बाजार नियामक सेबी ने राइट्स इश्यू के ढांचे में व्यापक परिवर्तन का प्रस्ताव रखा है ताकि इसके आकर्षण में इजाफा हो और जब सूचीबद्ध कंपनियों की तरफ से अतिरिक्त रकम जुटाने की बात हो तो इसे ही जरिया बनाया जाए।
नियामक ने इसके लिए समयसीमा मौजूदा 20 दिन से घटाकर महज तीन दिन करने का प्रस्ताव रखा है। साथ ही शेयरधारक को अपना राइट्स एनटाइटलमेंट (आरई) अपनी पसंद के निवेशकों के हक में त्यागने की अनुमति देना और निवेश बैंकर की नियुक्ति की आवश्यकता समाप्त करना या पेशकश का मसौदा पत्र जमा न कराना शामिल है।
राइट्स इश्यू के अलावा सूचीबद्ध कंपनियां अन्य जरिया मसलन तरजीही आवंटन, पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) का इस्तेमाल कर सकती हैं। सेबी की तरफ से हुए डेटा के विश्लेषण से पता चलता है कि अभी राइट्स इश्यू इन तीनों में सबसे कम पसंदीदा जरिया है।
राइट्स इश्यू के तहत मौजूदा शेयरधारकों को उनकी शेयरधारिता के अनुपात में कंपनी के नए शेयर जारी किए जाते हैं। तरजीही आवंटन में मोटे तौर पर प्रवर्तक कंपनी में पूंजी का निवेश करते हैं, वहीं क्यूआईपी निवेशकों के चुनिंदा समूह के बीच होता है।
मंगलवार को सेबी की तरफ से जारी चर्चा पत्र में कहा गया है, वास्तविकता यह है कि कंपनी की रकम जुटाने की गतिविधियों में भागीदारी का पहला हक मौजूदा शेयरधारकों का होता है, बावजूद इसके सूचीबद्ध इकाइयां तरजीही इश्यू के जरिये रकम जुटाने को प्राथमिकता देती हैं और इसके लिए प्रवर्तक समेत कुछ चुनिंदा निवेशकों को पेशकश की जाती है। नियामक ने इस पर 10 सितंबर तक सार्वजनिक टिप्पणी मांगी है।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin August 21, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin August 21, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
सीएलएसए ने शुरू किया स्विगी का कवरेज, कंपनी का शेयर चढ़ा
मंगलवार को शुरुआती कारोबार में स्विगी के शेयरों में 5.6 फीसदी तक की उछाल आई और बीएसई पर इंट्राडे में यह 567.8 रुपये प्रति शेयर के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
दावा न की गई परिसंपत्तियों के लिए डिजिलॉकर के उपयोग का प्रस्ताव
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने मृत निवेशकों की परिसंपत्तियों पर दावा करने की प्रक्रिया को सहज बनाने के लिए डिजिलॉकर प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने का प्रस्ताव किया है।
कई मुद्दों पर रुख का बेसब्री से इंतजार
वृद्धि और महंगाई के दो राहे पर क्या प्राथमिकता
मजबूत वृद्धि जारी रखेगा भारत
एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए वित्त वर्ष 2025 में मजबूत वृद्धि का अनुमान जताया है।
रिजर्व बैंक और सरकार में थे सबसे अच्छे संबंध : दास
भारतीय रिजर्व बैंक के निवर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास ने केंद्रीय बैंक और सरकार के बीच संबंध विकसित होने पर बातचीत की।
निवेश से निकलने का क्या है सही वक्त
किसी भी निवेश से सही समय पर बाहर निकलना निवेशकों के लिए यह महत्त्वपूर्ण निर्णय माना जाता है क्योंकि यह उनकी आर्थिक स्थिति पर असर कर सकता है।
पर्यटन के लिए अच्छी सड़कें जरूरी : गडकरी
राइजिंग राजस्थान निवेश सम्मेलन
गूगल में खोजे गए आईपीएल से लेकर आम का अचार
यह साल का वह वक्त है जब हर कोई पीछे मुड़कर देखना चाहता है। सर्च इंजन गूगल इस साल भारतीय इंटरनेट उपयोगकर्ताओं द्वारा सबसे ज्यादा सर्च किए गए विषयों की सूची लेकर आया है।
ममता के पक्ष में 'इंडिया' के घटक दल
इंडिया गठबंधन का नेतृत्व सौंपे जाने की ममता की मांग को शरद पवार, अखिलेश, संजय राउत और लालू का समर्थन
कैसे तैयार होंगे वृद्धि के नए दौर के हालात
देश की अर्थव्यवस्था में वृद्धि के पिछले तमाम दौर पर नजर डालते हुए यह भी देखना होगा कि हम वृद्धि के अगले दौर के लिए जमीन कैसे तैयार कर सकते हैं।