जौब महिलाओं की आजादी की चाबी
Grihshobha - Hindi|November First 2024
वर्कलाइफ बैलेंस की चिंता छोड़ एक महिला के लिए नौकरी करना कितना जरूरी है...
गरिमा पंकज
जौब महिलाओं की आजादी की चाबी

आज जमाना बदला है और महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए एक खुला आसमान मिल गया है. वे अपनी काबिलीयत दिखा कर ऊंचे ओहदों तक पहुंच रही हैं. कामकाजी बन कर पैसे अपनी मुट्ठी में कर रही हैं. मगर यह सब उन के लिए इतना आसान भी नहीं. उन्हें घरपरिवार और बच्चों को संभालने की जिम्मेदारी के साथसाथ जौब की जिम्मेदारियां भी उठानी पड़ रही हैं. इस चक्कर में कई दफा उन का वर्क लाइफ बैलेंस बिगड़ भी जाता है. वे हतोत्साहित भी हो जाती हैं. मगर फिर भी उन्हें अपने मकसद पर टिके रहना है. यही तो उन की असली जंग है.

'वूमन इन इंडिया इंक एचआर मैनेजर्स सर्वे रिपोर्ट' के अनुसार देश में 34% महिलाएं वर्क लाइफ बैलेंस के कारण नौकरी छोड़ देती हैं जबकि पुरुषों में यह सिर्फ 4% के लिए होता है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि महिलाओं के नौकरी छोड़ने के शीर्ष 3 कारणों में वेतन संबंधी चिताएं, कैरियर के अवसर और वर्क लाइफ बैलेंस हैं. वहीं पुरुषों के लिए इस के कारण वेतन संबंधी चिंताएं, कैरियर के अवसर और भविष्य में रोजगार की दिशा है.

क्या कहती है रिपोर्ट

आईआईएम अहमदाबाद की जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार भारत में केवल 32.25 फीसद महिलाएं ही वर्क लाइफ बैलेंस कर पाती हैं. एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार भारतीय महिलाएं अपने पुरुष समकक्षों की तुलना में काफी अधिक तनावग्रस्त होती हैं, जिस का मुख्य कारण 'वर्क लाइफ बैलेंस की कमी है. कामकाजी जीवन में संतुलन की कमी तनाव का मुख्य कारण है.

दरअसल, रोजगार की दुनिया में महिलाओं का आना और टिकना बेहद मुश्किल है. हमारे पितृसत्तात्मक समाज में एक कामकाजी महिला से यह उम्मीद की जाती है कि वह घर के काम, बच्चों और परिवार के सदस्यों की देखभाल पर भी पूरा समय देंगी. तीजत्योहार हो या घर में किसी की शादी, बच्चे का जन्म हो या घर में बड़े बुजुर्ग की बीमारी महिलाओं को अपने काम के साथ इन सभी हालात को संभालने के लिए भी वक्त निकालना होता है.

यही वजह है कि अकसर कंपनियां महिलाओं को विशेषकर शादीशुदा महिलाओं को एसैट नहीं बल्कि लायबिलिटी समझती हैं. समस्या हमारे समाज और परिवार की भी है जो महिलाओं को नौकरी की इजाजत तो देता है पर साथ ही यह उम्मीद भी करता है कि वे घर के काम और बच्चों की जिम्मेदारी में मदद नहीं मांगेंगी.

Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin November First 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin November First 2024 sayısından alınmıştır.

Start your 7-day Magzter GOLD free trial to access thousands of curated premium stories, and 9,000+ magazines and newspapers.

GRIHSHOBHA - HINDI DERGISINDEN DAHA FAZLA HIKAYETümünü görüntüle
मैरिज से पहले ये बातें न करें इग्नोर
Grihshobha - Hindi

मैरिज से पहले ये बातें न करें इग्नोर

अगर आप की भी शादी होने जा रही है, तो यह जानकारी आप के लिए है...

time-read
6 dak  |
December Second 2024
गलत मैसेज
Grihshobha - Hindi

गलत मैसेज

रचना के मोबाइल पर कोई कुछ भी भेजता तो वह बिना सोचे समझे रिप्लाई कर देती थी. एक बार उस के मोबाइल पर किसी ने व्हाट्सऐप किया. उस को पढ़ने के बाद रचना को लगा कि धरती फट जाए और वह उस में समा जाए...

time-read
9 dak  |
December Second 2024
डिलिवरी के बाद कैसे करें हैल्थ केयर
Grihshobha - Hindi

डिलिवरी के बाद कैसे करें हैल्थ केयर

महिलाएं मां बनने के बाद किनकिन शारीरिक व मानसिक समस्याओं से गुजरती हैं और उनके क्या समाधान हो सकते हैं....

time-read
5 dak  |
December Second 2024
मजाक की लिमिट न हो जाए क्रौस
Grihshobha - Hindi

मजाक की लिमिट न हो जाए क्रौस

किसी शादी को ऐंजौय करना चाहते हैं, तो अपने मजाक करने की हद का ध्यान रखें, कुछ इस तरह....

time-read
4 dak  |
December Second 2024
इंडिया से बाहर कैसे करें हनीमून प्लानिंग
Grihshobha - Hindi

इंडिया से बाहर कैसे करें हनीमून प्लानिंग

शादी बाद हनीमून के लिए विदेश जाना चाहते हैं, तो उस से पहले यह जानना जरूरी होगा...

time-read
6 dak  |
December Second 2024
विंटर रैसीपीज
Grihshobha - Hindi

विंटर रैसीपीज

ठंडी में बनने वाले रेसिपीज

time-read
3 dak  |
December Second 2024
डेटिंग की नई डैफिनेशन
Grihshobha - Hindi

डेटिंग की नई डैफिनेशन

आप किसी को डेट कर रहे हैं या फिर नए पार्टनर की तलाश में हैं, तो आप को इन ट्रेंड्स की गहराई से जानकारी होनी चाहिए.....

time-read
2 dak  |
December Second 2024
स्टोल को दें अलग स्टाइल
Grihshobha - Hindi

स्टोल को दें अलग स्टाइल

आप भी स्टोल के साथ थोड़ा सा प्रयोग कर खुद को स्टाइलिश लुक दे सकती हैं...

time-read
3 dak  |
December Second 2024
निटिंग के मौडर्न डिजाइंस
Grihshobha - Hindi

निटिंग के मौडर्न डिजाइंस

निटिंग सिर्फ एक कला ही नहीं बल्कि एक एहसास भी है जो आप का अपनों के लिए प्यार जताता है. बदलते समय के साथ निटिंग के नई टूल्स भी आ गए हैं और नई डिजाइंस भी. तो आप भी अपनों के लिए इनमें से चुनें अपना मनपसंद डिजाइन और जता दें अपना प्यार...

time-read
6 dak  |
December Second 2024
लिप बाम, टिंट, ग्लॉस और लिपस्टिक में अंतर
Grihshobha - Hindi

लिप बाम, टिंट, ग्लॉस और लिपस्टिक में अंतर

सर्दियों के मौसम में भी होंठों की खूबसूरती बरकरार रखिए, कुछ इस तरह....

time-read
3 dak  |
December Second 2024