समझदारी के साथ कर्ज कैसे लें
India Today Hindi|November 30, 2022
ऋण वरदान या अभिशाप हो सकता है. यह आपको कई वित्तीय लक्ष्य हासिल करने में मदद कर सकता है और आपको वित्तीय संकट में भी डाल सकता है. जानिए कि कर्ज के मामले में होशियारी कैसे बरतें
नारायण कृष्णमूर्ति
समझदारी के साथ कर्ज कैसे लें

ढ़ती महंगाई, आय पर दबाव, आसमान छूते खर्चों ने घर के बजट को तहस-नहस कर दिया है. मुंबई में रहने वाले रमेश त्रिपाठी ने 2021 में अपना 50वां जन्मदिन समारोह बहुत सीधे-सादे ढंग से मनाया क्योंकि उनकी पत्नी, दो किशोर बच्चों और 78 वर्षीया मां सहित पांच लोगों का परिवार अपने जीवन पर कोविड के प्रभाव से जूझ रहा था. अनिश्चितता के दौर ने उनके वित्तीय भंडार को काफी कम कर दिया था. वे याद करते बताते हैं, "मैं होम लोन चुका रहा था और दूसरा लैपटॉप खरीदने के लिए पर्सनल लोन भी ले रखा था, क्योंकि मेरी बेटी को अपनी ऑनलाइन क्लास चलाने के लिए लैपटॉप की जरूरत थी." उन्होंने कोई पहली बार कर्ज नहीं लिया था, लिहाजा वे इसके फायदों को समझते हैं.

एक समय ऐसा था जब त्रिपाठी परिवार अपनी आय का लगभग 60 फीसद हिस्सा कर्ज अदायगी पर खर्च करता था. उन्होंने घर, कार, और कुछ गैजेट्स के लिए क लिया था और अपना खर्च चलाने के लिए थोड़े समय के लिए पर्सनल लोन भी लिया था. उनके बड़े बेटे ने ग्रेजुएशन करने के लिए एजुकेशन लोन लिया था, लेकिन महामारी के घर जमाने के साथ ही उन्हें रोजगार पाने में उम्मीद से ज्यादा देरी हो गई. दूसरे परिवारों की ही तरह उनका परिवार भी अक्सर आर्थिक बोझ से जूझता रहता है, खर्च चलाने के लिए बचत पूरी नहीं पड़ती.

इस बीच, बेंगलूरू में रहने वाले 24 वर्षीय आदित्य शेट्टी को पे-डे लोन से तो राहत मिली है, जो एक उधार देने वाले ऐप पर उपलब्ध है. वे उस ऐप के कसीदे पढ़ते रहते हैं. उन्होंने 2022 की शुरुआत से हर महीने कर्ज लिया. वे पे-डे लोन पर अपनी निर्भरता को सही ठहराते हुए कहते हैं, "पिछले दो साल में कोई वेतन वृद्धि नहीं होने और बढ़ते खर्चों की वजह से मुझे लगता है कि मेरी बचत महीने के अंत से पहले चुक गई है. मैं अपने मां-बाप से पैसे नहीं मांगना चाहता. " पे-डे लोन उस कामकाजी वर्ग के लोगों के लिए होते हैं, जिन्हें अपना गुजारा पूरा करने में परेशानी होती है और महीने के आखिर में अक्सर उनके हाथ खाली रहते हैं.

Bu hikaye India Today Hindi dergisinin November 30, 2022 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye India Today Hindi dergisinin November 30, 2022 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

INDIA TODAY HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
शोख सनसनी दिल्ली की
India Today Hindi

शोख सनसनी दिल्ली की

आर्ट क्यूरेटर, परोपकारी और सोशल मीडिया सनसनी शालिनी पासी नेटफ्लिक्स की सीरीज फैबुलस लाइव्ज वर्सज बॉलीवुड वाइव्ज में शिरकत करने के बाद मिली शोहरत का मजा ले रहीं

time-read
1 min  |
December 04, 2024
पाइ पटेल की भारत यात्रा
India Today Hindi

पाइ पटेल की भारत यात्रा

यान मार्टेल के चर्चित उपन्यास लाइफ ऑफ पाइ पर फिल्म भी बनी. और अब यह पुरस्कार विजेता नाटक

time-read
2 dak  |
December 04, 2024
कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की
India Today Hindi

कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की

धूमीमल गैलरी में चल रही प्रदर्शनी ज्वॉइनिंग द डॉट्स दिल्ली के सांस्कृतिक दिल कनॉट प्लेस के चिरस्थायी आकर्षण को एक तरह की आदरांजलि

time-read
3 dak  |
December 04, 2024
हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी
India Today Hindi

हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी

फिल्मकार पायल कपाडिया इन दिनों एक अलग ही रंगत में हैं. वजह है उनकी फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट और उन्हें मिल रही विश्व प्रसिद्धि. उनका सफर एक बड़े सिनेमाई मुकाम पर जा पहुंचा है. अब यहां से इस जुनूनी आर्टिस्ट का करियर एक नई उड़ान लेने को तैयार

time-read
7 dak  |
December 04, 2024
रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते
India Today Hindi

रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते

पिछले महीने 86 वर्ष की उम्र में दिवंगत हुए रतन टाटा. भारत की सबसे पुरानी विशाल कंपनी के चेहरे रतन को हम में से ज्यादातर लोगों ने जब भी याद किया, वे एक सुविख्यात सार्वजनिक शख्सियत और दूसरी ओर एक रहस्यमय पहेली के रूप में नजर आए.

time-read
8 dak  |
December 04, 2024
विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश
India Today Hindi

विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश

अर्थव्यवस्था मजबूत नजर आ रही है, मगर विदेशी निवेशक भारत पर अपना बड़ा और दीर्घकालिक दांव लगाने से परहेज कर रहे हैं

time-read
6 dak  |
December 04, 2024
अब शासन का माझी मंत्र
India Today Hindi

अब शासन का माझी मंत्र

मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में 'जनता प्रथम' के सिद्धांत वाली शासन प्रणाली स्थापित कर रही. उसने नवीन पटनायक के दौर वाले कथित नौकरशाही दबदबे को समाप्त किया. आसान पहुंच, ओडिया अस्मिता और केंद्रीय मदद के बूते बड़े पैमाने पर शुरू विकास के काम इसमें उसके औजार बन रहे

time-read
6 dak  |
December 04, 2024
होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग
India Today Hindi

होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग

अमूमन दूसरे देशों के ठिकानों से साइबर अपराधी नेटवर्क अब टेक्नोलॉजी और फंसाने के मनोवैज्ञानिक तरीकों से जाल बिछाकर और फर्जी पुलिस और प्रवर्तन अफसरों का वेश धरकर सीधे सरल लोगों की जीवन भर की जमा-पूंजी उड़ा ले जा रहे

time-read
4 dak  |
December 04, 2024
कुछ न कर पाने की कसक
India Today Hindi

कुछ न कर पाने की कसक

कंग्रेस ने 16 दिसंबर, 2023 को जितेंद्र 'जीतू' पटवारी को मध्य प्रदेश का अपना नया अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था.

time-read
2 dak  |
December 04, 2024
पुलिस तक पर्याप्त नहीं
India Today Hindi

पुलिस तक पर्याप्त नहीं

गुजरात के तटीय इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी और शहरी इलाकों में लगातार बढ़ती प्रवासी आबादी की वजह से राज्य पुलिस पर दबाव खासा बढ़ गया है. ऐसे में उसे अधिक क्षमता की दरकार है. मगर बल में खासकर सीनियर अफसरों की भारी कमी है. इसका असर उसके मनोबल पर पड़ रहा है.

time-read
3 dak  |
December 04, 2024