पाकिस्तान के निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्वीकार किया है कि उनकी सरकार भी शक्तिशाली सेना के समर्थन के बिना नहीं चल सकती, जो तख्तापलट की आशंका वाले देश की राजनीति में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है। शहबाज शरीफ जब विपक्ष के नेता थे, तो वह शासन चलाने के लिए सेना के दखल को लेकर तत्कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान की आलोचना करते थे। लेकिन, सत्ता में आने के बाद उन्होंने वही ढर्रा अपना लिया।
Bu hikaye Jansatta dergisinin August 12, 2023 sayısından alınmıştır.
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महेश्वरी ओर अनंतजीत ने राष्ट्रीय खिताब जीता
पेरिस ओलंपिक की जोड़ी ने स्कीट मिश्रित टीम में दिखाया कमाल
मेलबर्न में आस्ट्रेलिया के साथ भारत का मुकाबला आज से
कप्तान रोहित शर्मा के बल्लेबाजी क्रम पर फैसला अभी नहीं
दक्षिण अफ्रीका की निगाहें डब्लूटीसी फाइनल में जगह पक्की करने पर
पाकिस्तान के खिलाफ गुरुवार से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला जीतकर दक्षिण अफ्रीका की निगाहें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह पक्की करने पर लगी हैं।
सड़सठ हजार वर्ग किमी से अधिक भूमि पर बने घरों का सर्वे पूरा
पंचायती राज मंत्रालय की स्वामित्व योजना के तहत
'अटल जी ने संवैधानिक मूल्यों के साथ नई दिशा दी'
राष्ट्रपति ओर प्रधानमंत्री ने किया नमन
न्यायपालिका को हथियार बना रही यूनुस सरकार
शेख हसीना के पत्र ने कहा
दस हजार कृषि सहकारी समितियां गठित
पांच साल से पहले दो लाख समितियां तैयार करने का लक्ष्य शाह
एएसआइ ने किया चंदौसी की बावडी का निरीक्षण
संभल जिले के चंदौसी स्थित प्राचीन बावड़ी की खुदाई बुधवार को पांचवें दिन भी जारी है और एएसआइ की एक टीम ने बावड़ी का निरीक्षण किया।
दो महिलाओं, एक बच्चे समेत चार की मौत
भीमताल से हल्द्वानी जा रही बस 500 फुट नीचे गहरी खाई में गिरी
अर्थव्यवस्था पर विदेशी कर्ज का बोझ
विश्व बैंक की रपट के कुछ आंकड़े चिंता पैदा करते हैं। भारत पर बाहरी वित्तीय ऋण के ब्याज की लागत पिछले एक वर्ष में 90 फीसद से अधिक बढ़ गई है। वर्ष 2022-23 में ब्याज की लागत 23 फीसद के आसपास थी, जो अब 92 फीसद दर्ज हुई है।