प्रयागराज के किसान सौदान सिंह शिमला मिर्च की खेती करना चाहते हैं पर डरते हैं कि फसल बर्बाद हुई तो भरपाई कौन करेगा। उनके जिले में शिमला मिर्च के लिए फसल बीमा योजना नहीं है। ऐसे एक नहीं पूरे 70 जिले हैं जहां के किसान चाहकर भी शिमला मिर्च का बीमा नहीं करा सकते। दरअसल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सात औद्यानिक फसलों पर केवल 51 जिलों में लागू है। विडंबना यह है कि इन 51 जिलों में भी इन सातों का बीमा नहीं होता है।
Bu hikaye Amar Ujala dergisinin March 27, 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Amar Ujala dergisinin March 27, 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
नजीबाबाद: शरारती तत्वों ने पटरी पर रख दिए पत्थर, बचा हादसा
नजीबाबाद में हादसे से बची मो एक्सप्रेस
इस्राइल का लेबनान, गाजा और सीरिया पर हमला, दो हिजबुल्ला कमांडर समेत 39 मरे
नेतन्याहू की लेबनान को चेतावनी, हिजबुल्ला को रोकें वरना गाजा जैसा करेंगे हाल
नेताओं के व्यक्तिगत स्वार्थों के कारण मिली करारी हार: राहुल
हरियाणा में हार: नहीं बुलाए गए हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला
संघर्ष व तनाव के दौर में भारत-आसियान दोस्ती, संवाद और सहयोग महत्वपूर्ण: मोदी
21वां आसियान-भारत शिखर सम्मेलन: पीएम ने कहा, एक-दूसरे की राष्ट्रीय अखंडता व संप्रभुता का करते हैं सम्मान
श्रेयस-ईशान की नजर भारतीय टीम में वापसी पर
रणजी ट्रॉफी का 90वां सत्र आज से, 60 शीर्ष खिलाड़ी आधे सत्र के लिए नहीं रहेंगे उपलब्ध
रनों का पहाड़...इंग्लैंड ने बना डाले 823 रन ब्रुक ने लगाया दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक
रूट का दोहरा टेस्ट शतक, पहली पारी में 556 रन बनाने के बाद भी पाकिस्तान पर पारी की हार का खतरा
रतन टाटा के दिल में बसता था यूपी
उनकी नजर में हर लिहाज से उत्तर प्रदेश शानदार, यूपी को आईटी हब बनाने में रही बड़ी भूमिका
रतन टाटा...सुनहरे कार्यकाल में 33 गुना बढ़ गई टाटा समूह की बाजार पूंजी
समूह ने नए वेंचर्स व अंतरराष्ट्रीय विस्तार के साथ खुद को बदला, मुनाफे में 51 गुना की आई तेजी
गोंडा में दुर्गा पूजा महोत्सव में बवाल
मसकनवा में आतिशबाजी को लेकर शुरू हुआ विवाद, दो पक्षों के बीच चले लाठी-डंडे
शिक्षा का धर्म निभा रहा चपरासी, दूर से ताक रही व्यवस्था
अमर उजाला पड़ताल: चार साल से सरायअकिल के बालिका जूनियर हाईस्कूल में शिक्षक नहीं, परिचारक ने अपने खर्चे पर रखा शिक्षक