इसके अनेक कारण हो सकते हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से ठीक नहीं माना जाता। ऐसे दुबले-पतले लोगों को अपने आहार-विहार में परिवर्तन करना चाहिए तथा उचित योगासन या व्यायाम करना चाहिए। निम्नलिखित निर्देशों का पालन करके दुबले-पतले व्यक्ति भी हृष्ट पुष्ट बन सकते है।
• प्रोटीन्स की कमी से शरीर की पेशियां कमजोर बनी रहती हैं अर्थात् शरीर पर मांस नहीं चढ़ता, इसलिए भोजन में दूध, दही, मांस, मछली और अंडा जरूर शामिल करना चाहिए। यदि आप दोनों समय दाल-रोटी या दाल-चावल खाते हैं और दिन में तीन-चार प्याली चाय पीते हैं, तो यह हानिकारक होगा। आप हृष्ट-पुष्ट बन पाएंगे।
• यदि आप मांस, मछली या अंडा नहीं खा सकते तो सोयाबीन को अपने आहार में शामिल करें। इसमें किसी भी अनाज, दाल और फलियों से अधिक प्रोटीन्स होते हैं।
• रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने से भोजन का पाचन अच्छी तरह होता है तथा पेट साफ हो जाता है। इससे शरीर में कोई रोग नहीं होता और शरीर हृष्ट पुष्ट बनता है।
• प्रतिदिन प्रातः काल भ्रमण करें अथवा कोई उचित व्यायाम या योगासन करें। इससे भी शरीर हृष्ट पुष्ट बनता है।
Bu hikaye Sadhana Path dergisinin February 2023 sayısından alınmıştır.
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