एक समय था जब लोग शादी कर के 7 जन्मों तक साथ रहने के वादे करते थे. मगर आज के दौर में एक जन्म भी साथ नहीं रह पाते क्योंकि प्यार करना या शादी करना जितना आसान है उस शादी को निभा पाना उतना ही मुश्किल है. ऐसा नहीं है कि लोगों का शादी पर से विश्वास उठ गया है या आज के समय में शादियां टिकती नहीं हैं. आज भी कई शादियां चाहे वे ग्लैमर वर्ल्ड से जुड़े लोगों की हों या आम लोगों की आज भी कई शादियां सालों तक टिकती है, जिन्हें कई बार समझौते का नाम दिया जाता है क्योंकि ऐसी टिकने वाली शादियों में पति या पत्नी में से किसी एक को घर में शांति बनाए रखने के लिए गलत बातों पर भी समझौता करना पड़ता है ताकि पतिपत्नी के बीच झगड़ा न हो.
अगर पति बिजनैसमैन या सैलिब्रिटी है तो पत्नी की तरफ से ज्यादा समझौता करना पड़ता है क्योंकि पति पैसे कमाता है, घर चलाता है और पत्नी हाउसवाइफ या पति पर निर्भर है तो उस पत्नी को कई गलत बातें, कई बार दूसरी औरतों से संबंध, लेट नाइट पार्टी से शराब पी कर पत्नी से दुर्व्यवहार करना आदि सहन करना पड़ता है क्योंकि वह अगर ऐसा नहीं करेगी तो लंबे समय से चली आ रही शादी टूट जाएगी.
ऐसे में पति पत्नी को अपना गुलाम बना कर रखता है, जिस के चलते कई बार ऐसी पत्नियां पति से तंग आ कर कई सालों बाद भी तलाक ले लेती हैं और उन्हें अपनी जिंदगी की शुरुआत नए ढंग से करनी पड़ती है.
बस प्यार ही प्यार
खासतौर पर अगर कोई लड़की अपने पति से भी अच्छा कमाती है और पूरी तरह स्वावलंबी है तो वह पति की गलत हरकतों को बिलकुल सहन नहीं करती. इस के बाद भले ही कितना भी प्यार हो तलाक की संभावना ज्यादा बढ़ जाती है. यही वजह है कि आजकल लोग शादी करने के बजाय लिव इन रिलेशनशिप में रहना पसंद करते हैं जिस में शादी जैसा कोई बंधन नहीं होता.
प्यार करने से ले कर साथ रहने तक पूरी आजादी होती है. न तलाक, न कोर्टकचहरी की टेंशन, न ही ससुराल मायके वालों के ताने झेलने की टैंशन, बस प्यार ही प्यार के साथ पूरी आजादी होती है. इसी के चलते आजकल लोग शादी के बजाय लिव इन में रहना ज्यादा पसंद करते हैं.
Bu hikaye Grihshobha - Hindi dergisinin November First 2024 sayısından alınmıştır.
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