण पपीते की अनेक किस्में तैयार की गई हैं.

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December 2024
दिसंबर महीने के जरुरी काम
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दिसंबर महीने के जरुरी काम

आमतौर पर किसान नवंबर महीने में ही गेहूं की बोआई का काम खत्म कर देते हैं, मगर किसी वजह से गेहूं की बोआई न हो पाई हो, तो उसे दिसंबर महीने के दूसरे हफ्ते तक जरूर निबटा दें.

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December 2024
चने की खेती और उपज बढाने के तरीके
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चने की खेती और उपज बढाने के तरीके

भारत में बड़े पैमाने पर चने की खेती होती है. चना दलहनी फसल है. यह फसल प्रोटीन, फाइबर और विभिन्न विटामिनों के साथसाथ मिनरलों का स्त्रोत होती है, जो इसे एक पौष्टिक आहार बनाती है.

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December 2024
रोटावेटर से जुताई
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आजकल खेती में नएनए यंत्र आ रहे हैं. रोटावेटर ट्रैक्टर से चलने वाला जुताई का एक खास यंत्र है, जो दूसरे यंत्रों की 4-5 जुताई के बराबर अपनी एक ही जुताई से खेत को भुरभरा बना कर खेती योग्य बना देता है.

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December 2024
आलू खुदाई करने वाला खालसा पोटैटो डिगर
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आलू खुदाई करने वाला खालसा पोटैटो डिगर

खालसा डिगर आवश्यक जनशक्ति और समय बचाता है. इस डिगर को जड़ वाली फसलों की खुदाई के लिए डिजाइन किया गया है. इस का गियर बौक्स में गुणवत्तापूर्ण पुरजों का इस्तेमाल किया गया है, जो लंबे समय तक साथ देने का वादा करते हैं.

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December 2024
कृषि एवं कौशल विकास से ही आत्मनिर्भर भारत बन सकेगा
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कृषि एवं कौशल विकास से ही आत्मनिर्भर भारत बन सकेगा

बातचीत : गौतम टेंटवाल, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री, मध्य प्रदेश

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December 2024
गेहूं में खरपतवार नियंत्रण के प्रभावी उपाय
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गेहूं में खरपतवार नियंत्रण के प्रभावी उपाय

खरपतवार ऐसे पौधों को कहते हैं, जो बिना बोआई के ही खेतों में उग आते हैं और बोई गई फसलों को कई तरह से नुकसान पहुंचाते हैं. मुख्यतः खरपतवार फसलीय पौधों से पोषक तत्त्व, नमी, स्थान यानी जगह और रोशनी के लिए होड़ करते हैं. इस से फसल के उत्पादन में कमी होती है.

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December 2024