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डॉक्टरी की पढ़ाई को लगा कौन-सा रोग?
यूक्रेन में फंसे मेडिकल छात्रों की पेशेवर व्यथा-कथा से सामने आया भारत में डॉक्टरी की पढ़ाई का सच. सीमित सीटें, तगड़ी प्रतिस्पर्धा, बहुत ज्यादा खर्च और शिक्षकों की कमी के कारण देश में चिकित्सा शिक्षा बढ़ती महत्वाकांक्षाओं के साथ कदम मिलाने में नाकाम
छोटी-छोटी बातों में हैं खुशियां बड़ी
जानें कि क्यों एक साफ-सुथरा कमरा भी उत्साह से भर देने वाला अनुभव हो सकता है
गांधी परिवार से मुक्ति की छटपटाहट
चुनावी हार से कांग्रेस में फिर उठी परिवर्तन की आवाज, विद्रोही गुट के और दूसरे नेता चाहते हैं कि निष्पक्ष संगठनात्मक चुनाव हों और जवाबदेह नेतृत्व' स्थापित हो, क्या नेहरू-गांधी परिवार इसके लिए राजी होगा?
गहरी कूटनीतिक साझेदारी
भारत-जापान संबंध
अब परिषद में भी होगे प्रबल
विधान परिषद चुनाव
(सियासी) दुर्ग हमारा, बाघ तुम्हारे!
सरिस्का में सबसे ज्यादा शावकों का पिता एसटी 13 बाघ फरवरी से नहीं दिखा
हर किरदार मैसेज दे, जरूरी नहीं
अभिनेत्री शेफाली शाह अपनी ताजा फिल्म जलसा, रोल चुनने की प्राथमिकताओं, पसंदीदा थ्रिलर्स और आने वाले प्रोजेक्ट्स के बारे में
सांप्रदायिक भड़ास से सराबोर
घाटी से कश्मीरी पंडितों को बर्बरतापूर्वक निकाल फेंकने की कहानी बयान करती विवेक अग्निहोत्री की द कश्मीर फाइल्स असहमति की आवाजों पर भी निशाना साधती नजर आती है
लालसा... लापरवाही
खस्ताहाल अर्थव्यवस्था देश के करोड़ों नौजवानों को सरकारी नौकरी पाने की और मुश्किल ख्वाहिश की ओर ढकेलने लगी-
बहुत निकले अरमां फिर भी...
घर खरीदने वालों को न्याय दिलाने वाले कानून रेरा की उम्र पांच बरस पार कर चुकी है, यह लोगों को घर दिलाने में कितना कारगर रहा?
नया सीएम पुरानी परेशानियां
मुख्यमंत्री भगवंत मान और आप ने पंजाब की राजनैतिक जंजीरें तो तोड़ दीं, क्या राज्य की जनता और अर्थव्यवस्था की बेड़ियां भी वे काट पाएंगे?
दूसरा जामताड़ा!
बिहार के नालंदा और नवादा जिलों की सीमा पर बसे कई गांव इन दिनों साइबर क्राइम का हॉटस्पॉट बनकर उभरे हैं. कई राज्यों की पुलिस लगातार यहां आकर साइबर ठगों को गिरफ्तार करके अपने साथ ले जा रही है. यहां तक कि पटना हाइकोर्ट ने इसके दूसरा जामताड़ा बनने की आशंका जता दी. यह इलाका आखिर कैसे बना साइबर ठगी का केंद्र, पूरी पड़ताल
तिल-तिल कर टूटा तिलिस्म
कभी दलितों में गहरी पैठ और दमदार काडर के बूते जबरदस्त रसूख रखने वाली पार्टी का 2022 के विधानसभा चुनाव में शीराजा बिखर गया. आखिर क्यों हुई उसकी इस तरह मिट्टी पलीद
चित्रा का रहस्य योग!
कौन है वह रहस्यमय शख्स जिसने शेयर बाजार के साथ छल किए और एनएसई की डायरेक्टर को अपना सहर्ष ताबेदार बना लिया?
क्या यह विनोद का विषय है?
रॉयल्टी विवाद
इंसाफ का परदा
हिजाब विवाद
सुधार का एक और मौका
कांग्रेस के आपसी झगड़े ने सत्तासीन भाजपा के लिए काम आसान कर दिया हालांकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट हार गए
विपक्ष में फूट का फायदा
बिखरे हुए विपक्ष ने सत्ता विरोधी रुझान का सामना कर रही भारतीय जनता पार्टी के लिए एक बार फिर से सरकार बनाने का रास्ता साफ कर दिया
राशन-शासन ने खिलाया कमल
विकास और कानून-व्यवस्था को बहस का मुद्दा बनाकर भाजपा ने उसमें खासी बढ़त ले ली. इसके अलावा जातियों के आधार पर वोटों को बंटने से रोकने के लिए उसने सामाजिक योजनाओं का जमकर सहारा लिया
मोदी + योगी = भाजपा विजय का नया फॉर्मूला
विधानसभा चुनाव 2022
पराजय की परतों में ही छिपे हैं सबक
किसी भी विपक्षी दल के पास भाजपा की संगठनात्मक शक्ति और उसके नैरेटिव को मात देने का माद्दा नहीं है. 2024 के आम चुनाव से पहले इस बिखरे शिराजे को समेटना आसान न होगा
धातु की गहरी धमक
चित्रकार-मूर्तिशिल्पी सुबोध गुप्ता फिर एक शानदार शो के साथ हाजिर. ऐसे ही काम से पहली बार उन्होंने नाम कमाया था
दक्षिण की ऊर्जा का केंद्र
विशेषज्ञों में इस बात पर बहस हुई कि लगातार उन्नति और सफलता की ओर बढ़ता तमिलनाडु भारत का अग्रणी राज्य कैसे बन सकता है
खामोशी के साथ काम जारी
सनी लियोनी के नए वेब शो अनामिका का अभी-अभी एमएक्स प्लेयर पर प्रीमियर हुआ है. वे बता रही हैं कि खेल में बने रहने की क्या अहमियत है उनके लिए
आप की नई सुबह
पंजाब के हताश-निराश मतदाताओं ने आप के चुनाव चिहन झाड़ से पुरानों को बुहार बाहर किया और भगवंत मान के साथ बिल्कुल नई शुरुआत की उत्सुकता दिखाई. मान ऐंड कंपनी के कंधों पर अब बड़ी जिम्मेदारी
अपने दम पर भाजपा
भाजपा को मणिपुर में यह जीत खून-खराबे पर लगाम कसने, कल्याण योजनाओं को जमीन पर उतारने और विपक्ष में अफरातफरी की बदौलत तोहफे में हासिल हुई
जंग का गर्दो-गुबार
यूक्रेन पर रुस के आक्रमण से दुनिया भर की अर्थव्यवस्था संकट में, असर की तीव्रता इस पर निर्भर करेगी कि संकट कितना लंबा चलता है
जनमानस का जायजा
यूपी के सात चरणों वाले चुनाव और इसी सूबे में सात महीनों की लगातार घुमाई के बाद क्या नजर आ रहे हैं बदलाव. फौरी नतीजों के कुछ संकेत और दीर्घकालिक पॉलिटिकल थ्योरीज पर असर
क्या होगा अंजाम
प्लादिमीर पुतिन यूक्रेन को धूल चटाने के लिए मैदान में आ तो डटे हैं लेकिन इस गुस्ताखी की भारत, खुद उनके देश रुस और पूरी दुनिया को आखिर कितनी कीमत चुकानी पड़ेगी?
क्या खत्म हो गया कोविड?
हल्के ओमिक्रॉन रूप ने महामारी को वश में करने की उम्मीदें जगाई. नई लहर उन लोगों की वजह से आ सकती है जिन्हें टीके नहीं लगे हैं