जिन करदाताओं ने पुरानी आयकर व्यवस्था चुनी है, वे इस समय कर बचाने की जुगत भिड़ाते-भिड़ाते परेशान होंगे। मगर उनमें से ज्यादातर को यह नहीं पता होगा कि कर बचाने की योजना में अपने जीवनसाथी और बच्चों को शामिल करने से उनका कर का बोझ कानूनी तौर पर काफी कम हो सकता है।
कर्ज दे दीजिए
कोई भी व्यक्ति अपने जवनसाथी को कर्ज देकर कर में कमी ला सकता है। मान लीजिए कोई व्यक्ति अपनी पत्नी को नेल स्पा खोलने के लिए कुछ पैसा उधार देता है और वह इसे ब्याज सहित वापस करने के लिए तैयार हो जाती है। उस सूरत में उसके व्यापार या काम-धंधे से होने वाली कमाई को कर वसूलने के इरादे से पति की आय में जोड़ा नहीं जाता। अंतरराष्ट्रीय कर वकील वरुण चबलानी बताते हैं, 'लेकिन अगर पति अपनी पत्नी को यह पैसा तोहफे में देता है तो जोखिम पैदा हो सकता है। कर अधिकारी कारोबार से हुई कमाई को किसी भी समय आयकर अधिनियम की धारा 64 (1) (2) के तहत पति की आय के साथ जोड़कर कर वसूलने के लिए कह सकते हैं।' चबलानी की सलाह है कि जीवनसाथी को कर्ज का बाकायदा एग्रीमेंट यानी समझौता कराना चाहिए ताकि कर ऑडिट में उसका इस्तेमाल हो सके और इसे तोहफा न माना जाए।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin February 26, 2024 sayısından alınmıştır.
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'तत्काल सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख नहीं, ईमेल या पत्र भेजा जाए'
प्रधान न्यायाधीश संजीव खन्ना ने मंगलवार को कहा कि मामलों को तत्काल सूचीबद्ध करने और उन पर सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
झारखंड: कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज, राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ी, वायनाड लोक सभा क्षेत्र में भी पड़ेंगे वोट
सरकारी बैंकों ने दर्ज की 11% की मजबूत वृद्धि
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'जेनको को सूचीबद्ध करें राज्य
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विल्सन ऐंड ह्यूज ने कॉक्स ऐंड किंग्स की परिसंपत्ति, ब्रांड का किया अधिग्रहण
सौदे की रकम का नहीं किया गया खुलासा
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गिरावट के बाद इंडसइंड कितना आकर्षक?
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को \"अस्थिर गाड़ी\" करार देते हुए कहा यह कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती।
5 महीने के निचले स्तर के करीब निफ्टी
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