आप भी कहीं घूमने का प्रोग्राम बना रहे हैं ताकि खुद को रिलैक्स कर सकें, लेकिन इस बात को ले कर असमंजस में हैं कि टूर प्लान खुद से करें या फिर टूर पैकेज लें तो वैसे तो दोनों ही चीजें ठीक हैं, लेकिन आप के लिए दोनों में से कोई भी औप्शन औप्ट करने से पहले यह जान लेना बहुत जरूरी है कि आप किस मौके पर, कब, किस के साथ, कैसे घूमने का प्लान बनाने के बारे में सोच रहे हैं..
ऐसे में हम आप को कुछ सिचुएशन से वाकिफ करवाते हैं, जिन के हिसाब से आप टूर प्लान करते वक्त या तो आप खुद से डु इट योरसैल्फ टूर प्लान कर सकते हैं या फिर आप उस टूर के लिए पूरा टूर पैकेज ले सकते हैं, तो आइए जानते हैं कब, कौन सा औप्शन ज्यादा बैस्ट रहेगा.
हनीमून टूर
शादी और उस के बाद हनीमून पर कहीं घूमने जाने का प्लान बनाना हर पार्टनर के लिए अलग व ऐक्साइटिंग टाइम होता है क्योंकि यह समय फिर लौट कर जो नहीं आता है और इस समय एकदूसरे के साथ बिताए लमहें ताउम्र याद आते हैं. ऐसे में अगर आप अपने हनीमून टूर को रिलैक्स व टैंशन फ्री हो कर बिताना चाहते हैं, तो आप के लिए टूर पैकेज लेना ज्यादा बेहतर है.
इस में आप का पिकअप से ले कर ड्रौपिंग, डैस्टिनेशन तक पहुंचाना, लाना, जिस जगह जाने का आप ने प्लान बनाना है, उस जगह को अच्छे से ऐक्स्प्लोर करवाना, रहना, खानापीना सब शामिल होता है, जिस से आप को किसी चीज की टैंशन लेने की जरूरत नहीं होती और आप अपने पार्टनर के साथ पूरे ट्रिप को मजे में ऐंजौय कर पाते हैं वरना ऐसे समय में अगर आप खुद से टूर बुक करेंगे तो सब चीजें तो जरूर होंगी, लेकिन इस के लिए आप को काफी मेहनत व डैस्टिनेशन पर पहुंच कर सर्च करने की जरूरत पड़ेगी और कई बार तो जल्दबाजी या फिर आप के पार्टनर को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, इस चक्कर में आप वहां जा कर महंगे होटल, हर चीज महंगीमहंगी बुक कर लेते हैं जो समय बरबाद करने के साथसाथ आप की पौकेट पर भी भारी पड़ती है.
Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin January Second 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin January Second 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी
इस ढकोसलेबाजी को क्यों बंद किया जाए कि जिम जाना या वजन उठाना महिलाओं का काम नहीं.....
लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर
फोटोग्राफी के क्षेत्र में पहले केवल पुरुषों का अधिकार था, लेकिन अब इस क्षेत्र में लड़कियां भी बाजी मारने लगी हैं....
समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स
शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और खुशहाल रहने के लिए बौडी डिटोक्स के साथ डिजिटल डिटौक्स भी जरूरी है....
पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं
मासिकधर्म के दौरान क्या खाना सही रहता है और क्या गलत, यहां जानिए...
पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस
जरूरत से ज्यादा रोकटोक रिश्ते की मजबूती को बिगाड़ सकती है. ऐसे में क्या करें कि ताउम्र खुशहाल रहें....
औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी
औफिस में पहला दिन है, जानें कुछ जरूरी बातें....
क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर
क्या आप का बच्चा जिद्दी है, बातबात पर तोड़फोड़ करता है और खुद को नुकसान पहुंचा लेता है, तो जानिए वजह और निदान....
जब मन हो मंचिंग का
फ़ूड रेसिपीज
सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी
अगर आप भी सस्ते के चक्कर में खरीदारी करने का शौक रखते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है....
डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता
पिस्ता सिर्फ एक गार्निश नहीं, एक न्यूट्रिशन पावरहाउस है....