अगर कोई पूछे कि आपकी पार्किंग में खड़े ई-स्कूटर, सड़कों पर रोशनी करने वाले सोलर पैनल और मौसम तथा दूसरी जरूरी जानकारी देने वाले सैटेलाइट को आपस में जोड़ने वाली कड़ी कौन सी है तो आप चकरा जाएँगे। असल में इनमें गहरा रिश्ता है और इन्हें आपस में जोड़ने वाली कड़ी है 'बादली'। बादली औद्योगिक क्षेत्र राष्ट्रीय राजधानी में हल्के यानी लाइट इंजीनियरिंग उत्पादों के निर्माण का अड्डा कहलाता है। यहां के उद्यमी बदलते दौर के साथ कदमताल करने में माहिर हैं और तरह-तरह के कलपुर्जे बनाते हैं। आपके ई-स्कूटर, सोलर पैनल और उपग्रह के लिए कई पुर्जे यहीं से बनकर जाते हैं और उन सबके बीच यही रिश्ता है।
यहां लंबे अरसे से बड़े पैमाने पर वाहन कलपुर्जे बनते रहे हैं मगर इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) का चलन बढ़ा तो यहां के उद्यमियों ने भी ईवी कलपुर्जे बनाने शुरू कर दिए हैं। सौर ऊर्जा पर सरकार और निजी क्षेत्र का बहुत जोर है, इसलिए उद्यमी इसके पुर्जे बना रहे हैं। बादली के उद्यमी कारोबारी गणित पर पूरा ध्यान देते हैं मगर प्रयोग करने से भी कतराते नहीं हैं। मिसाल के तौर पर सरकार ने उपग्रहों यानी सैटेलाइट में देसी उत्पादों पर जोर दिया तो यहां के उद्यमी उसकी इस पहल को सफल बनाने में भी जुट गए। हाल ही में बादली के एक उद्यमी ने सैटेलाइट के लिए एक सफल उत्पाद बना भी दिया है।
Bu hikaye Business Standard - Hindi dergisinin January 06, 2025 sayısından alınmıştır.
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रेलवे में हर तरफ हो रहा आमूलचूल बदलाव: मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह समय दूर नहीं जब देश में पहली बुलेट ट्रेन दौड़ने लगेगी। मोदी ने कहा कि सरकार बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण, ट्रेनों में आधुनिक सुविधाएं, देश के सभी हिस्सों में संपर्क को बढ़ावा और रोजगार व उद्योग को समर्थन देना आदि रेल क्षेत्र में विकास के चार मानकों पर काम कर रही है।
दिल्ली में महिलाओं को 2500 रुपये देगी कांग्रेस
कांग्रेस ने दिल्ली विधान सभा चुनाव के मद्देनजर सोमवार को \"प्यारी दीदी योजना\" की घोषणा की, जिसके तहत उसने सत्ता में आने पर राष्ट्रीय राजधानी की महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपये की वित्तीय सहायता देने का वादा किया है।
असैन्य परमाणु करार पर काम जारी
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सलिवन से मिले विदेश मंत्री एस जयशंकर
बिहार : परीक्षाओं में पारदर्शिता सवालों के घेरे में
बिहार की राजधानी पटना के बापू परीक्षा परिसर में 13 दिसंबर को शुभम कुमार (नाम परिवर्तित) बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा (सीसीई) दे रहे थे।
वर्ष 2025 के लिए तीन तमन्नाएँ
उद्योग जगत को तकनीक और अंतरराष्ट्रीय बिक्री में निवेश करना चाहिए। आर्थिक नीति को ढांचागत बदलावों और उत्पादकता पर ध्यान देना चाहिए तथा विचारों की राजनीति होनी चाहिए। बता रहे हैं नौशाद फोर्ब्स
हिचकोले खाती भारत की आर्थिक वृद्धि की गाड़ी
नवंबर के शुरू में मैंने अपने एक आलेख में जिक्र किया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था अनुमान के मुताबिक ही बिना उत्साह आगे बढ़ रही है।
स्थिर यील्ड का बैंकों के लाभ पर पड़ेगा असर
चालू वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) के दौरान बैंकों की ट्रेजरी आय कम रहने की संभावना है, क्योंकि तिमाही के अंत में बेंचमार्क यील्ड में कुछ खास बदलाव नहीं हुआ है।
रोजगार, वृद्धि और मांग पर खास ध्यान
वित्त मंत्रालय ने सोमवार को विभिन्न हिस्सेदारों के साथ नवें दौर की बजट पूर्व चर्चा पूरी कर ली है। मंत्रालय को खपत बढ़ाने, रोजगार बढ़ाने, व्यक्तिगत से लेकर एमएसएमई तक को कर छूट और कई तरह के सुधार के सुझाव मिले हैं।
बैंकों से बुनियादी ढांचे को मिले ज्यादा धन
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने बैंकों और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (एनबीएफसी) को सुझाव दिया है कि वे बड़ी बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को धन मुहैया करने में अपनी भागीदारी बढ़ाएं। मंत्रालय के अनुसार विकसित भारत 2047 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए यह महत्त्वपूर्ण है।
लार्जकैप का कटऑफ बढ़कर 1 लाख करोड़ रुपये के पार
पिछले छह महीने में सबसे ज्यादा औसत बाजार पूंजीकरण वाली 100 अग्रणी कंपनियों को लार्जकैप के तौर पर वर्गीकृत किया जाता है