लोकसभा के राजनीतिक अखाड़े में एक्ट्रेस कंगना रनौत बॉलीवुड का अपना मोह नहीं छोड़ पा रही हैं। पिछले साल भर से स्थानीय नेताओं के साथ जिस तरह वे हिमाचली वेशभूषा में दिख रही थीं, उसी से एहसास था कि कंगना हिमाचल में रंग जमाएंगी। बॉलीवुड में उनका जिस तरह दबंग अंदाज है, हिमाचल में चुनाव प्रचार के दौरान भी उनके तेवर वैसे ही कड़े हैं। यहां उनके तेवर और उनके परिधान दोनों की ही बराबर से चर्चा हो रही है।
बोलने से न चूकने वाली कंगना ने धाकड़, मणिकर्णिका, क्वीन और तेजस में जैसे किरदार निभाए हैं, उसका अक्स उनके राजनीतिक भाषणों में भी साफ दिख रहा है। मंच से दहाड़ कर वे कांग्रेस प्रत्याशी और विपक्ष को जिस तरह के वाक्यों और शब्दावली से निशाना बना रही हैं, वह देवभूमि के लोगों को अचरज में डाल रहा है। एक सभा में कंगना ने कहा कि कांग्रेस के बड़े पप्पू और छोटे पप्पू को पता नहीं चलता। ऐसा नहीं है कि उनका वार सिर्फ विरोधियों के लिए ही है। बड़बोली कंगना ने भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को उस वक्त बगलें झांकने पर मजबूर कर दिया, मंडी में उन्होंने कहा, ‘‘हिमाचल में भाजपा अपनी गलतियों से बहुत कम अंतर से हार गई।’’
Bu hikaye Outlook Hindi dergisinin May 27, 2024 sayısından alınmıştır.
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गांधी पर आरोपों के बहाने
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नई लीक के सूत्रधार
इतिहास मेरे काम का मूल्यांकन उदारता से करेगा। बतौर प्रधानमंत्री अपनी आखिरी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस (3 जनवरी, 2014) में मनमोहन सिंह का वह एकदम शांत-सा जवाब बेहद मुखर था।
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