धर्म फूट डालो राज करो
Grihshobha - Hindi|October First 2022
काल्पनिक ईश्वर का भय दिखा कर धर्म के ठेकेदार किस तरह समाज को बांट कर अपना उल्लू सीधा करते हैं, जान कर हैरान रह जाएंगे आप...
हरिदत्त शर्मा
धर्म फूट डालो राज करो

यदि लोगों के अंदर भय और घृणा का जहर भर दिया जाए तो उन्हें बड़ी आसानी से संगठित किया जा सकता है. इस का नमूना हम 30 सालों से देख रहे हैं. घृणा फैलाने जैसे कार्यों के लिए धर्म ही सब से अधिक सुलभ एवं सस्ता जहर है जिस का उपयोग सदियों से शासक वर्ग एवं धार्मिक गुरु करते चले आ रहे हैं.

वोटों की राजनीति के लिए धर्मरूपी जहर का उपयोग लगभग सभी राजनीतिक पार्टियां किसी न किसी रूप में कर रही हैं. भारततीय जनता पार्टी की देखादेखी कांग्रेस, समाजवादी, तृणमूल कांग्रेस आदि भयभीत लोगों के प्रति सहानुभूति दिखा कर उन के वोट अपनी पार्टी के लिए पक्के कर लेने के प्रयास में जुटी हैं.

अब मुसलमानों को देशद्रोही सिद्ध कर के हिंदुओं के वोट अपने पक्ष में कर लेना चाहते हैं. लोगों के विकास और उन की समस्याओं को निबटाने की किसी को भी चिंता नहीं है. सभी पार्टियां 'फूट डालो एवं राज करो' के सिद्धांत का पूरापूरा लाभ उठाने में जुटी हुई हैं.

लोकसभा एवं राज्यसभा में चलने वाली बहसें आम जनता को ऐसे ही संकेत दे रही हैं कि धर्म की आड़ में सत्ता को कैसे बनाए रखा जाए या सत्ता को कैसे हथिया लिया जाए. अब तो कोई भी पार्टी यह नहीं चाहती कि हिंदुओं और मुसलमानों में भाईचारा पैदा हो.

धर्म के नाम पर बंटे रहें

नेताओं एवं धर्मगुरुओं की रोजीरोटी इसी बात पर निर्भर करती है कि लोग धर्म के नाम पर आपस में बंटे रहें, असल में यह चिरकाल से ऐसा ही चला आ रहा है. बांयो और राज करो. धर्म के नाम पर और जाति के नाम पर लोगों को बड़ी सरलता से बांय जा सकता है. पूरी कौम को संगठित रखने भी इस धर्मरूपी जहर का ही उपयोग किया जाता है. पाकिस्तान और अफगानिस्तान इस धर्मविष के सहारे ही अपना अस्तित्व बनाए रखे हुए हैं. पश्चिमी एशिया के सभी तानाशाह ऐसे हथकंडों का उपयोग कर के ही अपनी सत्ता को बनाए रखने में सफल हैं.

धर्म की आड़ में लाखों बेकसूर लोगों को जेल में ठूंसना और निहत्थों पर बम वर्षा करने को भी पुण्य का कार्य ठहरा दिया जाता है. सामाजिक बुराइयों को भी उचित मान कर उन्हें सम्मान दिया जाने लगता है.

Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin October First 2022 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin October First 2022 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

GRIHSHOBHA - HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
गोवा एडवेंचर के साथ मस्ती
Grihshobha - Hindi

गोवा एडवेंचर के साथ मस्ती

शादी बाद हनीमून मनाने जा रहे हों या फिर छुट्टियां बिताने, गोवा एक मजेदार डैस्टिनेशन है.....

time-read
6 dak  |
February First 2025
कपल्स रोमांस है तो चांस है
Grihshobha - Hindi

कपल्स रोमांस है तो चांस है

रिश्तों की डोर टूटे नहीं और जिंदगी में सिर्फ प्यार ही प्यार हो, इस के लिए क्या करें....

time-read
3 dak  |
February First 2025
होम लोन लेने से पहले
Grihshobha - Hindi

होम लोन लेने से पहले

अगर आप भी होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो उस से पहले यह जानना आप के लिए जरूरी होगा...

time-read
3 dak  |
February First 2025
युवतियों की फाइनैंशियल फ्रीडम
Grihshobha - Hindi

युवतियों की फाइनैंशियल फ्रीडम

पुरुषों की तुलना में महिलाएं कम पैसे इनवेस्ट करती हैं. मगर इसके पीछे की वजह को जानना और सफल इनवेस्टर बनना कितना जरूरी है, क्या जानना नहीं चाहेंगे....

time-read
10+ dak  |
February First 2025
7 टिप्स रूठों को मनाने के
Grihshobha - Hindi

7 टिप्स रूठों को मनाने के

रिश्तों में नाराजगी दूर करने के ये टिप्स आप के काम आएंगे....

time-read
2 dak  |
February First 2025
बिखरे रिश्तों को समेटती डैस्टिनेशन वैडिंग
Grihshobha - Hindi

बिखरे रिश्तों को समेटती डैस्टिनेशन वैडिंग

आज के समय लोग क्यों डैस्टिनेशन वैडिंग को पसंद कर रहे हैं, एक बार जरूर जानिए....

time-read
3 dak  |
February First 2025
बिना शौपिंग पाएं नया लुक
Grihshobha - Hindi

बिना शौपिंग पाएं नया लुक

घर बैठे अपने लुक में किस तरह बदलाव लाएं, यह हम आप को बताते हैं....

time-read
4 dak  |
February First 2025
ईवनिंग स्नैक्स
Grihshobha - Hindi

ईवनिंग स्नैक्स

शाम के स्नैक रेसिपीज

time-read
4 dak  |
February First 2025
फायदेमंद है गोल्ड में इनवैस्ट
Grihshobha - Hindi

फायदेमंद है गोल्ड में इनवैस्ट

सोने में निवेश लाभ देता है या हानि, यहां जानिए...

time-read
3 dak  |
February First 2025
लाइफस्टाइल बदलना तो बनता है
Grihshobha - Hindi

लाइफस्टाइल बदलना तो बनता है

नए लाइफस्टाइल का करें स्वागत और तनाव को कहें बायबाय...

time-read
3 dak  |
February First 2025