बेहद खूबसूरत फोटो फ्रेम्स, आर्ट वर्क, यूनीक पीसेज और पेंटिंग्स कलेक्शन में हैं, मगर इन्हें वॉल्स पर हैंग करने की तरकीब नहीं सूझती तो होम डेकोर के कुछ रूल्स फॉलो करने होंगे। अगर आपने नए घर में शिफ्ट किया है और वॉल्स को हाईलाइट करने के लिए आर्ट वर्क को इनोवेटिव तरीके से डिस्प्ले करना चाहते हैं तो जानिए कुछ सिंपल टिप्स और ट्रिक्स -
रूल 57 का
स्टार्टर्स के लिए पहला सिंपल रूल यह है कि कोई भी वॉल आर्ट हैंग करने से पहले दिमाग में नंबर 57 को फीड कर लें। कभी ना कभी आर्ट गैलरीज या प्रदर्शनी में गए होंगे। आर्ट वर्क को फ्लोर से 57-60 इंच की हाइट पर ही डिस्प्ले किया जाता है। गैलरी प्रोफेशनल्स यही टिप देते हैं कि फ्लोर से इतनी दूरी पर आर्टपीस को हैंग किया जाना चाहिए। यानी यह आई लेवल पर हो। इससे आंखों पर अधिक जोर नहीं पड़ेगा।
फॉर्मूला 60-40 का
इंटीरियर डिजाइनर नताशा कहती हैं कि डेकोरेशन का मतलब यह नहीं कि हर अल्लम-गल्लम आर्ट से दीवार कवर कर दें। वॉल का कम से कम 40 प्रतिशत हिस्सा ब्लैंक रखें। चाहे बड़ी सी पेंटिंग लगाएं या गैलरी इंप्रेशन देना चाहें, याद रखें कि दीवार की 60 फीसदी से अधिक जगह ये चीजें ना घेरें।
वॉल के बजाय फ्लोर यूज करें
आर्ट को हैंग करने के अलावा भी इसे डिस्प्ले किया जा सकता है। इसे फ्लोर या स्टैंड पर रख कर देखें। खासतौर पर बड़े वर्टिकल पीसेज या आर्ट वर्क के साथ ऐसा किया जा सकता है। लेकिन घर के कॉमन प्लेस पर ऐसा ना करें, क्योंकि इससे मूवमेंट में बाधा आ सकती है। स्टडी, रीडिंग- म्यूजिक रूम या स्टूडियो के लिए यह आइडिया बेहतर काम करेगा।
13-6 का नियम
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