प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नैशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) को देश का अब तक का सबसे 'दिशाहीन' गठबंधन करार दिया और ईस्ट इंडिया कंपनी तथा इंडियन मुजाहिदीन जैसे नामों का हवाला देते हुए कहा कि केवल देश के नाम के इस्तेमाल से लोगों को गुमराह नहीं किया जा सकता। प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संसदीय दल की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। बैठक में मौजूद कई सूत्रों ने कहा कि मोदी ने संसद में जारी गतिरोध के बीच विपक्ष की आलोचना की और भरोसा जताया कि 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत के बाद सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को लगातार तीसरा कार्यकाल मिलना तय है।
केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने विपक्ष के 'हताश और निराश' व्यवहार का उल्लेख किया और कहा कि उसके इस रुख से यह दिखाई पड़ता है कि उसने आने वाले कई वर्षों तक विपक्ष में रहने का निर्णय लिया है। विपक्षी दलों के 'इंडिया' (गठबंधन) नाम के बैनर तले लामबंद होने के बीच प्रधानमंत्री ने देश के नाम का इस्तेमाल करने वाले कुछ प्रतिबंधित चरमपंथी और आतंकवादी संगठनों सहित कुछ अन्य संगठनों के इतिहास का हवाला दिया और समूह को भ्रष्ट नेताओं और पार्टियों का गठबंधन बताया।
सूत्रों के अनुसार उन्होंने कहा कि यहां तक कि मुख्य विपक्षी दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का नाम भी एक अंग्रेज ए ओ ह्यूम ने रखा था। सूत्रों के अनुसार मोदी ने कहा कि जो संगठन शासन करना चाहते हैं और देश को तोड़ना चाहते हैं, जो इसे विभाजित करना चाहते हैं, उन्होंने लोगों को गुमराह करने के लिए 'भारत' और 'भारतीय' जैसे नामों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि लोग अब परिपक्व हो गए हैं और इस तरह के नामकरण से गुमराह नहीं होंगे।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin July 26, 2023 sayısından alınmıştır.
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