![अकेले पड़ते एकनाथ अकेले पड़ते एकनाथ](https://cdn.magzter.com/India Today Hindi/1690180806/articles/NMiIIFeQb1690191858255/1690192068761.jpg)
ओटो वॉन बिस्मार्क के इस कथन, कि कुछ भी संभव होने की कला ही राजनीति है, को चरितार्थ करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शिंदे को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया. देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बनाए गए, जबकि 2014-19 में फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार में शिंदे महज एक मंत्री थे.
लेकिन, एक साल बीतते-बीतते शिंदे असुरक्षित और चौतरफा घिरे नजर आ रहे हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को तोड़ना और नेता विपक्ष अजित पवार के नेतृत्व वाले इस गुट को गठबंधन का हिस्सा बनाना कहीं न कहीं यही दिखाता है कि भाजपा को अब शिंदे के नेतृत्व और 2024 के लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की उनकी क्षमता पर भरोसा नहीं रहा है. अजित पवार बीती 2 जुलाई को अपने आठ अन्य पार्टी सहयोगियों के साथ सरकार में शामिल हुए और उपमुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए.
शिंदे और उनके वफादारों ने जब शिवसेना में बगावत की थी तो इसके लिए पवार और एनसीपी को जिम्मेदार ठहराया था. उनका कहना था कि एमवीए सरकार में उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार फंड आवंटन में एनसीपी मंत्रियों और विधायकों पर मेहरबान रहते हैं और शिवसेना मंत्रियों-विधायकों की अनदेखी करते हैं.
अब, पवार और एनसीपी के उनके खेमे के गठबंधन का हिस्सा बन जाने से शिंदे और उनके विधायक खासे निराश हैं. एनसीपी वित्त जैसे अहम विभागों पर अड़ी रही-सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उनसे इसका वादा किया था - और शिंदे की शिवसेना इसका विरोध करती रही. इस वजह से विभागों के आवंटन में करीब दो हफ्ते देरी हुई और इसकी घोषणा 14 जुलाई को की गई.
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin August 02, 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin August 02, 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
![धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/qNiEvMoj_1739798778622/1739799025940.jpg)
धुरंधरों के साथ नए चेहरे भी
विश्व शतरंज चैंपियन डी. गुकेश और पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वालीं तीरअंदाज शीतल देवी लोगों की नई पसंद हैं. पुरुष-महिला क्रिकेटर तो खैर शीर्ष पर हैं ही. सिंधु और नीरज भी अपनी सूची में दूसरों से काफी आगे रहते हुए चोटी पर
![पक्ष में सबसे ज्यादा योग पक्ष में सबसे ज्यादा योग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/1KjgoeYER1739797917636/1739798047739.jpg)
पक्ष में सबसे ज्यादा योग
आठ साल से उत्तर प्रदेश की सत्ता पर काबिज योगी आदित्यनाथ ने लगातार 10वीं बार सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री का दर्जा हासिल कर दर्शा दिया है कि देशभर में उनकी लोकप्रियता का कोई सानी नहीं
![कुछ तो पक रहा है कुछ तो पक रहा है](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/LTVA_wBh-1739799397242/1739799499364.jpg)
कुछ तो पक रहा है
अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा ने फिल्म मिसेज में दमदार काम किया है, जो 2021 की मलयालम फिल्म द ग्रेट इंडियन किचन की हिंदी रीमेक है
![अब पंजाब की पहरेदारी अब पंजाब की पहरेदारी](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/8XJdjA3wB1739796311485/1739796457045.jpg)
अब पंजाब की पहरेदारी
अरविंद केजरीवाल के लिए सवाल यह नहीं है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) का भविष्य है या नहीं. उनके लिए प्रश्न यह है कि पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में एक आइडिया के रूप में प्रासंगिक रहेगी या नहीं. दिल्ली में पार्टी की हार के तीन दिन बाद 11 फरवरी को मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब के 95 में से 86 आप विधायकों के साथ उनकी आधे घंटे बैठक हुई. माना जाता है कि इसमें केजरीवाल ने बताया कि पार्टी के भविष्य को लेकर उनके मन में क्या है.
![चौकन्ना रहने की जरूरत चौकन्ना रहने की जरूरत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/EZZRCWmXZ1739798370280/1739798495822.jpg)
चौकन्ना रहने की जरूरत
आम तौर पर मोदी सरकार की विदेश नीति लोगों को पसंद आती है लेकिन कई लोगों का मानना है कि पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते खराब हुए हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं की दुर्दशा पर भारत की प्रतिक्रिया को लेकर भी लोग फिक्रमंद
![हमारे गेहुंएपन का स्वीकार हमारे गेहुंएपन का स्वीकार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/LlGFceKe51739799217629/1739799396270.jpg)
हमारे गेहुंएपन का स्वीकार
एक मजहब का धर्म रु चुनने की प्रक्रिया के बहाने हमें सहिष्णुता और स्वीकार के सार्वभौमिक धर्म की सीख दे जाती है एडवर्ड बर्गर की कॉन्क्लेव
![भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/3573rr2xc1739796211678/1739796309010.jpg)
भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 फरवरी को जब भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे तो उनका उत्साह हमेशा के मुकाबले एक अलग ही मुकाम पर था.
![विकास की कशमकश विकास की कशमकश](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/NSBwWnhnm1739797282517/1739797660783.jpg)
विकास की कशमकश
एक ओर जहां कमजोर मांग, कम निवेश और दुनियाभर में अनिश्चितता की वजह से भारत की वृद्धि पर असर पड़ रहा है, वहीं आसमान छूती महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी कर में मिली राहत को ढक रही है. इन सबकी वजह से आम आदमी का संघर्ष और आर्थिक परेशानियां बढ़ रहीं
![उथल-पुथल का आलम उथल-पुथल का आलम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/R77_jKKQS1739798498314/1739798692561.jpg)
उथल-पुथल का आलम
सामाजिक-राजनैतिक सुधारों के लिए सरकार को मजबूत समर्थन मिल रहा मगर लोकतंत्र, धार्मिक ध्रुवीकरण और महिला सुरक्षा को लेकर चल रही खदबदाहट से इससे जुड़ी चिंताएं उजागर
![गठबंधन की गांठों ने बढ़ाया भ्रम गठबंधन की गांठों ने बढ़ाया भ्रम](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/182/1997604/jvdculYrj1739797664522/1739797897191.jpg)
गठबंधन की गांठों ने बढ़ाया भ्रम
इंडिया ब्लॉक की आंतरिक कलह और चुनावी विफलताओं के बावजूद ऐसे लोगों की संख्या कम नहीं है जो चाहते हैं कि विपक्षी गठबंधन बना रहना चाहिए. भले ही इसकी एकजुटता और नेतृत्व को लेकर भ्रम बना हो, लोगों का मानना है कि एक मजबूत विपक्ष होना जरूरी है