30 किमी लंबे उपनगरीय कॉरिडोर पर कुल तीन सुरंग होंगी, जो बनकर तैयार हो चुकी हैं। 'वावरले' सुरंग की खासियत यह होगी कि यह मुंबई उपनगरीय मार्ग की पहली टनल है, जिसका ट्रैक गिट्टी (ब्लास्ट लेस) रहित होगा, जिसमें से लोकल ट्रेन दौड़ेगी। इस कॉरिडोर का निर्माण कार्य 50 फीसदी पूरा होने के साथ ही इसे पूरा करना का लक्ष्य दिसंबर 2025 रखा गया है। यह कॉरिडोर तैयार होने पर रेल यात्रियों का करीब 30 मिनट का समय बचेगा। मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (एमयूटीपी) 3 परियोजना को आगे बढ़ने के लिए इस वर्ष के अंतरिम बजट में 300 करोड़ रुपए की राशि भी आवंटित की गी थी।
कुल 3,164 मीटर की सुरंग
पनवेल-कर्जत कॉरिडोर में तीन टनल का निर्माण शामिल है। कुल टनल की लंबाई 3,164 मीटर है। पहली नधल सुरंग 219 मीटर, दूसरी 'वावरले' सुरंग सबसे लंबी 2,625 मीटर और तीसरी किरावली सुरंग 320 मीटर है। 'वावरले' सुरंग की खुदाई 22 फरवरी 2023 को शुरू हुई और 7 जून 2024 को खत्म हुई।
Bu hikaye Dainik Bhaskar Mumbai dergisinin June 08, 2024 sayısından alınmıştır.
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