पटोले ने कहा कि उन्होंने पार्टी के उन सभी नेताओं से रिपोर्ट मांगी है, जिन्होंने राज्य के अलग-अलग जिलों में सूखे का जायजा लिया है। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी सूखाग्रस्त इलाकों में हालात बेहद खराब हैं। कई इलाकों में लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है और पीने के पानी के लिए भी कई किलोमीटर तक जाना पड़ रहा है। पटोले ने कहा कि सूखे के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ ही जानवरों को भी चारा नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने जिन सूखाग्रस्त इलाकों का दौरा किया है, वह प्रत्येक विभाग के विभागीय आयुक्त को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
Bu hikaye Dainik Bhaskar Mumbai dergisinin June 01, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Dainik Bhaskar Mumbai dergisinin June 01, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
महाकुंभ स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित होगा ; 10 दिसंबर तक सभी काम पूरे करें
महाकुंभ : आयोजन के लिए लोगो, वेबसाइट और मोबाइल ऐप लॉन्च, योगी बोले
भारत पर दांव लगा रहे इंटरनेशनल लग्जरी फूड ब्रांड एकॉर, अरमानी, कार्निवल भारत में खोल रहे आउटलेट्स
न्यू ट्रेंड • लग्जरी डाइनिंग, हॉस्पिटैलिटी का हॉटस्पॉट बन रहा भारत, ये बाजार सालाना 20% बढ़ रहा
भारत ने टी-20 में लगातार आठवीं जीत हासिल की
पहला टी20• बांग्लादेश को सात विकेट से हराया
श्रीजेश की कोचिंग में जोहोर कप में उतरेगी जूनियर हॉकी टीम
18 सदस्यीय भारतीय टीम घोषित, आमिर कप्तान
दुबई में हुआ 100वां टी-20
महिला टी-20 वर्ल्ड कप • भारत ने पाकिस्तान पर 6 विकेट से जीत दर्ज की
महाविकास आघाडी में उद्धव गुट को अपने बराबर सीट नहीं देगी कांग्रेस
वरिष्ठ नेताओं की बैठक में हुआ फैसला, सबसे ज्यादा सीटों पर पार्टी करेगी दावा
कल्याण में शहाड फ्लाइओवर का जल्द किया जाएगा विस्तार
यातायातः स्थानीय सांसद श्रीकांत शिंदे की पहल पर एमएमआरडीए ने 320 करोड़ का टेंडर किया जारी
महंगा पड़ रहा अटल सेतु का टोल, कार वाले पुराने रास्ते से आने-जाने को मजबूर
190 हजार के मुकाबले केवल 24 हजार वाहन गुजर रहे रोज
पीछे छूट रहा जलापूर्ति का नियोजन पानी की किल्लत होने की आशंका
आगे नहीं बढ़ सकीं पिंजाल, दमणगंगा जैसी परियोजनाएं, गारगाई का काम भी धीमा
सिर्फ गैजेट्स ही आंखों को नहीं थका रहे, पढ़ने-लिखने, सिलाई से भी होता है तनाव; सबसे बेहतर उपचार... बार-बार पलकें झपकाते रहें
आमतौर पर लैपटॉप, मोबाइल और टीवी को हमारी आंखों की थकान के लिए जिम्मेदार ठहराया जाता है।