मीठे का कड़वा सच
India Today Hindi|September 20, 2023
नए सर्वे ने ग्रामीण और शहरी, दोनों इलाकों में डायबिटीज के फैलाव की खतरनाक हालत को उघाड़कर रख दिया है. शारीरिक गतिविधियों में कमी, खानपान की अस्वस्थ आदतों और जागरूकता के अभाव से बढ़ती इस महामारी से भारत को मकाबला करना होगा
सोनाली
मीठे का कड़वा सच

बेंगलूरू के राजीव श्रीनिवास को 2013 में पता चला कि उन्हें डायबिटीज है. पहली बात उनके मन में यह आई, "यह उतना बुरा नहीं है. मैं मिठाई के बगैर रह सकता हूं." अब 52 बरस के सॉफ्टवेयर इंजीनियर का कहना है कि इन दस साल में उनकी जिंदगी पर डायबिटीज का असर मिठाइयों से आगे चला गया है. वे कहते हैं, “मुझे देखने में मुश्किल होती है जिससे मैं दिन ढलने के बाद ड्राइव नहीं कर सकता. गुर्दे और दिल की परेशानियों के शुरुआती संकेत भी हैं." श्रीनिवास को टाइप 2 डायबिटीज है और दवाइयां चल रही हैं, फिर भी कई बार उन्होंने 'अतिरिक्त शक्कर नहीं' खाने के आदेश का उल्लंघन किया है. वे कहते हैं, “चाय में कभी-कभार एक चम्मच शक्कर भी मेरे लिए बहुत ज्यादा है. " चीनी की अचानक बढ़ोतरी को पचा न पाने की यही कमजोरी उनके शरीर में जहर घोल रही है. भारत में श्रीनिवास सरीखे लाखों लोग हैं और उनकी तादाद अभूतपूर्व तेजी से बढ़ रही है.

डायबिटीज के सबसे ज्यादा मरीज भारत में हैं. 2020 में इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन का अनुमान था कि करीब 7.7 करोड़ भारतीयों को डायबिटीज है. महज तीन साल में इस आंकड़े में करीब तीन करोड़ का इजाफा हुआ. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर), मद्रास डायबिटीज रिसर्च फाउंडेशन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के 2023 के अध्ययन से पता चला कि 10.1 करोड़ लोग डायबिटीज के साथ जिंदगी बसर कर रहे हैं और अन्य 13.6 करोड़ लोग प्री-डायबिटीज यानी डायबिटीज से पहले की अवस्था में हैं (अनुसंधान कहते हैं कि इनमें से आधों को अगले पांच साल में डायबिटीज हो सकती है). इसका मतलब है कि आबादी का लगभग पांचवां हिस्सा या तो डायबिटीज से ग्रस्त है या इसके कगार पर है. यह 12 साल तक चला अपनी तरह का सबसे बड़ा अध्ययन था, जिसमें 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से जुटाए गए 1,13,000 से ज्यादा प्रातिनिधिक नमूनों का इस्तेमाल किया गया. गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में एंडोक्राइनोलॉजी के डॉ. सुनील कुमार मिश्रा कहते हैं, "मधुमेह एक बढ़ती हुई समस्या है और इस मुद्दे को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए."

Bu hikaye India Today Hindi dergisinin September 20, 2023 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye India Today Hindi dergisinin September 20, 2023 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

INDIA TODAY HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
अब पंजाब की पहरेदारी
India Today Hindi

अब पंजाब की पहरेदारी

अरविंद केजरीवाल के लिए सवाल यह नहीं है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) का भविष्य है या नहीं. उनके लिए प्रश्न यह है कि पार्टी राष्ट्रीय राजनीति में एक आइडिया के रूप में प्रासंगिक रहेगी या नहीं. दिल्ली में पार्टी की हार के तीन दिन बाद 11 फरवरी को मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब के 95 में से 86 आप विधायकों के साथ उनकी आधे घंटे बैठक हुई. माना जाता है कि इसमें केजरीवाल ने बताया कि पार्टी के भविष्य को लेकर उनके मन में क्या है.

time-read
4 dak  |
February 26, 2025
भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग
India Today Hindi

भाजपा ने ऐसे जीता दिल्ली का दुर्ग

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 फरवरी को जब भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे तो उनका उत्साह हमेशा के मुकाबले एक अलग ही मुकाम पर था.

time-read
2 dak  |
February 26, 2025
बीरेन की विदाई के बाद...
India Today Hindi

बीरेन की विदाई के बाद...

फरवरी की 13 तारीख की शाम को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगा और चार दिन पहले मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले एन. बीरेन सिंह ने करीब-करीब इसी समय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक लंबी पोस्ट लिखी.

time-read
4 dak  |
February 26, 2025
रील के रसिक बनते भस्म-भभूत वाले तपस्वी
India Today Hindi

रील के रसिक बनते भस्म-भभूत वाले तपस्वी

कहते हैं उपनिषदों का ज्वलंत ज्ञान सबके लिए नहीं है. वजहः यह बुद्धि मात्र की यानी सिर्फ बौद्धिक उपलब्धि नहीं बल्कि शरीर पर उसके निरंतर गहन अभ्यास से आप वहां तक पहुंचते हैं. लेकिन संगम में स्नान के लिए वे विभूतियां भी आती हैं जो तमाम सांसारिक आकर्षणों से दूर हो चुकी हैं.

time-read
5 dak  |
February 19, 2025
तगड़ा झटका
India Today Hindi

तगड़ा झटका

दरअसल, दंडकारण्य के घने जंगलों में, जहां पत्तों की हर सरसराहट के साथ शिकार और शिकारी के बीच की सीमा रेखाएं धुंधली पड़ जाती हैं, अभी-अभी वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ देश की लंबे वक्त से चल रही लड़ाई का एक नाटकीय अध्याय लिखा गया.

time-read
3 dak  |
February 19, 2025
क्राइम कैपिटल की छवि से उबरने को कसमसाता एक शहर
India Today Hindi

क्राइम कैपिटल की छवि से उबरने को कसमसाता एक शहर

कभी औद्योगिक शहर की पहचान रखने वाला मोकामा आखिर नब्बे के दशक में कैसे बना बिहार का क्राइम कैपिटल? अपनी बदनाम छवि से छुटकारा पाने की कोशिश कर रहा यह शहर हाल में गुटों के बीच भारी गोलीबारी से एक बार फिर दहला

time-read
10+ dak  |
February 19, 2025
बढ़िया, संतुलित कदम
India Today Hindi

बढ़िया, संतुलित कदम

अब जब बाहरी दुनिया में अनिश्चितता दिख रही है तो 2025 के बजट में कुछ बेहद आवश्यक आश्वासन दिए गए हैं, साथ ही राजकोषीय विवेक की सीधी और संकरी राह का अनुसरण किया गया है

time-read
4 dak  |
February 19, 2025
विश्व का सबसे खतरनाक गेंदबाज
India Today Hindi

विश्व का सबसे खतरनाक गेंदबाज

आइसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर जसप्रीत बुमरा ने 2024 में इतने रिकॉर्ड तोड़े कि गिने न जाएं. अव्वल तेज गेंदबाज पाने भारत की दुआएं रंग लाईं. और अब तो वे एक कदम आगे बढ़कर खेल के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाज बन गए

time-read
6 dak  |
February 19, 2025
किताबें, किरदार और ककड़ी
India Today Hindi

किताबें, किरदार और ककड़ी

बाकी के रूटीनी मेलों से कितना अलग होता है किताबों और थिएटर के उत्सव-जलसों का मिजाज! जरूरत की या लक्जरी चीजों को खरीदने-बेचने के हड़बोंग से हटकर यहां दिखती है अपने भीतरी सॉफ्टवेयर को अपडेट करने की बेचैनी (संदर्भ: प्रगति मैदान में दिल्ली विश्व पुस्तक मेला; राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में भारंगम). थोड़ा सजग रहें तो कई गुदगुदाते वाकयों से भी आप गुजरते हैं.

time-read
2 dak  |
February 19, 2025
छिड़ गया सत्ता संघर्ष
India Today Hindi

छिड़ गया सत्ता संघर्ष

कश्मीर के बडगाम में गणतंत्र दिवस पर जिला विकास परिषद (डीडीसी) के अध्यक्ष नजीर अहमद खान के तिरंगा फहराने के दौरान एक नामौजूदगी साफ नजर आई. जिले के चारों विधायक उस समारोह से नदारद रहे.

time-read
2 dak  |
February 19, 2025