शोख गुलाबी होंठों पर कितनी ही शायरी लिखी जा चुकी हैं. किसी भी महिला या लड़की के पर्स में मेकअप का कोई और सामान हो या न हो पर लिपस्टिक या लिपग्लौस जरूर होता है. मेकअप में लिपस्टिक की क्या अहमियत होती है इसे सिर्फ महिलाएं ही समझ सकती हैं. लिपस्टिक के कलर से ले कर उस की वैरायटी तक से कोई भी महिला कंप्रोमाइज नहीं करना चाहती.
आजकल मार्केट में लिपस्टिक के अनगिनत कलर्स और ढेरों वैरायटी मौजूद हैं, इस कारण अपनी जरूरत के अनुसार सलैक्शन करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. इस के अलावा लिपिस्टिक से जुड़ी ऐसी कई बातें हैं जिन्हें जानना हर महिला के लिए जरूरी है.
इस संदर्भ में ऐक्सपर्ट गुंजन अघेरा पटेल, सैलिब्रिटी मेकअप आर्टिस्ट से जानकारी ली. उन के अनुसार लिपस्टिक कई तरह की होती है:
मैट लिपस्टिक
लिप्स को ड्राई लुक के साथसाथ लौंग स्टे देने के लिए मैट लिपस्टिक अच्छी होती है. होंठ फटे हुए हैं तो इसे लगाने से लुक बिगड़ सकता है. इस लिपस्टिक को लगाने का सब से बड़ा फायदा यह होता है कि यह लौंग लास्टिंग है, इसलिए आप किसी भी बड़ी औफिशयल मीटिंग या पार्टी में इसे लगा कर जा सकती हैं.
क्रीम लिपस्टिक
इस का लुक भी मैट लिपस्टिक की तरह आता है. लेकिन इसे अप्लाई करने के बाद होंठ ड्राई नहीं दिखते क्योंकि क्रीम लिपस्टिक में मैट से ज्यादा मौइस्चराइजर होता है जो लिप्स को स्मूथ लुक देता है. यह कई बार फैल भी जाती है, इसलिए इस लिपस्टिक को आप ऐसी जगह ही लगा कर जाएं जहां खानापीना कम हो या आप दोबारा लिपस्टिक लगा सकती हों. इसे लगाने से पहले होंठों पर आउटलाइन जरूर कर लें.
लिप ग्लौस
होंठों को शाइनी और चमकीला दिखाने के लिए लिपग्लौस लगाया जाता है. लिपस्टिक के ऊपर इसे लगाएंगी तो लिपस्टिक का कलर भी शाइनी नजर आएगा.
लिप टिंट
लिपस्टिक लगाने का मूड नहीं है और लिपस्टिक जैसा लुक भी चाहिए तो लिप टिंट इस जरूरत को पूरा कर सकता है. यह आजकल काफी ट्रैंडी है और आप के लिप्स को नैचुरल लुक देता है.
लिक्विड लिपस्टिक
लिक्विड लिपस्टिक लौंग लास्टिंग होती है. इस से भी लिप्स को मैट फिनिश मिलती है, साथ ही यह लंबे समय तक स्टे भी करती है.
Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin January Second 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber ? Giriş Yap
Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin January Second 2023 sayısından alınmıştır.
Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.
Already a subscriber? Giriş Yap
स्ट्रैंथ ट्रेनिंग क्यों जरूरी
इस ढकोसलेबाजी को क्यों बंद किया जाए कि जिम जाना या वजन उठाना महिलाओं का काम नहीं.....
लड़कियों को लुभा रहा फोटोग्राफी कैरियर
फोटोग्राफी के क्षेत्र में पहले केवल पुरुषों का अधिकार था, लेकिन अब इस क्षेत्र में लड़कियां भी बाजी मारने लगी हैं....
समय की मांग है डिजिटल डिटौक्स
शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ और खुशहाल रहने के लिए बौडी डिटोक्स के साथ डिजिटल डिटौक्स भी जरूरी है....
पीरियडस क्या खाएं क्यो नहीं
मासिकधर्म के दौरान क्या खाना सही रहता है और क्या गलत, यहां जानिए...
पतिपत्नी रिश्ते में जरूरी है स्पेस
जरूरत से ज्यादा रोकटोक रिश्ते की मजबूती को बिगाड़ सकती है. ऐसे में क्या करें कि ताउम्र खुशहाल रहें....
औफिस के पहले दिन ऐसे करें तैयारी
औफिस में पहला दिन है, जानें कुछ जरूरी बातें....
क्या है अटेंशन डेफिसिट हाइपर ऐक्टिविटी डिसऑर्डर
क्या आप का बच्चा जिद्दी है, बातबात पर तोड़फोड़ करता है और खुद को नुकसान पहुंचा लेता है, तो जानिए वजह और निदान....
जब मन हो मंचिंग का
फ़ूड रेसिपीज
सेल सस्ती शौपिंग न पड़ जाए महंगी
अगर आप भी सस्ते के चक्कर में खरीदारी करने का शौक रखते हैं, तो यह जानकारी आप के लिए ही है....
डाइट के लिए बैस्ट है पिस्ता
पिस्ता सिर्फ एक गार्निश नहीं, एक न्यूट्रिशन पावरहाउस है....