रचना ने बताया कि अभी कुछ महीने पहले ही उन का अपने बौयफ्रैंड, जिस के साथ उन्होंने शादी तक का सपना देखा था, उस से ब्रेकअप हो गया. जब यह बात मेरे घर में पता चली तो मुझ पर बेवजह का एक प्रैशर क्रिएट हो गया. हर समय हर कोई मुझे नसीहतें दे रहा था. मम्मी ने तो यहां तक कह दिया अब बाकी की पढ़ाई अपने ससुराल जा कर करना, हम तुम्हारे लिए लड़का देख रहे हैं. जब तक मैं अपने बौयफ्रैंड के साथ थी उन्हें कोई परवाह नहीं थी पर ब्रेकअप के होते ही उन्हें समाज की और लोग क्या कहेंगे की चिंता हो गई. यही हाल मेरे दोस्तों का भी था वे मुझे बेचारी की तरह देखने लगे.
इमोशनली वीक न बनें
अगर आप खुद इमोशनली वीक बनेंगे तो लोग तो आप पर तरस खाएंगे ही. इसलिए पहले आप खुद अपने को संभालें. जब लोग देखेंगे कि आप नौर्मल हैं तो वे भी आप को नौर्मल लेंगे लेकिन उन्हें लगेगा कि आप दुखी हैं तो वे भी परेशान होंगे और आप को इस परेशानी से निकलने का जो भी हल उन्हें समझ आएगा वे आप को वह करने को कहेंगे फिर आप उसे करना चाहें या न चाहें.
सोशल मीडिया पर शेयर क्यों करना
आजकल रिलेशनशिप स्टेटस सोशल मीडिया पर शेयर करना फैशन बन गया है. ब्रेकअप होते ही अपने रिलेशन का ढिंढोरा पीटना गलत है. ऐसा कर के आप खुद लोगों को अपने बारे में बात करने का मौका दे रहे हैं, साथ ही आप का पार्टनर जिस से ब्रेकअप हुआ है उसे भी शर्मिंदा कर रहे हैं. इसलिए ऐसा करने से बचें.
हंसी का पात्र ही बनेंगे
Bu hikaye Mukta dergisinin July 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Mukta dergisinin July 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
कहीं आप ममाज बौय तो नहीं
'ममाज बौयज' होना गलत नहीं है, बल्कि इस से सहानुभूति और कोमल व्यवहार ही मिलता है मगर अपनी मां पर हर काम के लिए निर्भर रहना कमजोर भी बना सकता है.
भ्रामक प्रचार करते फूड व्लॉगर्स
सोशल मीडिया पर फूड इन्फ्लुएंसर्स जगहजगह घूम कर ऐसेऐसे फूड्स का प्रचार करते हैं जो वाकई चटकारे लायक होते हैं लेकिन बात हाइजीन की हो तो वे बेहद ही घटिया होते हैं.
ब्रँड प्रमोटिंग के खेल में मीम्स मार्केटिंग एजेंसी का बढ़ता चलन
सोशल मीडिया प्रचार का सब से बड़ा माध्यम हो गया है. बाजार लगते ही यहां भी बिचैलिए आ गए हैं, जो ब्रैंड और इन्फ्लुएंसर्स के बीच आ कर मोटा मुनाफा ले जाते हैं.
बौलीवुड ट्रेलब्लेजर जर्नलिस्ट आदित्य राणा
आदित्य राणा एलजीबीटीक्यू राइट्स की मांग उठाने वाला जर्नलिस्ट है. वह अकसर बौलीवुड सैलिब्रिटीज के साथ दिखाई देता है. सोशल मीडिया पर जितना उसे ट्रोल किया जाता है उतना ही वह बोल्ड तरीके से अपनी बात रखता है.
संतोषी शेटटी का फैशन कंटेंट हुआ फीका
संतोषी शेट्टी फैशन व्लौगर के रूप में फेमस हुई पर लगता नहीं कि अब उस का कंटैंट कोई देखता है. संतोषी शेट्टी का फैशन ब्लौग नीरस और थका हुआ रहता है. ऐसे में व्यूज की संख्या घटेगी ही.
फालतू इन्फ्लुएंसर्स को यूथ में आइडियलाइज करता बिग बोस
जब से बिग बौस ओटीटी आया है तब से एकाएक फालतू सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स इस शो में आ रहे हैं. बिग बौस इन फालतू इन्फ्लुएंसर्स को युवाओं के बीच में प्रचारित तो कर ही रहा है, साथ में आइडियलाइज भी.
टीनएज में जब गर्लफ्रैंड बने
टीनएज लव यानी किशोरावस्था में प्यार कोई नई बात नहीं है. आप के साथ भी ऐसा हो रहा है तो कोई बात नहीं. बस, उम्र के जोश में यह न भूल जाना कि आप की इस चाहत की मंजिल क्या है.
युवाओं के सपनों के बूते चलते कोचिंग संस्थान
माचिस की डब्बीनुमा कोचिंग संस्थान देशभर में कुकुरमुत्तों की तरह उग आए हैं. इन कोचिंग संस्थानों में छात्रों को सुनहरे भविष्य का सपना दिखा कर मौत बांटी जा रही है.
रील के चक्कर में जान गंवाते युवा
सोशल मीडिया पर खतरनाक स्टंट वाली रील देखना लोग ज्यादा पसंद करते हैं. वायरल होने की चाहत में युवा ऐसी रील बनाने में अपनी जान गंवा रहे हैं. लखनऊ में पूर्वोत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल के आंकड़े बताते हैं कि 7 माह में 83 लोगों की जान रील बनाने के चक्कर में गई हैं.
सैक्सी एंड बोल्ड इमेज के साथ टाइपकास्ट की शिकार हुईं तृप्ति डिमरी
'बुलबुल' और 'कला' फिल्मों में अपनी अच्छी परफोर्मेंस से तृप्ति डिमरी दर्शकों के दिलों में जगह बनाई, लेकिन 'एनिमल' में उन के बोल्ड सीन्स ने उन्हें रातोंरात एक बोल्ड इमेज में ढाल दिया. सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बनने के बावजूद उन की यह सैक्सी इमेज उन के कैरियर के लिए एक चुनौती बन सकती है. क्या तृप्ति इस टाइपकास्ट से बाहर निकल पाएंगी?