बारिश और बैराजों से पानी छोड़े जाने की वजह से गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। वाराणसी में जलस्तर बृहस्पतिवार को चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच गया। इससे 84 घाटों की सीढ़ियां और प्लेटफॉर्म डूब गए। मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवों का दाह संस्कार गलियों में हो रहा है। मणिकर्णिका घाट पर दाह संस्कार की लंबी वेटिंग भी है। वरुणा के तटवर्ती इलाकों में पलायन शुरू हो गया है।
Bu hikaye Amar Ujala dergisinin August 09, 2024 sayısından alınmıştır.
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आतंक का कलंक धोने की बेचैनी
आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित शोपियां और पांपोर की सियासी आबोहवा बदल रही है। अब यहां आतंकी परिवारों के प्रति किसी की हमदर्दी नजर नहीं आती। लोग विकास और बदलाव का हिस्सा बनने के लिए छटपटा रहे हैं। सड़क, बिजली, पानी, पढ़ाई, दवाई और रोजगार जैसी बुनियादी जरूरतों पर बात करना चाहते हैं...खुलेआम स्वीकार करते हैं कि उन्हें खूब गुमराह किया गया, पर अब नहीं होंगे...आतंकवाद की चर्चा पर ही नाराज हो जाते हैं। लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में भी समझदारी और पूरी ताकत से वोट करने को तैयार हैं। 18 सितंबर को होने वाले मतदान से पहले इन अतिसंवेदनशील क्षेत्रों का हाल बता रहे हैं महेंद्र तिवारी...
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महिला हितों की रक्षा के लिए बदलनी होगी मानसिकता
सीजेआई जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा - सिर्फ सख्त कानून से न्यायपूर्ण समाज नहीं बनता