अमर और रीना की नई नई शादी हुई थी. उन अ की शादी को 6 महीने गुजर गए थे. सबकुछ सामान्य चल रहा था. दोनों अपने विवाह और एकदूसरे से बहुत खुश थे. फिर अचानक एक समस्या उठ खड़ी हुई. वह ऐसी थी जिसे न किसी को बता सकते थे और न उस के बारे में किसी से सलाह ले सकते थे. अचानक जिंदगी जैसे बदल सी गई और उन का वैवाहिक जीवन के लिए पहले सा उत्साह जैसे ठंडा होने लगा.
उन के एक मित्र समीर ने इस बात को समझा. उस ने अमर से इशारोंइशारों में बात पूछने की कोशिश की. लेकिन जब अमर ने कोई जवाब नहीं दिया तो एक दिन वह अपनी पत्नी के साथ अमर के घर पहुंच गया और दोनों ने खुल कर अमर और रीना से उन की समस्या पूछ ली. तब अमर और रीना ने भी खुल कर अपनी समस्या बता दी.
समस्या सुन कर समीर और उस की पत्नी हंस पड़ी. फिर उन्होंने बताया कि कभी वे भी इस दौर से गुजर चुके हैं और उस समस्या का उन्होंने क्या हल निकाला था बता दिया.
अमर और रीना ने उन के मुताबिक अपनी समस्या का समाधान कर लिया और फिर से उन के जीवन में वे सारी खुशियां लौट आईं जो कुछ दिनों से खो गई थीं. यह केवल अपने युगल मित्र की दोस्ती और सहायता से ही मुमकिन हो सका.
एक पवित्र बंधन
शादी 2 लोगों के बीच एक खूबसूरत और पवित्र बंधन है जो एकदूसरे से प्यार करते हैं और अपना जीवन एकसाथ बिताना चाहते हैं. लेकिन शादी भी एक चुनौतीपूर्ण और जटिल रिश्ता है। जिस के लिए दोनों भागीदारों से निरंतर काम और प्रतिबद्धता की आवश्यकता होती है. उन कारकों में से एक जो जोड़ों को एक खुशहाल और स्वस्थ विवाह बनाए रखने में मदद कर सकता है, दोस्तों की एक मजबूत सहायता प्रणाली है जो प्रोत्साहन, सलाह और सहयोग प्रदान कर सकती है.
ऐसे दोस्त बनाना जो विवाहरूपी जीवन के रथ को आगे बढ़ाएं और उसे आगे बढ़ाने में सहायता करें.
जब विवाह में साथ देने की बात आती है तो सभी दोस्त समान नहीं बनाए जाते हैं. कुछ मित्र वैवाहिक संबंधों के प्रति विषैले, नकारात्मक या अप्रभावी भी हो सकते हैं, जबकि कुछ वैवाहिक बंधन के प्रति वफादार, सकारात्मक और सहायक हो सकते हैं. उन दोस्तों से बचें या उन्हें सीमित करें जो उन की शादी को कमजोर करते हों या खतरे में डालते हों.
गोपनीयता का सम्मान
Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin April First 2024 sayısından alınmıştır.
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