चालू वित्त वर्ष में प्रतिभूति लेनदेन कर (एसटीटी) से सरकार को मिलने वाला राजस्व बजट अनुमान के भी पार जा सकता है। अप्रैल से सितंबर तक
सरकारी खजाने में सालाना अनुमान के 50 फीसदी से भी ज्यादा एसटीटी आ चुका है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया कि अंतरिम आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में एसटीटी के मद में करीब 14,000 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। पूरे साल में 27,625 करोड़ रुपये पाने का लक्ष्य रखा गया है यानी आधे से ज्यादा रकम पहले ही आ चुकी है।
प्रतिभूति लेनदेन कर राजस्व में इजाफा मुख्य रूप से शेयर बाजार में तेजी और वायदा एवं विकल्प सौदों की बिक्री पर एसटीटी की दरें बढ़ाने से हुई है। साथ ही नए निवेशक आने से ट्रेडिंग गतिविधियों में तेजी आई है। इसका भी एसटीटी संग्रह बढ़ाने में योगदान रहा है।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin October 03, 2023 sayısından alınmıştır.
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'तत्काल सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख नहीं, ईमेल या पत्र भेजा जाए'
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कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज, राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ी, वायनाड लोक सभा क्षेत्र में भी पड़ेंगे वोट
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'जेनको को सूचीबद्ध करें राज्य
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5 महीने के निचले स्तर के करीब निफ्टी
आय के मोर्चे पर निराशा, विदेशी निवेश निकासी का असर शेयर बाजारों पर बरकरार रहा