Modern Kheti - Hindi Magazine - October 01, 2023Add to Favorites

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In this issue

Seeds Business Special

8 देशों के किसान जलवायु परिवर्तन को एक बड़ी चुनौती मानते हैं

बायर कंपनी द्वारा किए गए 'फार्मर वॉयस' सर्वेक्षण में भारत सहित आठ देशों के किसानों ने हाल के वर्षों में मौसम में कुछ बदलाव की सूचना दी है।

8 देशों के किसान जलवायु परिवर्तन को एक बड़ी चुनौती मानते हैं

2 mins

भारत में बढ़ रहा सूखे का प्रकोप

एक तरफ जहां पहले कम बारिश के चलते जून और जुलाई के दौरान बुआई में देरी हुई थी। वहीं अब वे बारिश की कमी के चलते फसलों के विफल होने या उसमें गिरावट की आशंका को लेकर चिंतित हैं।

भारत में बढ़ रहा सूखे का प्रकोप

2 mins

फूलों की गंध को पहचानने की क्षमता कम हुई मधुमक्खियों में

एक नए शोध के मुताबिक, ओजोन प्रदूषण फूलों से निकलने वाली फूलों की गंध को काफी हद तक बदल देता है, जिसने मधुमक्खियों की कुछ मीटर की दूरी से गंध पहचानने की क्षमता को 90 प्रतिशत तक कम कर दिया है।

फूलों की गंध को पहचानने की क्षमता कम हुई मधुमक्खियों में

2 mins

इस साल छह लाख हैक्टेयर में कम हुई बुआई

देश में खरीफ सीजन की बुआई अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। 8 सितंबर 2023 को समाप्त सप्ताह तक देश में 1088.50 लाख हैक्टेयर में बुआई हो चुकी है, जो पिछले साल 2022 से लगभग 48 हजार हैक्टेयर अधिक है, लेकिन अगर चालू सीजन की तुलना 2021 के खरीफ सीजन से करें तो अभी भी लगभग 5.84 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुआई कम हुई है।

इस साल छह लाख हैक्टेयर में कम हुई बुआई

3 mins

ग्रीन हाउस में फूलों की खेती

हमारे देश की जलवायु ऐसी है जहां सभी प्रकार के फूल उगाये जाते हैं। किन्तु वर्तमान समय की विशेष आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए नियंत्रित वातावरण में फूल उपजाए जाते हैं, जो सामान्यतः खुले वातावरण में ठीक से नहीं उपजाए जा सकते हैं।

ग्रीन हाउस में फूलों की खेती

3 mins

शून्य बजट प्राकृतिक खेती और इसके घटक

मिट्टी में अरबों सूक्ष्मजीव उपलब्ध हैं लेकिन रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों के निरंतर उपयोग ने इनकी आबादी को कम कर दिया है और इसे फिर से जीवंत करने की आवश्यकता है। घरेलू भारतीय गायों का गोबर और मूत्र इन रोगाणुओं का अच्छा स्त्रोत है।

शून्य बजट प्राकृतिक खेती और इसके घटक

5 mins

व्यापारिक बीज उत्पादन उभरता व्यवसाय...

आधुनिक समय में किसानों में उच्च गुणवत्ता एवं उत्पादन वाले बीजों के बारे में जागरूकता बढ़ रही है। किसानों का रूझान हाइब्रिड बीजों की ओर बढ़ रहा है। बीज उद्योग में पहले सरकारी कंपनियों का दबदबा था परन्तु 1988 से नई बीज पॉलिसी के लागू होने से निजी क्षेत्र की बीज कंपनियों ने बीज विकास एवं बाजारीकरण में अहम हिस्सा डालना शुरू कर दिया है।

व्यापारिक बीज उत्पादन उभरता व्यवसाय...

7 mins

जिप्सम का फसलों में महत्व एवं उपयोग

जिप्सम क्या है?

जिप्सम का फसलों में महत्व एवं उपयोग

5 mins

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Modern Kheti - Hindi Magazine Description:

PublisherMehram Publications

CategoryBusiness

LanguageHindi

FrequencyFortnightly

Modern Kheti, as the name indicates, relates to the modern agricultural techniques; conservative and cash crops, allied professions and farm machinery through training programs or upcoming events on a national and international level. Introduced in 1987, it is the leading and most widely read agriculture based magazine throughout Northern India. Punjab and Haryana, extensively known as the food grain basket of India, has in almost every household Modern Kheti, as it caters to every aspect of farming like growing of seasonal crops, their problems & solutions, conservative and cash crop farming. It also covers – fishery, poultry dairy, bee keeping, floriculture, horticulture etc. The main aim of Modern Kheti is to keep up the spirit of farming, bond different regions and help agriculture grow. It inspires the youth to take up agriculture as farming with a lot of emphasis on organic and profitable farming. It keeps in mind the health and prosperity of all i.e. taking mankind and nature together. It is published Fortnightly in Punjabi and Hindi and covers the whole of Punjab, Haryana, Rajasthan, Himachal Pradesh, Uttaranchal etc. It is undoubtedly one of the best mediums trying to provide healthy information.

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