CATEGORIES
فئات
जवानों का हनीट्रैप का शिकार होना चिंताजनक
बीते दिनों राजस्थान में भारतीय सेना के एक जवान को महत्वपूर्ण सैन्य सूचनाएं लीक करने के आरोप में जोधपुर से गिरफ्तार किया गया है.
कैसे काशी विश्वनाथ मंदिर हो गया ज्ञानवापी मस्जिद
उत्तर प्रदेश
आखिर 'बॉर्न टू रूल' सिंड्रोम से कब बाहर आएंगे राहुल गांधी?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी का हालिया लंदन दौरा काफी सुर्खियों में रहा. लंदन में हुए 'आइडिया फॉर इंडिया’ कार्यक्रम में राहुल गांधी ने भारत के संविधान, अर्थव्यवस्था, कांग्रेस के चिंतन शिविर, विदेश नीति जैसे तमाम मुद्दों पर एक बार फिर अपना 'अलग नजरिया रखा. एक ऐसा नजरिया, जो खुद को सही साबित करने की छटपटाहट से शुरू होकर नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना से होते हुए भारत को एक देश के तौर पर ही कठघरे में खड़ा करने को तैयार रहता है. दरअसल, राहुल गांधी 'आइडिया फॉर इंडिया' कार्यक्रम में अपनी गलतियों के लिए सामने वाले (नरेंद्र मोदी, भाजपा, आरएसएस, जनता) को दोषी ठहराने की कोशिशों में लगे रहे.
8 का ठाट मोदी सरकार के आठ साल
सशक्त, निडर और राष्ट्रभक्ति के प्रेरक नेतृत्व में कोई देश महान कैसे बनता है और दुनिया कैसे उस प्रेरक नेतृत्व के प्रति सिर झुकाती है, इसका सर्वश्रेष्ठ उदाहरण हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं. नरेन्द्र मोदी जी के महान व्यक्तित्व और भारत को दुनिया के सामने एक महान देश के रूप में प्रस्तुत करने की वीरता व भागीरथी प्रयास की चर्चा से पूर्व इतिहास की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की विवेचना भी आवश्यक है. प्रसंग इंदिरा गांधी से जुड़ा हुआ है. इंदिरा गांधी 1971 में अमेरिका गई थीं और अमेरिका से वह मदद चाहती थीं. अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति निक्सन ने एक लॉन में 45 मिनट तक उन्हें इंतजार कराया था. भारत के पूर्व विदेश सचिव और पद्मभूषण महाराजा कृष्ण रसगोत्रा इस अपमानजनक घटना के साक्षी थे. रसगोत्रा ने अपनी आत्मकथा में इस घटना का जिक्र करते हुए लिखा है कि भारत जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश के प्रधानमंत्री के साथ इस तरह की कूटनीतिक अपमान की घटना अमेरिकी अहंकार की प्रतीक थी. दूसरा उदाहरण जवाहरलाल नेहरू के साथ जुड़ा हुआ है. चीन युद्ध के दौरान रूस ने नेहरू को धोखा दिया था. नेहरू रूस के धोखे से आक्रोशित थे. नेहरू ने अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति से बचाने की गुहार लगायी थी, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. तीसरा उदाहरण लालबहादुर शास्त्री के साथ जुड़ा है. 1965 के युद्ध में भारत ने महत्वपूर्ण चोटियों पर कब्जा किया था और पाकिस्तान की अपमानजनक पराजय हुई थी. तत्कालीन सोवियत संघ दादागिरी पर उतर आया था. लालबहादुर शास्त्री जी के साथ उस समय जो हुआ वह पूरा देश जानता है.
राहुल गांधी को जिग्नेश मेवाणी क्यों हैं पसंद
नेपाल के नाइटक्लब से शुरू हुआ विवाद राहुल गांधी का पीछा नहीं छोड़ रहा है. नेपाल से लौटते ही राहुल गांधी तेलंगाना के दौरे पर गये थे-और वहां भी कांग्रेस नेताओं के साथ मीटिंग का एक वीडियो बाहर आते ही राहुल गांधी निशाने पर आ गये. वीडियो में राहुल गांधी को ये पूछते सुना गया था कि 'बोलना क्या है?'
भारत के नये कुबेर
कोरोनाकाल के आरंभ होने लेकर अब तक दुनिया की अर्थव्यवस्था हिचकोले ही खाती रही है. बावजूद इसके अब धीरे-धीरे ही सही लेकिन अर्थव्यवस्था की गाड़ी पटरी पर लौटने लगी है. चौथी लहर की आशंका भले ही थोड़ी सिहरन पैदा करें लेकिन निराशा के बादल छंट रहे हैं. हालांकि 2021 में ही 'आइआइएफएल वेल्थ हुरून इंडिया रिच लिस्ट 2021' ने जो भारत के नये धन कुबेरों की सूची जारी की, वह भारत की नई पीढ़ी को ऊर्जावान बनाती है.
पीआरएस ओबराय कॉपोरेट जगत के भीष्म पितामह
शख़्सियत - पीआरएस ओबराय
पत्रकारिता के नैतिक मूल्यों को सहेजने की आवश्यकता
देश में पत्रकारों के अधिकारों की बात करे तो वैसे तो पत्रकारों को कोई विशेष अधिकार नहीं दिए गए है. संविधान में भी प्रेस का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया है. अनुच्छेद-19; सभी व्यक्तियों को बोलने की, स्वतंत्र रूप से अपनी बात रखने की आजादी प्रदान करता है. यही अनुच्छेद पत्रकारों पर भी लागू होता है.
खत्म हुई लाउडस्पीकर के शोर और सड़कों पर नमाज की कुप्रथा!
आजाद भारत के हर दौर में मुसलमानों ने कभी भी किसी मुसलमान को कौम का नेतृत्व (कयादत) का जिम्मा नहीं दिया. यूपी में भी कभी कांग्रेस, कभी सपा तो कभी बसपा पर भरोसा किया. और इस दौरान अल्पसंख्यक वर्ग ने मुस्लिमवादी दलों और मुस्लिम नेताओं पर विश्वास नहीं किया.
कौन जिम्मेदार है महिलाओं के अनचाहे गर्भधारण के लिए!
महिलाओ में अनचाहा गर्भ
एशियाई चैम्पियनशिप में भारतीय पहलवानों का जलवा
रवि ने 2015 में 55 किलोग्राम फ्रीस्टाइल वर्ग में सल्वाडोर डी बाहिया में विश्व जूनियर कुश्ती चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था.2017 में लगी चोट के बाद वह करीब एक साल तक कुश्ती से दूर रहे थे और उसके बाद 2018 में बुखारेस्ट में विश्व अंडर-23 कुश्ती चैम्पियनशिप में 57 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक जीतकर धमाकेदार वापसी करने में सफल हुए थे.
एक बार फिर डराने लगा है पंजाब!
1980 के दशक में पंजाब में शुरू हुआ आंतकवाद का दौर, ऑपरेशन ब्लू स्टार, पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या और उसके बाद हुए खून खराबे ने देश को वो जख्म दिया जो आजतक नहीं भर सका है. बहुत लम्बे समय तक प्रयास के बाद पंजाब आंतकवाद के चंगुल से बाहर निकला, ऐसे में इस तरह की घटनायें परेशान करने वाली हैं. ऐसा नहीं है कि इससे पहले पंजाब में आतंकवादी घटनाएं नहीं घटी. नवंबर 2018 में अमृतसर के निरंकारी भवन में ब्लास्ट, जनवरी 2017 में सिरसा के मोड़ मंडी में ब्लास्ट, जनवरी 2016 में पठानकोट एयर बेस पर हमला और 2015 में गुरुदासपुर में पुलिस स्टेशन पर भी हमला हुआ, पर पिछले एक साल में जितनी तेजी से ये घटाएं बढ़ी हैं वो ये बताती हैं कि खतरा हमारी समझ से कही बड़ा है.
आजम की नाराजगी की वजह कहीं रामपुर लोकसभा उप-चनाव तो नहीं हैं
उत्तर प्रदेश की रिक्त दो महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों के लिए के लिए जुलाई में मतदान होना है.
आखिर क्यों गहरा रहा है देश में बिजली का संकट?
बिजली संकट
मंदिर-मस्जिद में लाउडस्पीकर नियंत्रित कर योगी ने रचा इतिहास
यूपी में संस्था कोई हो तेज आवाज में लाउड स्पीकर बजाने वालों की खैर नहीं है. एडीजी के अनुसार शासन ने तेज आवाज में लाउडस्पीकर बजाने वालों की रिपोर्ट तलब की है. ADG लॉ एंड ऑर्डर ने बताया कि अलविदा की नमाज और इसके पहले जो अन्य धर्मों के भी त्योहार हुए हैं, उनमें लाउडस्पीकर की आवाज कम करने के लिए लगभग 37,344 धर्मगुरुओं से बात की गई है.
भारत : बढ़ती साख
बीते कुछ महीने में वैश्विक समीकरण में काफी बदलाव आएं हैं, अभी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन भारत के दौरे पर आएं तो उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय यूनियन भारत को बराबर का रूतबा दे रहे हैं. उनका यह बयान अनायास नहीं है. भारत की विदेश नीति देश की स्वतंत्रता की 75 सालगिरह मनाते हुए अब तक के लगभग उच्चतम शिखर पर है.
राजस्थान में नहर विवाद बनेगा चुनावी मुद्दा
गहलोत का कहना है कि यदि केंद्र सरकार इस परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा दे देती है तो परियोजना की कुल लागत का 90 प्रतिशत खर्चा केंद्र सरकार उपलब्ध करा देगी. राज्य सरकार को मात्र 10 प्रतिशत राशि ही खर्च करनी पड़ेगी. ऐसे में 40 हजार करोड़ रुपयों वाली इस बड़ी परियोजना को धन की उपलब्धता के चलते जल्दी पूरा किया जा सकेगा. जिससे प्रदेश के 13 जिलों का कायाकल्प हो जाएगा.
भारत की सबसे ताकतवर है मिसाइल ब्रह्मोस
ब्रह्मोस मिसाइल मध्यम रेंज की रेमजेट सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल है, जिसे पनडुब्बियों, युद्धपोतों, लड़ाकू विमानों और जमीन से दागा जा सकता है. यह दस मीटर की ऊंचाई पर भी उड़ान भर सकती है और रडार के अलावा किसी भी अन्य मिसाइल पहचान प्रणाली को धोखा देने में भी सक्षम है, इसीलिए इसे मार गिराना लगभग असंभव माना जाता रहा है.
नरोत्तम मिश्रा मध्य प्रदेश के 'योगी आदित्यनाथ'!
नरोत्तम मिश्रा और योगी आदित्यनाथ के बयानों में नजर आने वाला साम्य यूं ही नहीं है. साफ है कि नरोत्तम मिश्रा योगी आदित्यनाथ के नक़्शे कदम पर हैं और आने वाले वक़्त में अपराधियों के सामने वैसा ही टेरर कायम करेंगे जैसा वर्तमान में यूपी में योगी आदित्यनाथ ने कर रखा है.
धर्म दिमाग पर चढ़ जाए तो जहर बन जाता है
आये रोज आपने हनुमान चालीसा मंदिरों, घरों और यहां तक कि मन में भी पढ़ी होगी. जय हनुमान ज्ञान गुन सागर, जय कपीस तिहुं लोक उजागर के बारे कहते हैं जो सच्ची श्रद्धा से हनुमान चालीसा का पाठ करता है उसके सारे दुख दूर हो जाते हैं.
देश के विकास पर विदेश नीति का असर
भारत की विदेश नीति की बुनियाद पंडित नेहरू ने वैश्विक निरस्त्रीकरण, गुट निरपेक्षता और पंचशील के सिद्धांतों पर रखी थी. यदि कहें कि इन सभी विचारों को प्रचारित और प्रसारित करने में भारत अक्षम रहा तो गलत नहीं होगा. पंचशील के सिद्धांतों की चीन ने शुरू में ही धज्जियां उड़ा दी थी. वैश्विक निरस्त्रीकरण में वार्ता केवल बराबर वालों में ही हो सकती है और गुटनिरपेक्ष आंदोलन भी अप्रासंगिक हो चुका है. गुट निरपेक्ष देशों की अगुआई के बावजूद शीतयुद्ध काल में भारत का झुकाव रूस की ओर था. अतः स्पष्ट है कि विदेश नीति में राष्ट्रहित सर्वोपरि होता है आदर्शवाद नहीं.
कश्मीर में पर्यटकों की रिकार्ड आवक का मतलब समझें
कश्मीर की वादियों से बहने वाली फिजाएं अब कश्मीरियों के बीच एक उम्मीद अवश्य जगा रही हैं. उम्मीद इस बात क अब घाटी में जिंदगी पटरी पर लौट रही है.
चंपारण सत्याग्रह - किसानों के शांतिपूर्ण विद्रोह का प्रतीक
इसी अप्रैल में चंपारण के किसान आंदोलन को 105 वर्ष पूर्ण हुए. खेती के कॉर्पोरेटाइजेशन या कंपनीकरण और शोषण की संगठित लूट के खिलाफ चले आंदोलन की कई मांगों की जड़ें चंपारण तक पहुंची मिलेंगी. इसके पहले विद्रोह हुए थे परंतु इस तरह का संगठित नियोजनपूर्ण प्रयास नहीं हुआ था. ये एक सदी पहले किसानों का पहला संगठिक शांतिपूर्ण अहिंसात्मक आंदोलन था. गांधी जी 175 दिन बिहार के चंपारण में रुक कर आंदोलन चलाते रहे. बदले मे चंपारण ने इसे गांधी जी की नेतृत्व को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित करने वाला पहला आंदोलन बना दिया.
आजम खान बने मुस्लिस वोटबैंक का जैकपॉट !
राजनीतिक पंडित मानते हैं कि आजम बसपा के मरे हुए हाथी में भी जान फूंक सकते हैं. और जेल की यातनाओं से कमजोर आजम और अधमरा हो चुका हाथी कांग्रेस के पंजर हो चुके पंजे से हाथ मिला लें तो आगामी लोकसभा में पंचर साइकिल के पहिए ही गायब हो जाएं तो कोई ताजुब नहीं. और ऐसे नए समीकरण भाजपा को चुनौती दे सकते हैं.
अंटार्कटिका का बढ़ता ताप नए खतरे का संकेत
अंटार्कटिका में दुनिया के पहाड़ों पर मौजूद सभी ग्लेशियर की तुलना में 50 गुना ज्यादा बर्फ है और अगर ये ग्लेशियर पिघल गए तो इससे पृथ्वी का तापमान करीब 60 डिग्री तक बढ़ जाएगा. ये इतना ज्यादा होगा कि इंसान इस गर्मी को बर्दाश्त नहीं कर पाएगा.
दलित राजनीति से होंगी दूर मायावती!
मायावती ने राहुल गांधी के गठबंधन प्रस्ताव को 'पूरी तरह तथ्यों से परे' बताया है, 'रत्ती भर भी कोई सच्चाई नहीं है.' राहुल गांधी ने दावा किया ने था कि कांग्रेस की तरफ से यूपी चुनाव में मायावती को मुख्यमंत्री पद की पेशकश के साथ चुनावी गठबंधन का प्रस्ताव दिया गया था, लेकिन बीएसपी नेता ने कोई जवाब नहीं दिया.
मोदी के भरोसे आगे बढ़ती भाजपा
हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय जनता पार्टी सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभाव से ही आगे बढ़ रही है.
ईंधन की आग
सरकार पिछले आठ सालों में पेट्रोल-डीजल पर साढ़े छब्बीस लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि आम जनता से कर के रूप में वसूल चुकी है.
शहबाज कितने 'शरीफ'?
'पाकिस्तान कश्मीरियों का है और कश्मीरी पाकिस्तान के हैं... कश्मीर में कल जो कुछ हुआ है, उस पर चर्चा के लिए हम सब यहाँ मौजूद हैं. आर्टिकल 35अ के तहत कश्मीर का जो स्पेशल स्टेटस था उसको खत्म करके मोदी सरकार ने कश्मीर पर कब्जा कर लिया है. कश्मीर की वादी में निहत्थे मुसलमानों का दिन रात खून बह रहा है.'
भगवान राम के वनवास की स्मृतियों को छत्तीसगढ़ में सहेजने का प्रयास
राम वन गमन पर्यटन परिपथ के प्रथम चरण में पौराणिक महत्व के 9 स्थलों का 138 करोड़ रूपए की लागत से किया जा रहा है विकास