आइपीएल के 44वें मुकाबले में केवल 78 रन पर यशस्वी जायसवाल (24), जोस बटलर (34) और रियान पराग (14) जैसे अहम विकेट गंवाने के बाद राजस्थान रायल्स मुश्किल में थे, लेकिन कप्तान संजू सैमसन (71*) और ध्रुव जुरैल (52*) की साहसिक पारी के दम पर मेहमान टीम ने लखनऊ सुपरजायंट्स को उसके घर में सात विकेट से हराया। राजस्थान ने 197 रनों के लक्ष्य को 19 ओवर में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया। एलएसजी ने कप्तान केएल राहुल (76) व दीपक हुड्डा (50) के सहारे 20 ओवर में पांच विकेट पर 196 रन बनाए थे। इस जीत के साथ राजस्थान की टीम प्लेआफ की दौड़ में सबसे आगे हो गई है।
Bu hikaye Dainik Jagran dergisinin April 28, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Dainik Jagran dergisinin April 28, 2024 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
कोहरे के बीच बृहस्पतिवार को रही सबसे ठंडी सुबह
न्यूनतम तापमान 16.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज
एनसीआर में आज से ग्रेप-तीन लागू
बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल वाहनों के साथ निर्माण व विध्वंस पर लगी रोक
ट्रंप ने मस्क और रामास्वामी को बनाया मंत्री
विवेक व टेस्ला प्रमुख मिलकर रोकेंगे 6.5 ट्रिलियन डालर के सरकारी खर्च में फिजूलखर्ची
घोषणापत्र पर सहमति बनाने में मदद करेगा भारत
ब्राजील में अगले सप्ताह जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी
कैंसर पीडिता के बेटे ने डाक्टर पर किया हमला
मां का इलाज कराने आए युवक ने चाकू से किए सात वार, डाक्टर की हालत स्थिर
भारतीय टीम के सामने 'गंभीर' चुनौती
गौतम के कोच बनने के बाद दो सीरीज में मिली हार • न्यूजीलैंड से मिली हार के बाद दबाव में भारतीय टीम • आस्ट्रेलिया में पिछली दो टेस्ट सीरीज जीता है भारत
अब सीएम शिंदे व अजीत के बैग की जांच
उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बैग की जांच पर सवाल उठाने वाले उद्धव ठाकरे को आड़े हाथों लिया
झारखंड में पहले चरण में 66.48 प्रतिशत मतदान, आदिवासी सीटें होंगी निर्णायक
पहले चरण की 43 सीटों में सर्वाधिक 20 सीटें हैं आदिवासियों के लिए सुरक्षित
दस सालों में टैक्स का दायरा बढ़ा, लेकिन मध्यम वर्ग पर आयकर का बोझ कम हुआ
सालाना 20 लाख रुपये तक कमाने वाले मध्यम वर्ग को 10 साल पहले के मुकाबले अब देना पड़ रहा कम आयकर
रुपये में गिरावट से महंगी होगी मैन्यूफैक्चरिंग
अधिकतर कच्चे माल के आयात से इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल्स और फार्मा जैसे सेक्टर होंगे प्रभावित