इस कार्यक्रम का पूरा फोकस विमन एम्पावर पर था. यह कार्यक्रम नई दिल्ली में 18 मई, 2024 को आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में महिलाओं, जिन में अधिकतर मांएं थीं, ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया.
पीडियाट्रिशियन सैशन
सब से पहले पीडियाट्रिशियन डाक्टर श्रेया दुबे शिशु देखभाल से संबंधित बातें वहां मौजूद मदर्स से साझा कीं. उन्होंने बताया कि जन्म के पहले 6 महीने तक शिशु को कोई सौलिड फूड नहीं देना चाहिए. अगर यह पहले 6 महीने में दिया जाता है तो बच्चे को इंफैक्शन होने का खतरा रहता है. 6 महीने के बाद बच्चे को मैश किए हुए फ्रूट्स जैसे पपीता और सेब दिया जा सकता है.
इस के अलावा सब्जियों को उबाल कर मैश कर के जैसे मैश कद्दू, चुकंदर, गाढ़ी दाल और दलिया दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि इस बात का खास खयाल रखें कि 9 महीने तक नमक और 12 महीने तक शुगर या शहद बच्चे को न दिया जाए. उन्होंने आगे कहा कि बच्चों को जबरदस्ती खाना नहीं खिलाना चाहिए. बस उन की प्लेट में खाना परोस देना चाहिए, लगभग 20 मिनट के लिए और उन पर छोड़ दें कि वे कब खाते हैं.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि लोगों को दूसरे के बच्चों को ले कर कोई नैगेटिव कमैंट नहीं करना चाहिए. इस से बच्चे और उन के पेरैंट्स के मन में नैगेटिविटी आ जाती है. अंत में उन्होंने महिलाओं को मदर्स डे विश करते हुए कहा कि डियर मौम्स आप अमेजिंग हैं, आप औसम हैं. आप अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही हैं और अपने बच्चों का अच्छी तरह खयाल रख रही हैं.
ब्यूटी एक्सपर्ट सैशन
Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin June First 2024 sayısından alınmıştır.
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