भारत कर्म प्रधान देश है और यही कारण है कि भारत को संत महात्माओं की भूमि कहा जाता है। भारत की धरती पर कई बड़े संतों ने जन्म लिया है। ये संत गुणवान तो थे ही, सामाजिक समरसता, शिक्षा, धर्मपरायण के अग्रदूत रहे हैं। इन संतों को भारत ने इसलिए भी पूजा क्योंकि ये सब कर्म प्रधान रहे हैं। इन्हीं संतों में हम जब संत रविदास जी का स्मरण करते हैं तो मन उनके प्रति श्रद्धा से भर उठता है। वे ऐसे संत थे जिन्हें अपने पैतृक व्यवसाय के रूप में चमड़े का कार्य करना पड़ा लेकिन उन्होंने लोगों के जूते बनाते हुए एक संदेश दिया कि कार्य कोई भी बड़ा या छोटा नहीं होता है। वे अपने पैतृक कर्म करने के साथ-साथ संत रविदास ने जो संदेश समाज को दिया तो हम कई काल गुजर जाने के बाद भी उन्हें अपना मार्गदर्शक मानकर उनके पथ पर चलने का प्रयास करते हैं। जात-पात को छोडकर प्यार करना रविदास जी ने इस दुनिया को सिखाया है। रविदास जी ने हमेशा ही अपने दोहों और रचनाओं के जरिए लोगों को समाज में फैली बुराइयों और कुरीतियों के बारे में बताया है और इन्हें दूर करने के लिए प्रोत्साहित किया है। रविदासजी के गुरु स्वामी रामानंदाचार्य वैष्णव भक्तिधारा के महान संत थे । रविदासजी के गुरु स्वामी रामानंदाचार्य ने उन्हें समाज में व्याप्त कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाने, छुआछूत आदि का विरोध करने की सीख दी। उन्होंने रविदासजी को शिक्षा दी कि धर्म से ऊपर कोई नहीं ।
'जाति-पांत के फेर माहिं, उरीक्ष रहे सभ लोग
मानुषकता को खात है, रविदास जात कर रोग ।'
Bu hikaye Open Eye News dergisinin February 2023 sayısından alınmıştır.
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बुलडोजर कार्रवाई में अहम है 'सुप्रीम' आदेश
भारतीय राजनीति का स्वरूप अब बदल चुका है।
औद्योगिक क्षेत्र से श्रमिकों का कृषि की ओर बढ़ता रुझान
शहरों में जाकर काम करने वाले भारत के लोग बड़ी संख्या में अपने गांवों की ओर लौट रहे हैं।
रोजगार और निवेश से संपन्न, समृद्ध, स्वावलंबी बनता मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश को सम्पन्न, समृद्ध, स्वावलंबी और सक्षम राज्य बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जोर शोर से जुटे हुए हैं।
मुफ्त की रेवड़ियों ने सरकारों की कर दी वापसी
देश के मतदाता लगता है, मुफ्त की रेवड़ियों के लालच में मतदान करने लगे हैं। इसी का परिणाम है कि महाराष्ट्र और झारखंड में सत्ताएं बरकरार रही हैं।
आखिर अडानी के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़े हुए हैं अमेरिकी ?
बता दें कि यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस ने अदाणी पर भारत में सोलर एनर्जी से जुड़ा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर (2200 करोड़ रुपए से ज्यादा) की रिश्वत देने का आरोप लगाया है,जो एक गम्भीर बात है।
झारखंड में अमित शाह के ऐलान के मायने
1981 के जनगणना में आदिवासियों की आबादी में मामूली बढ़त देखी गई।
चुनाव आयोग को सजग सतर्क रहने की जरूरत
चुनाव प्रचार के दौरान भाषाई स्तर, नेताओं की भंगिमा और राजनीतिक जुमलों के प्रयोग ने मतदाताओं में चिन्ता पैदा की है।
फुड सेफ्टी डिसप्ले बोर्ड संबंधी दिशा निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन
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20 लिटर जार में बिकने वाला पानी अमानक
पूरे देश में हट रोज 20 लिटर के जार में पेयजल खुले तौर पर बेचा जा रहा है जिसे आर.ओ. वॉटर के रूप में बेचा जाता है।
डबल इंजन की सरकार में तेज रफ्तार से चल रही है छत्तीसगढ़ में विकास की रेल-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि डबल इंजन की सरकार में छत्तीसगढ़ में अब तेज रफ्तार से विकास की रेल चल रही है।