![बेदम ना कर दे यह पसीना बेदम ना कर दे यह पसीना](https://cdn.magzter.com/1390218581/1658539502/articles/uhuNFhsYg1658750338411/1658750818610.jpg)
तेज गर्मी और साथ में मौसम की बढ़ी नमी। नतीजा, ढेरों समस्याएं। जानकारों की मानें तो गर्मी और नमी का मिलना घातक हो सकता है। नतीजा, कई अप्रत्याशित स्वास्थ्य समस्याएं। जब हवा में नमी अधिक होती है, तो गर्म नमी हमारी त्वचा पर ज्यादा वक्त तक रहती है, जिससे हमें और भी अधिक गर्मी का अहसास होता है। अधिक नमी के कारण हीट स्ट्रोक, ब्रेन डिसऑर्डर से लेकर डिप्रेशन, संक्रमण सरीखी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। वहीं, तेज गर्म हवाएं शरीर में पानी की कमी, हीट स्ट्रोक, त्वचा, दिल से संबंधित बीमारियों का कारण बन सकती है। ज्यादा नमी शरीर पर गर्मी के प्रभाव को तेज कर सकती है, जिससे बेहोशी के दौरे, हीट स्ट्रोक, दिल का दौरा और मूड स्विंग आदि का सामना करना पड़ सकता है। अब सवाल उठता है भला ऐसा होता क्यों है? ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब नमी त्वचा पर ज्यादा देर तक रहती है तो शरीर का ठंडा होना मुश्किल हो जाता है।
सेहत पर लगता है बट्टा
नमी सबसे पहले आपकी सेहत पर बट्टा लगाती है। आर्द्रता यानी नमी सांसों से जुड़े संक्रमण और एलर्जी का कारण बनती है। इस मौसम में फफूंद का बढ़ना भी संक्रमण का कारण बनती है। एक अध्ययन में पाया गया कि जब आर्द्रता 50 प्रतिशत से कम होती है, तो फफूंद की आबादी सबसे कम होती है, जबकि आर्द्रता 80 प्रतिशत से अधिक होने पर उसमें खासा इजाफा हो जाता है। इनका भी सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। दिल की बीमारी से जूझ रहे लोगों के लिए यह चुनौतियां बढ़ा देता है। यह स्थिति बच्चों के लिए भी घातक होती है क्योंकि यह उनकी रोग प्रतिरोधी क्षमता को कम करता है, जिससे वे वायरल संक्रमण के लिए अतिसंवेदनशील हो जाते हैं। आर्द्रता से बचने के लिए घर में ह्यूमिडफायर का इस्तेमाल किया जा सकता है। अपने आहार में बहुत सारे फल और सब्जियां शामिल करें। शरीर में पानी के स्तर को ठीक रखें। इसके लिए हर रोज चार लीटर पानी पिएं।
उबासी या थकान होती है महसूस
هذه القصة مأخوذة من طبعة July 23, 2022 من Anokhi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة July 23, 2022 من Anokhi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
![शादी के बाद भी जरूरी है अपनी अलग पहचान शादी के बाद भी जरूरी है अपनी अलग पहचान](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1995554/MaGxygzBX1739788428908/1739788657427.jpg)
शादी के बाद भी जरूरी है अपनी अलग पहचान
विवाह जीवन भर का साथ होता है। लेकिन इसके सही मायने समझने की जगह अकसर लोग जीवनसाथी को अपनी उंगली पर नचाने में जुट जाते हैं। कभी-कभी यह निर्भरता इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि एक साथी घुटन महसूस करने लगता है। शादी के बाद भी अपनी अलग पहचान कैसे रखें बरकरार, बता रही हैं स्वाति शर्मा
![अब होगी सुबह की खुशनुमा शुरुआत अब होगी सुबह की खुशनुमा शुरुआत](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1995554/T2Fc3nSLB1739788678350/1739788843634.jpg)
अब होगी सुबह की खुशनुमा शुरुआत
भारी मन और तनाव के साथ क्या हर सुबह आपकी भी नींद खुलती है ? नियमित रूप से अगर ऐसा होता है, तो यह मॉर्निंग एंग्जाइटी का लक्षण है। ध्यान न देने पर यह समस्या विकराल रूप धारण कर सकती है। कैसे समय रहते इससे उबरें, बता रही हैं स्मिता
![सही खानपान से दर्द पर पाएं काबू सही खानपान से दर्द पर पाएं काबू](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1987945/1cb7wmIpy1739166639332/1739170593023.jpg)
सही खानपान से दर्द पर पाएं काबू
पीरियड के समय होने वाला असहनीय दर्द एक आम समस्या है, जिसके लिए पीसीओएस नाम की बीमारी जिम्मेदार होती है। कैसे खानपान के माध्यम से इस बीमारी के लक्षणों को करें नियंत्रित, बता रही हैं शमीम खान
![हुस्न पर तनाव की काली छाया हुस्न पर तनाव की काली छाया](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1987945/0VPJmnpyU1739169451357/1739170561770.jpg)
हुस्न पर तनाव की काली छाया
मानसिक तनाव आम समस्या बात बनती जा रही है। और इसका असर सेहत के साथ आपकी त्वचा और खूबसूरती पर भी पड़ता है। इसलिए न सिर्फ बेहतर दिखने के वास्ते बल्कि बेहतर जीवन जीने के लिए भी तनाव से बचने या उसके कम करने की तरीके पता होना जरूरी है। तनाव मुक्त होकर कैसे खूबसूरत नजर आएं, बता रही हैं स्वाति शर्मा
![काजल को दें आईशैडो का साथ काजल को दें आईशैडो का साथ](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1987945/eBQwFeEmx1739168951110/1739170562390.jpg)
काजल को दें आईशैडो का साथ
हम सबके पास ढेरों सवाल होते हैं, बस नहीं होता जवाब पाने का विश्वसनीय स्रोत। इस कॉलम के जरिये हम एक्सपर्ट की मदद से आपके ऐसे ही सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश करेंगे। इस बार ब्यूटी एक्सपर्ट देंगी आपके सवालों के जवाब। हमारी एक्सपर्ट हैं, गुंजन तनेजा
![नहीं होगा अब खाने पर नखरा नहीं होगा अब खाने पर नखरा](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1987945/WP59YQB2A1739166099050/1739170556513.jpg)
नहीं होगा अब खाने पर नखरा
बच्चे में पोषण की कमी, भोजन को नजरअंदाज करने की आदत या फिर कभी भी कुछ भी खा लेना जैसी चीजें क्या आपको भी परेशान करती हैं ? जवाब अगर हां है, तो उसमें खानपान की अच्छी आदतें विकसित करने की ओर आपको ध्यान देना होगा। कैसे होगा यह संभव, बता रही हैं दिव्यानी त्रिपाठी
![सबसे अलग होगी आपकी चमक सबसे अलग होगी आपकी चमक](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1987945/77gy3r_T31739169668761/1739170568147.jpg)
सबसे अलग होगी आपकी चमक
प्लैटिनम इन दिनों अपने प्यार को जताने का सबसे मुफीद माध्यम बनता जा रहा है। प्लैटिनम की बढ़ती लोकप्रियता का क्या है कारण, बता रही हैं सुजला मार्टिस
![अवकाश नहीं यह है आपका अधिकार अवकाश नहीं यह है आपका अधिकार](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1987945/Xii47Vr6j1739169106156/1739170562720.jpg)
अवकाश नहीं यह है आपका अधिकार
एक गर्भवती कामकाजी महिला को भी कई अधिकार मिले हैं ताकि उसे मातृत्व और करियर के बीच किसी एक को चुनने के लिए मजबूर न होना पड़े। मातृत्व अवकाश से जुड़े क्या-क्या हैं अपने देश में नियम, बता रही हैं स्वाति गौड़
![कच्चे केले की करामात कच्चे केले की करामात](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1987945/gLBJFnmVC1739166978104/1739170606173.jpg)
कच्चे केले की करामात
केला अपने हर रूप में इस्तेमाल योग्य है। पोषक तत्वों से भरपूर कच्चे केले से भी आप कई तरह के व्यंजन बना सकती हैं, बता रही हैं नीता वर्मा
![ऐसे देंगी खुशियां जिंदगी में दस्तक ऐसे देंगी खुशियां जिंदगी में दस्तक](https://reseuro.magzter.com/100x125/articles/5422/1987945/x1wcl2mra1739166418798/1739170558141.jpg)
ऐसे देंगी खुशियां जिंदगी में दस्तक
खुशहाल जिंदगी की तमन्ना हर किसी को होती है। पर, हर कोई इस तमन्ना को हकीकत में नहीं बदल पाता। आंकड़ों और शोध की जुबानी, आइए जानने की कोशिश करें खुशहाल जिंदगी का फॉर्मूला, बता रही हैं शाश्वती