आपका बच्चा या आप एक-दूसरे को नहीं समझ पा रहीं? गुजरते वक्त के साथ आपको अहसास हो रहा है कि बच्चा आप से दूर हो रहा है? अगर हां, तो अभी भी वक्त है। देर न हो, उसके पहले आपको अपने लाडले की ओर कुछ कदम बढ़ाने होंगे। आपको बच्चे के साथ अपना भावनात्मक जुड़ाव बढ़ाना होगा, जिसके लिए आपको अपने व्यवहार में बदलाव लाना होगा। बच्चे को सुनना और समझना होगा। एक बेहतर माहौल बनाना होगा, जिसमें भरोसा हो और हिचक की कोई जगह न हो। इसके लिए आपको आपसी संवाद से लेकर व्यवहार तक में छोटे-छोटे बदलाव लाने होंगे ताकि आप और आपका बच्चा एक बेहतर जुड़ाव और लगाव महसूस कर सकें। आप जो उसे सिखाना चाहती हैं, वह उसे सीख सके।
व्यक्तित्व के हिसाब से करें संवाद
हर बच्चा अलग होता है। तो अलग-अलग स्वभाव, उम्र के बच्चों के साथ एक-सा व्यवहार कैसे ठीक होगा? आपका पड़ोसी अपने बच्चे के साथ जैसा बर्ताव करता है, वह आपके बच्चे पर भी सटीक बैठे जरूरी नहीं है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने लाडले के स्वभाव को समझें। वह शांत है या चंचल। वह बार-बार कहने पर सुनता है या फिर एक बार में ही बात समझ जाता है। उसे बात तजुर्बे के बाद समझ आती है या वह चीजों को जल्दी भांप लेता है। एक बार आप बच्चे के स्वभाव के हिसाब से उससे संवाद करने की कोशिश कीजिए। ऐसा करने लगीं तो यकीन मानिए आप आसानी से उससे जुड़ पाएंगी।
सुनना आएगा काम
Bu hikaye Anokhi dergisinin November 23, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Anokhi dergisinin November 23, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
सर्दी का फैशनेबल साथी
सर्दी के फैशन की बातें टर्टलनेक स्वेटर के बिना अधूरी हैं। यह न सिर्फ ठंड से बचाता है बल्कि फैशनेबल भी दिखाता है। कैसे करें इस स्वेटर की स्टाइलिंग ताकि हर मौके पर आप दिखें शानदार, बता रही हैं भावना सिंघल
सिर्फ पांच मिनट में एंग्जाइटी को मात
एंग्जाइटी और तनाव जब हमला करते हैं, तो कुछ और सोचने की हिम्मत ही नहीं बचती। पर, कुछ प्रभावी तकनीक की मदद से आप सिर्फ पांच मिनट में एंग्जाइटी अटैक से उबर पाएंगी, बता रही हैं आयुषी गुप्ता
अपने काम से दें भेदभाव का जवाब
महिलाओं को ऑफिस में न सिर्फ अपना काम पूरा करना होता है बल्कि हर दिन असमानता और पूर्वाग्रहों का सामना भी करना पड़ता है। कैसे कार्यस्थल की इस चुनौती का सामना किया जाए, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
तरल पदार्थ के सेवन से जुकाम को दें मात
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार आहार विशेषज्ञ देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, कविता देवगन
पिकनिक वाला मेन्यू
नए साल के मौके पर कई घरों में पिकनिक पर जाने का चलन है। अगर आप भी पिकनिक पर जाने की योजना बना रही हैं, पर मेन्यू को लेकर पशोपेश में हैं, तो ये रेसिपीज आपके काम आएंगी, बता रही हैं प्रतिज्ञा नारायण
कोई नहीं लगाएगा चेहरे पर दाग
क्या आपको भी अपने चेहरे पर भूरे-काले से हल्के धब्बे नजर आने लगे हैं? बढ़ती उम्र और खराब जीवनशैली के कारण होने वाले ये निशान हाइपरपिग्मेंटेशन कहलाते हैं। क्या है यह समस्या और कैसे इनसे पाएं छुटकारा, बता रही हैं स्मिता
सर्दियों में क्यों सताता है जोड़ों का दर्द?
ठंड का मौसम आते ही जोड़ों के दर्द की पुरानी शिकायत उभर आती है। ठंड और इस दर्द का क्या है कनेक्शन और कैसे इससे बचें, बता रही हैं शमीम खान
नया साल खुशहाल जिंदगी के नाम
जिंदगी हमेशा कुछ नया सीखने और आगे बढ़ने का नाम है। नया साल बस दस्तक ही दे रहा है। तो क्यों न नए साल में जिंदगी को खुशहाल बनाने के कुछ नियमों को अपनाया जाए? बता रही हैं स्वाति गौड़
तकनीक की दुनिया में हमारा बढ़ता दखल
हमारी दुनिया में हम से जुड़ी क्या खबरें हैं? हमारे लिए उपयोगी कौन-सी खबर है? किसने अपनी उपलब्धि से हमारा सिर गर्व से ऊंचा उठा दिया? ऐसी तमाम जानकारियां हर सप्ताह आपसे यहां साझा करेंगी, जयंती रंगनाथन
लाल में दिखेंगी कमाल
लाल आत्मविश्वास, जोश और चमक का रंग है। पर, सही स्टाइलिंग के अभाव में इस रंग का ये सारा प्रभाव छूमंतर हो जाता है। कैसे करें इस रंग की स्टाइलिंग, बता रही हैं