भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि एनआरआई जमा वित्त वर्ष 23 के पहले 6 महीने में कम हो रहा था और यह सितंबर में गिरकर 133.67 अरब डॉलर रह गया, जो मार्च 2022 में 139 अरब डॉलर था। इसमें एक साल पहले के 141.3 अरब डॉलर की तुलना में भी कमी आई है।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin December 21, 2022 sayısından alınmıştır.
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रुपया सात पैसे और टूटा
रुपया गिरकर गुरुवार को नए निचले स्तर प्रति डॉलर 85.27 पर पहुंच गया। डीलरों के मुताबिक डॉलर सूचकांक के मजूबत होने और महीने के अंत में आयातकों की तरफ से डॉलर की मांग बढ़ने से रुपये में गिरावट आई।
डेरिवेटिव कारोबार पर बड़ी चोट
दिसंबर में 37 फीसदी घटा कारोबार, ट्रेडिंग के सख्त नियमों से सटोरिया गतिविधियां कम करने में मदद मिली
मैनकाइंड का चीनी फर्म संग करार
इम्यूनोथेरेपी ड्रग को डीसीजीआई से मंजूरी मिलने के बाद 3 साल में पेश करने की संभावना
पांच साल में 5 लाख नौकरियां देगा टाटा
एन चंद्रशेखरन का कर्मियों को पत्र
फिर 10 मिनट में खाना पहुंचा रहीं कंपनियां
सुविधा की मांग बढ़ने के साथ ही पिछले साल इंस्टेंट फूड डिलिवरी प्लेटफॉर्मों ने जिस सुविधा को बंद या कम कर दिया था, उन्हें इस साल इसमें सफलता मिल रही है
बिना रेहन वाले कर्ज पर किया आगाह
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने डूबते ऋण पर बैंकों को आगाह करते हुए कहा है कि रेहन के बगैर दिए जा रहे ऋण पर अधिक नजर रखने की जरूरत है। आरबीआई ने देश में बैंकिंग क्षेत्र के रुझान पर जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट ‘ट्रेंड्स ऐंड प्रोग्रेस ऑफ बैंकिंग इन इंडिया 2023-24’ में कहा कि अधिक चूक और उठाव के कारण बिना रेहन वाले ऋण पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है। आरबीआई ने ऋणदाताओं और निजी क्रेडिट फर्मों के बीच के संबंधों पर बारीकी से नजर रखने का भी सुझाव दिया।
केन-बेतवा रिवर लिंक का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को मध्य प्रदेश के खजुराहो में एक समारोह के दौरान केन-बेतवा रिवर लिंक परियोजना का शिलान्यास किया।
आप सरकार की योजनाओं से अधिकारियों ने बनाई दूरी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार द्वारा हाल में घोषित दो प्रमुख कल्याणकारी योजनाओं पर सियासी बवाल मच गया है।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष आवास बाजार का बढ़ता दायरा
भारत में संपन्न वरिष्ठ नागरिकों की आबादी की तादाद अच्छी खासी है जो रिटायरमेंट के बाद जिंदगी को बेहतर और स्वतंत्र तरीके से बिताना चाहते हैं। ऐसे में इस क्षेत्र में कारोबार के लिए अच्छी संभावनाएं बन रही हैं।
प्रौद्योगिकी से बुजुर्गों की देखभाल
भारत की बढ़ती आबादी के साथ परिवारों और स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए बुजुर्गों की देखभाल जरूरी होती जा रही है।