पंचदिवसीय महोत्सव दीपावली
Jyotish Sagar|November 2023
भारतीयों के लिए वार्षिक पर्व एवं महोत्सव के रूप में प्रतिष्ठित 'दीपावली' की प्रतिष्ठा दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। सनातन धर्म अथवा यूँ कहें कि भारतीय संस्कृति एवं सभ्यता का यह दीपावली महापर्व सम्भवतः एकमात्र ऐसा पर्व है, जिसने पाश्चात्य अंधानुकरण के इस युग में भी कुछ परिवर्तनों के साथ अपना अस्तित्व न केवल बचाए रखा है, वरन् इस भौतिकवादी युग में अपनी उपादेयता दिन-प्रतिदिन बढ़ाई है।
पंचदिवसीय महोत्सव दीपावली

भारतीय बाजारों का यदि सर्वेक्षण किया जाए, तो दीपावली एवं उसके आस-पास के त्योहारों पर सर्वाधिक कारोबार होता है। इस प्रकार यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी अत्यन्त महत्त्वपूर्ण पर्व है। प्रायः सभी क्षेत्रों में इस दौरान सर्वाधिक क्रय-विक्रय होता है।

जैसाकि सर्वविदित है, दीपावली महोत्सव धनत्रयोदशी से आरम्भ होकर भाईदूज तक मनाया जाता है। इस पंचदिवसीय महोत्सव में अनेक पर्व एवं त्योहार मनाए जाते हैं। इस वर्ष यद्यपि उक्त पर्व छह दिनों की अवधि में मनाए जाएँगे। प्रस्तुत आलेख में इस अवधि में मनाए जाने वाले प्रमुख पर्व एवं त्योहारों का वर्णन किया जा रहा है।

1 प्रथम दिवस

धनत्रयोदशी 

[कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी (10 नवम्बर, 2023)]

धनत्रयोदशी दीपावली महोत्सव का प्रथम पर्व है। इस वर्ष धनत्रयोदशी 10 नवम्बर, 2023 (शुक्रवार) को है। इस पर्व पर किए जाने वाले प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं:

1. कुबेर का पूजन (10 नवम्बर, 2023)।

2. बर्तन आदि नवीन वस्तुओं का क्रय (10 नवम्बर, 2023)।

3. सायंकालीन दीपदान (10 नवम्बर, 2023)। 

4. आरोग्य के देवता धन्वन्तरि का पूजन व जयन्ती उत्सव (11 नवम्बर, 2023)।

धनतेरस पर धनप्रदाता कुबेर के पूजन का भी प्रचलन है। कुबेर धनाध्यक्ष हैं। वे देवताओं के खजांची हैं। वे सभी प्रकार की निधियों के स्वामी हैं। स्थायी धन प्राप्ति के लिए भी उनका पूजन किया जाता है। उनकी कृपा प्राप्ति से धनागम की वृद्धि होती है और धन संचय सम्भव होता है।

धनत्रयोदशी पर बहुमूल्य वस्तुएँ, बर्तन, आभूषण, दैनिक उपयोग की वस्तुएँ, वाहन, भूमि, भवन इत्यादि का क्रय किया जाता है। सामान्यतः इस प्रकार का क्रय मध्याङ्घ एवं अपराह्न में किया जाता है। इस दिन चाँदी एवं पीतल के बर्तन लाना विशेष शुभ माना गया है। मान्यता है कि घर में नया बर्तन लाने से सौभाग्य एवं समृद्धि की वृद्धि होती है। आगामी वर्ष में धन-धान्य एवं सम्पदा बनी रहती है।

धनत्रयोदशी से जुड़ी मान्यताओं में यह भी है कि इस दिन धन का आगमन होना चाहिए, गमन नहीं। इसलिए इस दिन उधार आदि देना निषिद्ध बताया गया है। साथ ही, प्रयास यह भी रहता है, कि जो भी वस्तुएँ इस दिन खरीदी जाएँ, वे उधार में खरीदी जाएँ।

Bu hikaye Jyotish Sagar dergisinin November 2023 sayısından alınmıştır.

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सात धामों में श्रेष्ठ है तीर्थराज गयाजी
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सात धामों में श्रेष्ठ है तीर्थराज गयाजी

गया हिन्दुओं का पवित्र और प्रधान तीर्थ है। मान्यता है कि यहाँ श्रद्धा और पिण्डदान करने से पूर्वजों को मोक्ष प्राप्त होता है, क्योंकि यह सात धामों में से एक धाम है। गया में सभी जगह तीर्थ विराजमान हैं।

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September 2024
सत्साहित्य के पुरोधा हनुमान प्रसाद पोद्दार
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September 2024
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर अमृत गीत तुम रचो कलानिधि
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राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर अमृत गीत तुम रचो कलानिधि

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September 2024
सेतुबन्ध और श्रीरामेश्वर धाम की स्थापना
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सेतुबन्ध और श्रीरामेश्वर धाम की स्थापना

जो मनुष्य मेरे द्वारा स्थापित किए हुए इन रामेश्वर जी के दर्शन करेंगे, वे शरीर छोड़कर मेरे लोक को जाएँगे और जो गंगाजल लाकर इन पर चढ़ाएगा, वह मनुष्य तायुज्य मुक्ति पाएगा अर्थात् मेरे साथ एक हो जाएगा।

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September 2024
वागड़ की स्थापत्य कला में नृत्य-गणपति
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वागड़ की स्थापत्य कला में नृत्य-गणपति

प्राचीन काल से ही भारतीय शिक्षा कर्म का क्षेत्र बहुत विस्तृत रहा है। भारतीय शिक्षा में कला की शिक्षा का अपना ही महत्त्व शुक्राचार्य के अनुसार ही कलाओं के भिन्न-भिन्न नाम ही नहीं, अपितु केवल लक्षण ही कहे जा सकते हैं, क्योंकि क्रिया के पार्थक्य से ही कलाओं में भेद होता है। जैसे नृत्य कला को हाव-भाव आदि के साथ ‘गति नृत्य' भी कहा जाता है। नृत्य कला में करण, अंगहार, विभाव, भाव एवं रसों की अभिव्यक्ति की जाती है।

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September 2024
व्यावसायिक वास्तु के अनुसार शोरूम और दूकानें कैसी होनी चाहिए?
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व्यावसायिक वास्तु के अनुसार शोरूम और दूकानें कैसी होनी चाहिए?

ऑफिस के एकदम कॉर्नर का दरवाजा हमेशा बिजनेस में नुकसान देता है। ऐसे ऑफिस में जो वर्कर काम करते हैं, तो उनको स्वास्थ्य से जुड़ी कई परेशानियाँ आती हैं।

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September 2024
श्रीगणेश नाम रहस्य
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श्रीगणेश नाम रहस्य

हिन्दुओं के पंच परमेश्वर में भगवान् गणेश का स्थान प्रथम माना जाता है। शंकराचार्य जी ने के भी पंचायतन पूजा में गणेश पूजन विधान का उल्लेख किया है। गणेश से तात्पर्य गण + ईश अर्थात् गणों का ईश से है। भगवान् गणेश को कई अन्य नामों से भी पूजा जाता है जैसे विघ्न विनाशक, विनायक, लम्बोदर, सिद्धि विनायक आदि।

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September 2024
प्रेम और भक्ति की अनन्य प्रतीक 'श्रीराधा'
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प्रेम और भक्ति की अनन्य प्रतीक 'श्रीराधा'

कृष्ण चरित के प्रतिनिधि शास्त्र भागवत और महाभारत में राधा का उल्लेख नहीं होने के बावजूद वे लोकमानस में प्रेम और भक्ति की अनन्य प्रतीक के रूप में बसी हुई हैं। सन्त महात्माओं ने उन्हें कृष्णचरित का अभिन्न अंग माना है। उनकी मान्यता है कि प्रेम और भक्ति की जैसे कोई सीमा नहीं है, उसी तरह राधा का चरित, उनकी लीला और स्वरूप भी प्रेमाभक्ति का चरमोत्कर्ष है।

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September 2024
राजस्थान के लोकदेवता और समाज सुधारक बाबा रामदेव
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राजस्थान के लोकदेवता और समाज सुधारक बाबा रामदेव

राजस्थान के देवी-देवताओं में बाबा रामदेव का नाम काफी विख्यात है। इनके अनुयायी राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और सिन्ध (पाकिस्तान) आदि में बड़ी संख्या में हैं।

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September 2024
जन्मपत्रिका में चन्द्रमा और मनुष्य का भावनात्मक जुड़ाव
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जन्मपत्रिका में चन्द्रमा और मनुष्य का भावनात्मक जुड़ाव

जिस प्रकार लग्न हमारा शरीर अर्थात् बाहरी व्यक्तित्व है, उसी प्रकार चन्द्रमा हमारा सूक्ष्म व्यक्तित्व है, जो किसी को भी दिखाई नहीं देता, लेकिन महसूस अवश्य होता है।

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September 2024