■ भारती एयरटेल ने बीते 5 साल में सबसे ज्यादा 241 करोड़ रुपये का चंदा दिया है
■ इन 8 कंपनियों ने पिछले 5 वर्ष में राजनीतिक दलों को 628 करोड़ रुपये का दिया है चंदा
■ एलऐंडटी ने वित्त वर्ष 2020 की सालाना रिपोर्ट में चंदा देने का खुलासा किया मगर चुनाव आयोग के डेटाबेस में उसका नाम नहीं है
देश की कुछ गिनी चुनी बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों ने ही अपनी सालाना रिपोर्ट में राजनीतिक दलों को चुनावी बॉन्ड या अन्य तरह से दान देने की घोषणा की है। कुल मिलाकर बीएसई सेंसेक्स सूचकांक में शामिल 30 कंपनियों में से केवल 8 ने ही पिछले पांच वित्त वर्ष में कम से कम एक बार अपनी सालाना रिपोर्ट में राजनीतिक दलों को चंदा देने की जानकारी दी है।
कंपनियों की सालाना रिपोर्ट के अनुसार सूचकांक में शामिल इन 8 कंपनियों ने पिछले 5 वर्षों के दौरान राजनीतिक दलों को कुल मिलकार 628 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। इनमें दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने सबसे ज्यादा 241 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। उसके बाद टाटा स्टील ने 175 करोड़ रुपये और लार्सन ऐंड टुब्रो ने 85 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin March 23, 2024 sayısından alınmıştır.
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'तत्काल सुनवाई के लिए मौखिक उल्लेख नहीं, ईमेल या पत्र भेजा जाए'
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कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान आज, राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ी, वायनाड लोक सभा क्षेत्र में भी पड़ेंगे वोट
सरकारी बैंकों ने दर्ज की 11% की मजबूत वृद्धि
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विल्सन ऐंड ह्यूज ने कॉक्स ऐंड किंग्स की परिसंपत्ति, ब्रांड का किया अधिग्रहण
सौदे की रकम का नहीं किया गया खुलासा
बाजार भागीदारी बढ़ाने पर रहेगा ब्रिटानिया का जोर
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गिरावट के बाद इंडसइंड कितना आकर्षक?
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स्थिर सरकार नहीं दे सकता एमवीए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को महाराष्ट्र में विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को \"अस्थिर गाड़ी\" करार देते हुए कहा यह कभी स्थिर सरकार नहीं दे सकती।
5 महीने के निचले स्तर के करीब निफ्टी
आय के मोर्चे पर निराशा, विदेशी निवेश निकासी का असर शेयर बाजारों पर बरकरार रहा