पिछले छह महीनों के दौरान भारतीय विदेश नीति ने दुनियाभर में बदलती भू-राजनीति के कारण 7 आए उतार-चढ़ाव को सफलता के साथ संभाला है. नई दिल्ली ने जी-20 शिखर सम्मेलन की सफल मेजबानी के साथ वैश्विक दक्षिण की मुखर आवाज बनकर अपनी कूटनीतिक क्षमता साबित की. वहीं, इज्राएल- हमास संघर्ष और रूस- यूक्रेन जंग जैसे विभाजनकारी वैश्विक मुद्दों पर अपने 'सिद्धांतों' और ' हितों के बीच संतुलन बनाए रखा. भारत का कूटनीतिक कौशल एक और मोर्चे पर खुलकर सामने आया जब वह कतर की अदालत में दोषी करार दिए गए आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों की मौत की सजा कम कराने में सफल रहा. हालांकि, चुनौतियां और भी थीं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2023 की यात्रा के साथ भारत-अमेरिका संबंधों में लगातार बढ़ती गर्मजोशी नवंबर में उस वक्त मुश्किल दौर में दिखी, जब वाशिंगटन ने नई दिल्ली के कथित तौर पर अमेरिकी नागरिक और खालिस्तानी आतंकवादी गुरपटवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने को लेकर चिंता जाहिर की. हालांकि, भारत और अमेरिका दोनों इस मामले में सहयोग कर रहे हैं. इससे पहले, सितंबर 2023 में कनाडा के साथ रिश्ते काफी बिगड़ गए जब वहां के पीएम जस्टिन त्रूदो ने भारत की ओर से खालिस्तानी आतंकवादी घोषित कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कथित तौर पर नई दिल्ली का हाथ होने के आरोप लगाए. ऐसी घटनाओं के आईने में इंडिया टुडे-सीवोटर देश का मिज़ाज सर्वे में 46 फीसद उत्तरदाताओं ने मोदी सरकार की विदेश नीति को 'बेहतरीन' बताया. हालांकि, यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में थोड़ा में घटा है, जो अगस्त में 48 फीसद से अधिक और जनवरी 2023 में 51 फीसद से अधिक था. वहीं, 24 फीसद उत्तरदाताओं ने विदेश नीति के मोर्चे पर भारत के प्रदर्शन को 'अच्छा' माना. यह आंकड़ा अगस्त में 21.9 फीसद था.
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin February 21, 2024 sayısından alınmıştır.
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परदेस में परचम
भारतीय अकादमिकों और अन्य पेशेवरों का पश्चिम की ओर सतत पलायन अब अपने आठवें दशक में है. पहले की वे पीढ़ियां अमेरिकी सपना साकार होने भर से ही संतुष्ट हो ती थीं या समृद्ध यूरोप में थोड़े पांव जमाने का दावा करती थीं.
भारत का विशाल कला मंच
सांफ्ट पावर से लेकर हार्ड कैश, हाई डिजाइन से लेकर हाई फाइनेंस आदि के संदर्भ में बात करें तो दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह भारत की शीर्ष स्तर की कला हस्तियां भी भौतिक सफलता और अपनी कल्पनाओं को परवान चढ़ाने के बीच एक द्वंद्व को जीती रहती हैं.
सपनों के सौदागर
हम ऐसी दुनिया में रहते हैं जहां मनोरंजन से हौवा खड़ा हो है और उसी से राहत भी मिलती है.
पासा पलटने वाले महारथी
दरअसल, जिंदगी की तरह खेल में भी उतारचढ़ाव का दौर चलता रहता है.
गुरु और गाइड
अल्फाज, बुद्धिचातुर्य और हास्यबोध उनके धंधे के औजार हैं और सोशल मीडिया उनका विश्वव्यापी मंच.
निडर नवाचारी
खासी उथल-पुथल मचा देने वाली गतिविधियों से भरपूर भारतीय उद्यमिता के क्षेत्र में कुछ नया करने वालों की नई पौध कारोबार, टेक्नोलॉजी और सामाजिक असर पैदा करने के नियम नए सिरे से लिख रही है.
अलहदा और असाधारण शख्सियतें
किसी सर्जन के चीरा लगाने वाली ब्लेड की सटीकता उसके पेशेवर कौशल की पहचान होती है.
अपने-अपने आसमान के ध्रुवतारे
महानता के दो रूप हैं. एक वे जो अपने पेशे के दिग्गजों के मुकाबले कहीं ज्यादा चमक और ताकत हासिल कर लेते हैं.
बोर्डरूम के बादशाह
ढर्रा-तोड़ो या फिर अपना ढर्रा तोड़े जाने के लिए तैयार रहो. यह आज के कारोबार में चौतरफा स्वीकृत सिद्धांत है. प्रतिस्पर्धा से प्रेरित होकर भारत के सबसे ताकतवर कारोबारी अगुआ अपने साम्राज्यों को मजबूत कर रहे हैं. इसके लिए वे नए मोर्चे तलाश रहे हैं, गति और पैमाने के लिए आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस सरीखे उथल-पुथल मचा देने वाले टूल्स का प्रयोग कर रहे हैं और प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए नवाचार बढ़ा रहे हैं.
देश के फौलादी कवच
लबे वक्त से माना जाता रहा है कि प्रतिष्ठित शख्सियतें बड़े बदलाव की बातें करते हुए सियासी मैदान में लंबे-लंबे डग भरती हैं, वहीं किसी का काम अगर टिकता है तो वह अफसरशाही है.