![फरजी डाक्टर औपरेशन धड़ाधड़, 9 मौतें](https://cdn.magzter.com/1400327965/1705295156/articles/uAm3eEKH11705925909224/1705926436677.jpg)
जहां ये अग्रवाल मैडिकल सेंटर चलता था, वहां 10 किलोमीटर के अंदर ऐसे कई क्लीनिक चलते हैं, जहां पर बिना डिग्री के डाक्टर व स्टाफ काम करते हैं. जांच के दौरान अग्रवाल मैडिकल सेंटर के अंदर सब से अधिक सफदरजंग अस्पताल से आए मरीजों के कागजात मिले.
दिल्ली के इन फरजी डाक्टरों का सालों से फरजी गोरखधंधा देश की राजधानी में अग्रवाल मैडिकल सेंटर में धड़ल्ले से चल रहा था. यह अस्पताल गैंग की तरह चलता था. बेहद सस्ते में इलाज और सर्जरी का लालच दे कर यह मरीजों को फंसाते थे. यह गैंग मरीजों को डरा कर उन से मोटी रकम वसूल कर धड़ाधड़ सर्जरी करता था. पैसों की खातिर गैंग की नजरों में मरीज की जान की कोई कीमत ही नहीं थी.
इस अस्पताल में सिर्फ 2 डाक्टर ही थे, डा. नीरज अग्रवाल और डा. जसप्रीत सिंह. नीरज एमबीबीएस है, लेकिन दिल्ली मैडिकल काउंसिल उस के रजिस्ट्रेशन को 3 बार रद्द कर चुकी है. हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि सर्जन डा. जसप्रीत सिंह तो बिना औपरेशन थिएटर में पहुंचे, बिना मरीज को छुए ही अस्पताल के लिए कागजों पर सर्जरी कर दिया करता था.
सर्जरी तो डा. जसप्रीत के नाम पर होती थी, लेकिन उसे अंजाम देते थे अस्पताल में कार्यरत मुन्नाभाई एमबीबीएस.
दक्षिणी दिल्ली के ईस्ट औफ कैलाश के गढ़ी गांव निवासी 44 वर्षीय जय नारायण कई दिनों से पेट के दर्द से परेशान चल रहे थे. उन के चचेरे भाई ने उन का चैकअप कराया. अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट से पता चला कि उन के पित्ताशय में पथरी है.
पथरी से निजात पाने के लिए उन को औपरेशन की सलाह दी गई. तब उन्हें बताया गया कि दिल्ली के पौश इलाके ग्रेटर कैलाश में अग्रवाल मैडिकल सेंटर नाम का एक नर्सिंग होम है. इस में इलाज सस्ता और अच्छे डाक्टरों द्वारा किया जाता है.
इस जानकारी के बाद जय नारायण अपने चचेरे भाई राजपाल सिंह, जो दिल्ली के ही श्रीनिवासपुरी वार्ड के निगम पार्षद हैं, के साथ इस अस्पताल में 26 अक्तूबर, 2023 को जा पहुंचे. परिजनों ने अस्पताल के डाक्टरों से बातचीत के बाद औपरेशन फीस जमा कर दी. इस के साथ ही औपरेशन के लिए आवश्यक दवाएं, इंजेक्शन, सर्जिकल ब्लेड आदि सामान भी डाक्टरों के कहने पर ला कर दिए. अगले दिन की तारीख जय नारायण के औपरेशन के लिए दे दी गई.
هذه القصة مأخوذة من طبعة January 2024 من Manohar Kahaniyan.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة January 2024 من Manohar Kahaniyan.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
![महाभारत सीरियल के कृष्ण का आईएएस पत्नी संग पंगा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/8ByClSDJW1718100007137/1718100280848.jpg)
महाभारत सीरियल के कृष्ण का आईएएस पत्नी संग पंगा
'महाभारत' सीरियल में कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज ने अपनी आईएएस पत्नी स्मिता से पंगा ले लिया है. अभिनेता से संसद तक का सफर तय करने वाले नीतीश भारद्वाज और आईएएस पत्नी के बीच ऐसी क्या वजह रही कि उन के घर में ही महाभारत शुरू हो गई और मामला अदालत तक पहुंच गया.
![शहजादी की अधूरी मोहब्बत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/q-1YzylJ_1718099642712/1718100004791.jpg)
शहजादी की अधूरी मोहब्बत
बादशाह औरंगजेब की शहजादी जैबुन्निसा बहुत विद्वान थी. उस के दिल में अलगअलग समय पर तायाजाद भाई सुलेमान शिकोह, महाराजा छत्रसाल, शिवाजी महाराज और गवर्नर अकील खां रजी ने जगह बनाई, लेकिन इन में से उसे किसी का प्यार नसीब नहीं हुआ. आखिर ऐसी क्या वजह रही कि अपने अब्बा हुजूर की आंखों का तारा रही इस शहजादी को अपने प्यार के लिए तड़पना पड़ा?
![कान्स फिल्म महोत्सव में भारतीय सिनेमा की हुई बल्लेबल्ले](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/lvuQZfcDz1718099408225/1718099640116.jpg)
कान्स फिल्म महोत्सव में भारतीय सिनेमा की हुई बल्लेबल्ले
भारतीय सिनेमा के लिए इस बार का कान्स फिल्म महोत्सव पुरस्कारों, तालियों और तारीफों की झोली भरने वाला साबित हुआ. एक फिल्म और एक अदाकारा ने इतिहास रच डाला. फिल्म का प्रभाव ऐसा कि उस के खत्म होने पर 8 मिनट तक दर्शक तालियां बजाते रहे. उस फिल्म की निर्देशक पायल कपाड़िया को ग्रैंड प्रिक्स पुरस्कार मिला. मुंबई में रहने वाली 3 कामकाजी महिलाओं की मित्रता और जीवटता को दर्शाने वाली फिल्म 'औल वी इमेजिन ऐज लाइट' की जितनी भी तारीफ की जाए कम कही जाएगी.
![अस्पताल में कैंसर की दवा के नाम पर बेच रहे थे मौत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/JeLkYYuF31718099089535/1718099391654.jpg)
अस्पताल में कैंसर की दवा के नाम पर बेच रहे थे मौत
दिल्ली के नामी राजीव गांधी कैंसर अस्पताल में अस्पताल के ही लोग बहुत महंगे मिलने वाले नकली इंजेक्शन बेच रहे थे. पैसे कमाने के लिए ये मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे थे. क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े गैंग के एक दरजन सदस्यों कल इंजेक्शन बनाने से ले कर बेचने तक की जो प्रक्रिया बताई, वह ऐसी चौंकाने वाली निकली कि.....
![22 साल से लापता बेटा जब संन्यासी बन कर लौटा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/d4LFEp4Ik1718098651533/1718099071153.jpg)
22 साल से लापता बेटा जब संन्यासी बन कर लौटा
रतिपाल का 11 वर्षीय लापता बेटा अरुण 22 साल बाद जब संन्यासी बन कर उन्हीं के दरवाजे पर भिक्षा लेने पहुंचा तो उन के साथसाथ गांव वाले भी अचंभित हो गए. रतिपाल बेटे को संन्यास आश्रम से गृहस्थ आश्रम में लाने की तैयारी कर रहे थे कि उसी समय उन्हें उस संन्यासी की ऐसी सच्चाई पता चली कि....
![संतान प्राप्ति के लिए नरबलि दोषियों को उम्रकैद](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/egs7n2Dd-1718098253855/1718098635843.jpg)
संतान प्राप्ति के लिए नरबलि दोषियों को उम्रकैद
भले ही हम चांद पर क्यों न पहुंच गए हों, लेकिन तमाम लोग आज भी अंधविश्वास में कड़े हुए हैं. तभी तो गोद भरने के लिए कानपुर में एक बच्ची की न सिर्फ बलि दी गई, बल्कि पतिपत्नी ने उस के कलेजे को कच्चा खाया. पढ़िए, रोंगटे खड़े कर देने वाली यह सोशल कहानी.
![प्यार में हुई संतकबीर नगर की नेत्री की हत्या](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/Q9C74EMQQ1718097965517/1718098248887.jpg)
प्यार में हुई संतकबीर नगर की नेत्री की हत्या
28 वर्षीय नंदिनी राजभर बला की खूबसूरत के साथ एक राजनीतिक पार्टी की प्रदेश महासचिव थी. इसी दौरान उसे 27 वर्षीय साहुल राजभर से प्यार हो गया. वह उसे जीवनसंगिनी बनाना चाहता था, फिर ऐसा क्या हुआ कि नंदिनी को दिलोजान से चाहने वाला यह आशिक उस का हत्यारा बन गया?
![मुसलिम देश की मौडल्स का स्विमसूट में जलवा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/eTxtin4F21718097822948/1718097964256.jpg)
मुसलिम देश की मौडल्स का स्विमसूट में जलवा
परदे और पहनावे को ले कर बेहद संजीदा रहने वाले मुसलिम देशों की औरतों को बुरके से अपना चेहरा छिपाना पड़ता है. खास कर सऊदी अरब की मुसलिम महिलाओं को ढंकी देह वाली पोशाकें और उन के सार्वजनिक स्थानों में उठने बैठने या विभिन्न आयोजनों में शामिल होने को ले कर कई तरह की पाबंदियों से हो कर गुजरना पड़ता है.
![सीतापुर सामूहिक हत्याकांड खुशियों में खूनी खलल](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/AyKtTMS0n1718097392696/1718097818536.jpg)
सीतापुर सामूहिक हत्याकांड खुशियों में खूनी खलल
अच्छी खासी 100 बीघे में खेतीबाड़ी. बंपर उपज लाखों का सालाना टर्नओवर. किसानी और नौकरी करने वाला भरापूरा शिक्षित परिवार. दोमंजिला आलीशान मकान. परिवार के लोगों के पास अपनी अपनी गाड़ियां... एक दिन उन की खुशहाली और खुशियों में ऐसी 'खूनी खलल पड़ी कि उस का कारण ढूंढने पुलिस महकमा जुट गया. पढ़ें, घर के ही एक सदस्य द्वारा 6 लोगों की हत्या की दिल दहला देने वाली पूरी कहानी.
![बांग्लादेशी सांसद के किए 80 टुकड़े](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/6501/1728498/nEDAaE6iC1718097044065/1718097388979.jpg)
बांग्लादेशी सांसद के किए 80 टुकड़े
कसाई द्वारा 80 टुकड़ों में काटे गए बांग्लादेशी सांसद अनवारुल अजीम की हत्या की तह में कई कहानियां हैं. सोने की तसकरी से ले कर हनीट्रैप, प्रेम प्रसंग, बचपन के दोस्त की साजिश और 5 करोड़ की सुपारी! कैसे हुई वारदात ? कैसे हुआ खुलासा? क्या ढाका की डीबी और पश्चिम बंगाल पुलिस को मिले सांसद के 80 टुकड़े ? कितनी उलझी थी ढाका और कोलकाता से जुड़ी इस वारदात की गुत्थी? पढ़ें, रोंगटे खड़ी कर देने वाली कहानी.