बार-बार चार्ज करनाः यह भ्रांत धारणा बन गई लगती है कि ईवी को हरेक मौके पर चार्च करने की जरूरत होती है. कुछ लोगों का वश चले तो वे तभी संतुष्ट होंगे जब उनका ईवी हर वक्त बिजली से जुड़ा रहेयहां तक कि इस्तेमाल करते वक्त भी! यह फोन को लगातार पावरबैंक से जोड़े रखने की तरह है. मगर न तो इस तरह करना होता है और न ही यह बैटरी के लिए अच्छा है, क्योंकि हर बार चार्ज करने के बाद उसका जीवनकाल धीरे-धीरे कम होता जाता है. मैंने बीते दो साल से गाहे-ब- गाहे ईवी चलाई और आम इस्तेमाल के लिए चलाई, मैंने इसे औसतन हफ्ते में एक बार और ज्यादा से ज्यादा दो बार चार्ज किया. मैं कई लोगों को जानता हूं जो ईवी हर दो हफ्ते में एक बार चार्ज करते हैं. ऐसे भी लोग हैं जो रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए इससे भी कम बार चार्ज करते हैं. सीधे-सादे ढंग से कहूं तो हुंडई की आयोनिक 5 सरीखा हाई-एंड ईवी साल में 15,000 किमी चले तो सैद्धांतिक रूप से इस कार को इस्तेमाल के हिसाब से महज 30 बार - महीने में करीब दो या तीन बार - चार्ज करने की जरूरत होगी.
Bu hikaye India Today Hindi dergisinin 16th October, 2024 sayısından alınmıştır.
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जब स्वच्छता बन गया एक आंदोलन
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