अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने मेक्सिको और कनाडा से होने वाले आयात पर ऊंचा कर लगाने का बयान हाल ही में दिया है, जिसके बाद विश्व व्यापार के दो पहलुओं पर आशंका के बादल मंडराने लगे हैं - फ्रेंडशोरिंग (सहयोगी देशों में उत्पादन करना या उनसे कच्चा माल लेना) और अमेरिका-मेक्सिको-कनाडा समझौता (यूएसएमसीए)। पहले का अमेरिका के उन करीबी देशों पर सीधा असर पड़ेगा, जिन्होंने मान लिया होगा कि ट्रंप के शुल्क वृद्धि के फैसले से उनके लिए राह आसान हो जाएगी। बाद वाले पहलू को देखें तो ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में संस्थाओं और कानूनों की समीक्षा होगी, चाहे अतीत में उन्हें अमेरिकी हितपूर्ति के लिए ही क्यों न बनाया गया हो।
कनाडा और मेक्सिको पर ऊंचे शुल्क लगाने से यूएसएमसीए का उल्लंघन होगा, जो उत्तर अमेरिका के इन तीन देशों को तरजीह देने वाला व्यापार समझौता है। 2020 में इसे उत्तर अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते की जगह लागू किया गया था। शुल्क वृद्धि हुई तो 2022 के इनफ्लेशन रिडक्शन एक्ट को भी चुनौती मिलेगी। इस समझौते के तहत मेक्सिको और कनाडा को उत्पाद के मूल स्रोत के मामले में तरजीह दी जाती है ताकि खास तौर पर इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) में क्षेत्रीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को बढ़ावा दिया जा सके।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin December 31, 2024 sayısından alınmıştır.
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इस सत्र में कम रहेगी देश में चीनी की खपत
सितंबर में समाप्त 2023-24 के चीनी सत्र में उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद 2024-25 चीनी वर्ष (एसवाई) में भारत में चीनी की खपत घटकर लगभग 280 लाख टन रहने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15 लाख टन कम है। खपत में कमी का अनुमान मुख्य रूप से 2024 के आम चुनाव जैसा कोई बड़ा कार्यक्रम न होने की वजह से लगाया जा रहा है।
विनिर्माण पीएमआई में सुस्ती
उत्पादन, नए ऑर्डर और खरीद के स्टॉक में धीमी वृद्धि के बीच दिसंबर महीने में देश के मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में वृद्धि 12 महीने के निचले स्तर पर आ गई। गुरुवार को जारी एक निजी बिजनेस सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है।
'10 साल में 17.2 करोड़ नई नौकरियां'
भारत में 2014 से 2024 के बीच 17.2 करोड़ नई नौकरियों का सृजन हुआ है। श्रम मंत्री मनसुख मांडविया ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के ताजा केएलईएमएस आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि इन नौकरियों में से 4.6 करोड़ नौकरियों का सृजन पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में हुआ है।
तकनीक व गांवों पर होगा बीमा कंपनियों का जोर
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा में वृद्धि, बीमा नियमों में संशोधन व वस्तु और सेवा कर दरों में संशोधन की आस
सेबी ने एयूएम के मानक तय किए, एमएफ लाइट का दायरा सीमित
विश्लेषकों का कहना है कि एमएफ लाइट फ्रेमवर्क के तहत पेश सख्त नियमों की वजह से म्युचुअल फंड (एमएफ) व्यवसाय में प्रवेश करने के लिए शुरू किए गए इस नए विकल्प को चुनने वाले परिसंपत्ति प्रबंधकों द्वारा नवाचार के लिए बहुत कम गुंजाइश रह गई है।
आईटी फर्मों पर दिखेगा वीजा सख्ती का असर
इन्फोसिस, टीसीएस और एचसीएल पर अमेरिकी वीजा में सख्ती का अधिक प्रभाव पड़ेगा
वेतन कम, जोखिम ज्यादा
पिछले पांच वर्षों के दौरान ऑटो क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं को चोट लगने की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं।
बेहतर समन्वय से कम हुईं वनों में आग की घटनाएं
वनों में लगने वाली काफी सफलता मिल रही है।
बेरोजगार, गृहिणी व छात्रों से साइबर धोखाधड़ी ज्यादा
एक नया साइबर घोटाला सामने आया है, जिसमें बेरोजगार युवाओं, गृहणियों, छात्रों और जरूरतमंद लोगों को निशाना बनाया जाता है और वे बड़ी रकम गंवा रहे हैं।
ई-कॉमर्स को ओएनडीसी से पंख
विकास में अहम योगदान का जिक्र कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की इस मंच की तारीफ