आपके हाथों में तो जादू है! एक ऐसा स्वाद, जो भुलाए नहीं भूलता। पर, हम जानते हैं कि वह स्वाद तेल-मसालों के ज्यादा इस्तेमाल से नहीं आता। वह स्वाद आता है, किसी खास सामग्री के इस्तेमाल से। इस कॉलम में बातें होंगी, ऐसी ही सामग्री और उसके इस्तेमाल के बारे में...
राई के बारे में लिखते हुए मुझे अपने बचपन की एक घटना याद आ रही | है। स्कूल में मुहावरे पढ़ाए जा रहे थे। उसमें से एक था 'राई का पहाड़ बनाना।' इसका अर्थ भी समझाया गया। पर, मुझे लगा कि राई क्या होती है और क्या हम इसे खाते भी हैं। मां ने मुझे बताया और दिखाया भी की राई एक मसाला है। जिसका प्रयोग हम कई तरीके से करते हैं। सर्दी के दिन थे। उस समय हमारे यहां उत्तर प्रदेश में अधिकांश घरों में कांजी वाली मूली, गाजर और शलजम का अचार बनाया जाता था। राई को साफ करके, धोकर धूप में सुखाकर डिब्बे में बंद कर दिया जाता था। जरूरत पड़ने पर सिलबट्टे पर पीसकर अचार डाल दिया जाता था। विशेष रूप से पानी वाले कांजी के अचार की बात ही क्या थी ! उपरोक्त बात मैंने इसलिए बताई क्योंकि आज भी लोग रसोई में रखे बेसिक मसाले तो पहचान लेते हैं, पर राई और सरसों में पहचान नहीं कर पाते हैं। एक ही आकार के पर अलग-अलग रंगों वाले बीज का इस्तेमाल तो मूल रूप से तड़का लगाने के लिए होता है। पर, इन दोनों के बीच का अंतर अधिकांश लोगों को नहीं मालूम होता।
Bu hikaye Anokhi dergisinin June 29, 2024 sayısından alınmıştır.
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लौंग दा लश्कारा
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पल-पल क्यों बदलता है मूड?
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निवेश कीजिए सशक्त बनिए
महिलाएं कमाई करने में पीछे नहीं हैं। लेकिन जब बात निवेश की हो तो उनके कदम थोड़े लड़खड़ाने लगते हैं। हालांकि यह तस्वीर भी बदलती नजर आ रही है। इसमें आपकी भागीदारी इस बदलाव को गति दे सकती है। अपनी निवेश यात्रा की शुरुआत कैसे शुरू करें, बता रहे हैं वित्तीय सलाहकार पुनीत जैन
रिश्ते की गांठों को सुलझाने की कीजिए कोशिश
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चलो लुटाएं पर्स पर प्यार
अपने पर्स या हैंड बैग के बिना आप घर से बाहर नहीं निकलतीं। पर, क्या पर्स की देखभाल पर थोडी-सी भी मेहनत करती हैं? कैसे करें पर्स की सही देखभाल ताकि वो दें सालों तक साथ, बता रही हैं शाश्वती
गाजर के गुण गाती रहेंगी आप
गाजर यों तो आंखों की सेहत का रखवाला माना जाता है। पर, इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व बालों के लिए भी रामबाण साबित हो सकते हैं। बालों की सेहत सुधारने के लिए गाजर का कैसे करें इस्तेमाल, बता रही हैं श्रुति
प्यार से बढ़ेगा सुरक्षा का भाव
माता-पिता बच्चों के लिए जो सबसे ज्यादा जरूरी काम कर सकते हैं, वह है उन्हें सुरक्षित महसूस कराना। सुरक्षा का भाव बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के साथ उन्हें जिंदगी जीने का सही तरीका सिखाने में मददगार होता है। कैसे अपने बच्चे को दें सुरक्षित बचपन, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
क्यों जरूरी है रानी रामपाल को जानना?
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
हर गहना कहेगा इक कहानी
शादी के लिए किसी एक भारी-भरकम जेवर पर ढेर सारा निवेश करने से बेहतर है, अलग-अलग स्टाइल के जेवरों को साथ पहनकर नया लुक तैयार करना। खास बात यह है कि जेवरों की लेयरिंग इन दिनों ट्रेंड में भी है। जेवरों की लेयरिंग करते वक्त किन बातों का रखें ध्यान, बता रही हैं