आज दुनियाभर में लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, थायरॉइड, स्ट्रोक, कैंसर, अल्जाइमर रोग, कोरोनरी धमनी रोग, पार्किंसंस और एचआईवी आदि जैसे क्रोनिक रोगों से जूझ रहे हैं। इनसे बच्चे, किशोर, वयस्क और वृद्ध सभी आयु के व्यक्ति पीड़ित हैं। इन क्रोनिक बीमारियों में अकसर दवाओं व नियमित जांच के लिए बार-बार अस्पताल जाने के साथ जीवनभर उपचार कराना पड़ता है। इससे इन रोगियों को बहुत अधिक मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता है। इससे सिर्फ मरीज ही प्रभावित नहीं होता, बल्कि परिवार के सदस्य और देखभाल करनेवाले भी प्रभावित हो सकते हैं। फोर्टिस अस्पताल, वसंत कुंज, दिल्ली में कंसल्टेंट साइकियाट्रिस्ट डॉ. हिमांशु निर्वाण क्रोनिक रोगों से उत्पन्न हुए तनाव और उसके उपायों के बारे में बता रहे हैं।
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चिल्ड्रंस डे कुछ सवाल
अगर आज हम अपने बच्चों को बेहतर वर्तमान देने की हैसियत रखते हैं तो कल | हम देश के बेहतर भविष्य की गारंटी दे सकते हैं। चिल्ड्रंस डे पर दो अहम मुद्दे, जिन पर ध्यान देना जरूरी है। ये दोनों बातें बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं और इन्हें समझने की जरूरत है।
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