इस साल भारतीय इक्विटी बाजार में व्यापक आधारित तेजी को किन चीजों ने सक्षम बनाया?
साल 2022 में समय-समय पर हुई गिरावट और आर्थिक घटनाक्रम के बाद निवेशक इस साल की शुरुआत में भारत को लेकर सकारात्मक हो गए क्योंकि उस घटनाक्रम से उभरते बाजारों में भारत का सापेक्षिक आकर्षण बढ़ा दिया। इससे विदेशी निवेश में सकारात्मक व मजबूत सुधार हुआ जबकि देसी भागीदारी भी सुदृढ़ बना रहा। कच्चे तेल और जिंस की लागत में नरमी के साथ-साथ कंपनियों के सुदृढ़ नतीजे ने भी उत्प्रेरक का काम किया। महंगाई का दबाव पूरे साल नरम रहा और आरबीआई समेत वैश्विक केंद्रीय बैंकों ने दरों में बढ़ोतरी के चक्र पर विराम का संकेत दिया। बॉन्ड का प्रतिफल भी अन्य बाजारों के मुकाबले भारत में सुदृढ़ बना रहा।
पश्चिम एशिया के हालात को देखते हुए इक्विटी बाजारों के लिए कौन से जोखिम हैं? क्या आपको लगता है कि क्या यह व्यापक क्षेत्रीय विवाद बन जाएगा?
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin November 20, 2023 sayısından alınmıştır.
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'तत्काल सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख नहीं, ईमेल या पत्र भेजा जाए'
प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने मंगलवार को कहा कि मामलों को तत्काल सूचीबद्ध करने और उन पर सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
झारखंड: कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज, राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ी, वायनाड लोक सभा क्षेत्र में भी पड़ेंगे वोट
सरकारी बैंकों ने दर्ज की 11% की मजबूत वृद्धि
कुल कारोबार 236 लाख करोड़ रुपये पहुंचा
'जेनको को सूचीबद्ध करें राज्य
देश के बिजली क्षेत्र में इस दशक में करीब 22 लाख करोड़ रुपये निवेश की जरूरत का हवाला देते हुए केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्यों से अपनी लाभ वाली इकाइयों को शेयर बाजार में सूचीबद्ध कराने का अनुरोध किया है।
विल्सन ऐंड ह्यूज ने कॉक्स ऐंड किंग्स की परिसंपत्ति, ब्रांड का किया अधिग्रहण
सौदे की रकम का नहीं किया गया खुलासा
बाजार भागीदारी बढ़ाने पर रहेगा ब्रिटानिया का जोर
सितंबर तिमाही में लाभ पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 9.6 प्रतिशत घटकर 531.5 करोड़ रुपये रह गया
50% तक घटेगी आयात निर्भरता
प्रमुख फार्मा सामग्री के विनिर्माण में देश बनेगा आत्मनिर्भर
गिरावट के बाद इंडसइंड कितना आकर्षक?
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई ने मंगलवार को निवेशकों के डीमैट खाते में प्रतिभूतियों को सीधे क्रेडिट करने की योजना वापस लेने की घोषणा की। इसे 11 नवंबर से प्रभावी हुई थी। एक्सचेंजों ने सूचित किया कि कुछ मामलों में उन्हें थोड़े विलंब का सामना करना पड़ा और इस वजह से सीधे क्रेडिट की सुविधा टालनी पड़ी।
स्थिर सरकार नहीं दे सकता एमवीए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को \"अस्थिर गाड़ी\" करार देते हुए कहा यह कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती।
5 महीने के निचले स्तर के करीब निफ्टी
आय के मोर्चे पर निराशा, विदेशी निवेश निकासी का असर शेयर बाजारों पर बरकरार रहा