मनुष्य के शरीर की रचना जब गर्भ में हो रही होती है तभी उसके शरीर के अंग में तिलों का निर्माण भी होता है। कुछ तिल जन्म के साथ शरीर में होते हैं, कुछ जन्म के बाद एक निश्चित आयु होने पर शरीर पर आते हैं। आपने ऐसे भी लोग देंखे होंगे जिनके शरीर पर बहुत सारे तिल होते हैं विशेषत: चेहरे पर अत्यधिक तिल नजर आते हैं।
तिल काले रंग के होते हैं, कुछ तिल शरीर में हल्का सा लाल रंग लिए भी होते हैं। स्त्रियों के शरीर के बाएं अंगों पर पाए जाने वाले तिल शुभ होते हैं तो पुरुषों के शरीर के दाएं अंग पर तिल शुभ संकेत देते हैं-
• माथे के बाई तरफ तिल हो तो जीवन कष्टपूर्ण बना रहता है। जीवन में कोई न कोई परेशानी लगी रहती है। इसके विपरीत दाईं ओर हो तो सुख की प्राप्ति होती है, सौभाग्य और धन में वृद्धि होती है।
• तिल अगर भौहों के बीच में हो, तो व्यक्ति का वैवाहिक जीवन सुखमय होता है।
• ठुड्डी पर तिल हो तो ऐसे जातक को जीवन भर प्रेम और स्नेह में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ठुड्डी के बीच से हटकर, अगर तिल हो तो ऐसे जातक धनी होते हैं।
• दाईं आंख पर तिल हो तो ऐसे जातकों को प्रेम प्राप्त होता है।
• बाई आंख पर तिल हो तो ऐसे जातक अभिमानी होते हैं और अपना कार्य बनवाने के लिए कुटिल योजनाएं भी बनाते हैं।
• आखों की पलकों के पास तिल हो तो ऐसा जातक प्राय: दुखी रहता है।
• कनपटी पर तिल हो तो व्यक्ति घूमनेफिरने वाला होता है और साथ में अगर कुण्डली के अन्दर चन्द्र और शनि की दृष्टि अथवा युति हो तो व्यक्ति सभी भावनाओं का त्याग कर संन्यास धारण कर लेता है।
• अगर ऊपर वाले होंठ पर तिल हो तो व्यक्ति सम्मानित होता है, समाज में उसका मान-सम्मान होता है।
• नीचे के होंठ पर तिल हो तो व्यक्ति कंजूस प्रवृत्ति का होता है।
• नीचे के होंठ पर तिल हो तो ऐसी स्त्रियों के चाहने वालों की कमी नहीं होती, लोग इनके दीवाने होते हैं, ऐसी स्त्रियों को भोग विलास की प्रचुर सामग्री मिलती है।
Bu hikaye Sadhana Path dergisinin March 2023 sayısından alınmıştır.
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तुलसी से दूर करें वास्तुदोष
हिन्दू धर्म में तुलसी का पौधा हर घर-आंगन की शोभा है। तुलसी सिर्फ हमारे घर की शोभा ही नहीं बल्कि शुभ फलदायी भी है। कैसे, जानें इस लेख से।
क्यों हुआ तुलसी का विवाह?
कार्तिक शुक्ल एकादशी को तुलसी पूजन का उत्सव वैसे तो पूरे भारत में मनाया जाता है, किंतु उत्तर भारत में इसका कुछ ज्यादा ही महत्त्व है। नवमी, दशमी व एकादशी को व्रत एवं पूजन कर अगले दिन तुलसी का पौधा किसी ब्राह्मण को देना बड़ा ही शुभ माना जाता है।
बड़ी अनोखी है कार्तिक स्नान की महिमा
हिन्दू धर्म में पूर्णिमा का महत्त्वपूर्ण स्थान है। बारह पूर्णिमाओं में कार्तिक पूर्णिमा का महत्त्व सर्वाधिक है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
सिर्फ एक ही ईश्वर है और उसका नाम हैं सत्यः नानक
सिरवों के प्रथम गुरु थे नानक | अंधविश्वास एवं आडंबरों के विरोधी गुरुनानक का प्रकाश उत्सव अर्थात् उनका जन्मदिन कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है। गुरु नानक का मानना था कि ईश्वर कण-कण में व्याप्त है। संपूर्ण विश्व उन्हें सांप्रदायिक एकता, शांति एवं सद्भाव के लिए स्मरण करता है।
सूर्योपासना एवं श्रद्धा के चार दिन
भगवान सूर्य को समर्पित है आस्था का महापर्व छठ । ऐसी मान्यता है कि इस पर्व को करने से सूर्य देवता मनोकामना पूर्ण करते हैं। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी को यह पर्व मनाया जाता है, जिस कारण इस पर्व का नाम छठ पड़ा। जानें इस लेख से छठ पर्व की महत्ता।
एक समाज, एक निष्ठा एवं श्रद्धा की छटा का पर्व 'छठ'
छठ की दिनोंदिन बढ़ती आस्था और लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि कुछ तो विशेष है इस पर्व में जो सबको अपनी ओर खींच लेता है। पूजा के दौरान अपने लोकगीतों को गाते हुए, जमीन से जुड़ी परम्पराओं को निभाते हुए हर वर्ग भेद मिट जाता है। सबका एक साथ आकर बिना किसी भेदभाव के ईश्वर का ध्यान करना... यही तो भारतीय संस्कृति है, और इसीलिए छठ है भारतीय संस्कृति का प्रतीक।
जानें किड्स की वर्चुअल दुनिया
सोशल नेटवर्किंग साइट्स के जाल में सिर्फ बड़े ही नहीं बच्चे भी फंसते जा रहे हैं, जिसका परिणाम यह है कि बच्चे धीरे-धीरे वर्चुअल दुनिया में ज़्यादा व्यस्त रहने की वजह से वास्तविक दुनिया से दूर होते जा रहे हैं।
सेहत के साथ लें स्वाद का लुत्फ
अच्छे खाने का शौकीन भला कौन नहीं होता है। खाना अगर स्वाद के साथ सेहतमंद भी हो तो बात ही क्या है। सवाल ये उठता है कि अपनी पसंदीदा खाद्य सामग्रियों का सेवन करके फिट कैसे रहा जाए?
लंबी सीटिंग से सेहत को खतरा
लगातार बैठना आज वजह बन रहा कई स्वास्थ्य समस्याओं की। इन्हें नज़र अंदाज करना खतरनाक हो सकता है। जानिए कुछ ऐसे ही परिणामों के बारे में-
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हमारे पास पैसे नहीं और ललक है लखपति बनने की, ऐसी चाह वाले व्यक्ति को हरदम लगेगा कि कैसे हम बनेंगे पैसे वाले। किंतु यकीन मानिए कि आप निश्चित रूप से लखपति बन सकते हैं केवल योगा का प्रशिक्षण लेकर और योगा सिखाने से ही।