महान स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे
Kendra Bharati - केन्द्र भारती|Kendra Bharati - August 2022 Issue
वर्ष १८५६ में शिवपुरी में स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी, शौर्य और दुस्साहस के प्रतीक तात्या टोपे को अंग्रेजों द्वारा फांसी दी गई थी।
प्रमोद भार्गव
महान स्वतंत्रता सेनानी तात्या टोपे

हालांकि कतिपय विद्वानों ने यह भी भ्रम फैलाने की कोशिश की है कि जिस व्यक्ति को शिवपुरी में फांसी दी गई, वह तात्या नहीं था। अपने कथन को सत्यापित करने के लिए उन्होंने जनश्रुतियों का सहारा लिया। किन्तु सच है कि अलिखित आधार पर किसी हुतात्मा के बलिदान को झुठलाया नहीं जा सकता। कारण कि वे स्थान, जिनसे તાત્યા ના વિધી ન किसी रूप में नाता थाः आज भी शिवपुरी की धरती पर विद्यमान है। तात्या द्वारा अदालत में दिया बयान और फिरंगी हुक्मरानों के वे कागजात जो तात्या की फांसी पर प्रमाण की मोहर लगाते हैं, इतिहास के सत्यापित अभिलेख के रूप में संग्रहीत हैं।

तात्या टोपे का जन्म महाराष्ट्र के नासिक जिले के यवला ग्राम में वर्ष १८५४ में हुआ था। उनके पिता का नाम पांडुरंग भट्ट और माता का नाम रुक्मणी था। तात्या ने नाना साहब पेशवा के साथ रहकर राष्ट्रभक्ति का पाठ पढ़ा। २० जून, १८५८ को ग्वालियर में महारानी लक्ष्मीबाई के शहीद होने के उपरान्त तात्या 'गुरिल्ला युद्धों की शुरूआत करके स्वाधीनता यज्ञ में क्रान्ति की समिधाएं डालते रहे। इस दौरान तात्या की आयु कागभग ४५ वर्ष थी।

तात्या के अभिन्न साथी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, कुंवर सिंह, माधोसिंह, नवाब खान, बहादुर खान के प्राणोत्सर्ग के पश्चात नाना साहब भूमिगत हो गए। तात्या ही क्रान्ति के अकेले प्रणेता रह गए। अकेले तात्या सैन्य और शस्त्रों सें सम्पन्न फिरंगियों से सामना नहीं कर सकते थे, इसलिए वे दक्षिण भारत के राजाओं से सहायता की आशा से नर्मदा नदी पार कर दक्षिण पहुँच गए। किन्तु यहां से बिना किसी सहायता के निराश होकर तात्या को उल्टे पैर लौटना पड़ा। तात्या राजस्थान पहुँचे। किन्तु वहाँ भी तात्या निराशा और अनिश्चय के घोर अंधेरे में भटक कर रह गए। तात्या पर टिप्पणी करते हुए ‘राजस्थान रोल इन द स्ट्रगल ऑफ १८५७' नामक पुस्तक में लिखा है, 'राजस्थान में तात्या टोपे को किसी प्रकार की सहायता न मिलने से वह हताश हो गया और उसने किसी मराठा राज्य में जाने का विचार बनाया'।

Bu hikaye Kendra Bharati - केन्द्र भारती dergisinin Kendra Bharati - August 2022 Issue sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Kendra Bharati - केन्द्र भारती dergisinin Kendra Bharati - August 2022 Issue sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

KENDRA BHARATI - केन्द्र भारती DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
प्रेमकृष्ण खन्ना
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

प्रेमकृष्ण खन्ना

स्थानिक विभूतियों की कथा - २५

time-read
6 dak  |
July 2023
स्वस्थ विश्व का आधार बना 'मिलेट्स'
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

स्वस्थ विश्व का आधार बना 'मिलेट्स'

मिलेट्स यानी मोटा अनाज। यह हमारे स्वास्थ्य, खेतों की मिट्टी, पर्यावरण और आर्थिक समृद्धि में कितना योगदान कर सकता है, इसे इटली के रोम में खाद्य एवं कृषि संगठन के मुख्यालय में मोटे अनाजों के अन्तरराष्ट्रीय वर्ष (आईवाईओएम) के शुभारम्भ समारोह के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी के इस सन्देश से समझा जा सकता है :

time-read
7 dak  |
July 2023
जब प्राणों पर बन आयी
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

जब प्राणों पर बन आयी

एक नदी के किनारे एक पेड़ था। उस पेड़ पर बन्दर रहा करते थे।

time-read
1 min  |
July 2023
देव और असुर
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

देव और असुर

बहुत पहले की बात है। तब देवता और असुर इस पृथ्वी पर आते-जाते थे।

time-read
2 dak  |
July 2023
हर्षित हो गयी वानर सेना
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

हर्षित हो गयी वानर सेना

श्री हनुमत कथा-२१

time-read
4 dak  |
July 2023
पण्डित चन्द्र शेखर आजाद
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

पण्डित चन्द्र शेखर आजाद

क्रान्तिकारियों को एकजुट कर अंग्रेजी शासन की जड़ें हिलानेवाले अद्भुत योद्धा

time-read
6 dak  |
July 2023
भारत राष्ट्र के जीवन में नया अध्याय
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

भारत राष्ट्र के जीवन में नया अध्याय

भारत के त्रिभुजाकार नए संसद भवन का उद्घाटन समारोह हर किसी को अभिभूत करनेवाला था।

time-read
6 dak  |
July 2023
समान नागरिक संहिता समय की मांग
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

समान नागरिक संहिता समय की मांग

विगत दिनों से समान नागरिक संहिता का विषय निरन्तर चर्चा में चल रहा है। यदि इस विषय पर अब भी कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो इसके गम्भीर परिणाम आनेवाली सन्तति और देश को भुगतना पड़ सकता है।

time-read
7 dak  |
July 2023
शिक्षा और स्वामी विवेकानन्द
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

शिक्षा और स्वामी विवेकानन्द

\"यदि गरीब लड़का शिक्षा के मन्दिर न आ सके तो शिक्षा को ही उसके पास जाना चाहिए।\"

time-read
5 dak  |
July 2023
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक
Kendra Bharati - केन्द्र भारती

लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक

२३ जुलाई, जयन्ती पर विशेष

time-read
5 dak  |
July 2023