प्रिया (बदला हुआ नाम)
जैसलमेर के पास के एक गांव की 16 साल की प्रिया (बदला हुआ नाम) एक पल के लिए भी अपनी मां का दामन नहीं छोड़ती. उसे हर पल यह डर सताता है कि मां से दूर हुई तो बलात्कारी फिर से उसे अपनी हवस का शिकार बना डालेगा. दरअसल, 18 माह पहले पास में ही रहने वाले मनोहर नाम के एक दरिंदे ने नशे की गोलियां खिलाकर प्रिया को अपनी हवस का शिकार बना डाला था. इसके बाद कई बार नशीली गोलियां खिलाकर उसने प्रिया के साथ बलात्कार किया. प्रिया गर्भवती हुई तो गर्भ गिराने के लिए भी वह किसी झोलाछाप से गोलियां ले आया. गोलियां खाते ही प्रिया के शरीर से खून बहने लगा तो वह उसे अस्पताल में पटककर भाग गया. अस्पताल प्रशासन ने प्रिया के परिजनों को सूचित किया. इसके बाद परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने बलात्कारी को गिरफ्तार किया. बलात्कारी के परिजन आज भी प्रिया के परिवार को केस वापस लेने के लिए धमकाते हैं. प्रिया को अभी तक पीड़ित प्रतिकर स्कीम के तहत कोई मुआवजा नहीं मिला है, जबकि बलात्कारी मनोहर एक सप्ताह पहले ही जमानत पर छूट कर बाहर आ गया है.
कोमल (बदला हुआ नाम)
बलात्कार की एक घटना ने जोधपुर जिले की बालेसर तहसील के पास के एक गांव की बेटियों से उनका पढ़ाई का हक छीन लिया. गांव की 15 साल की कोमल के साथ उसके चचेरे भाई ने बलात्कार किया जिससे वह 6 माह की गर्भवती हो गई. पहले कोमल ने स्कूल के बच्चों पर बलात्कार का आरोप लगा दिया, पर पुलिस पड़ताल में यह खुलासा हुआ कि उसके चचेरे भाई ने उसके साथ बलात्कार किया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया, लेकिन समाज के दबाव के चलते कोमल के पिता ने बलात्कार के इस मामले में समझौता कर लिया. नतीजतन बलात्कार का आरोपी जेल से छूटकर बाहर आ गया. समझौता होने के कारण कोमल और उसके परिजनों को मुआवजा भी नहीं मिला. इस घटना के बाद कोमल ही नहीं, गांव की अधिकतर बेटियों का स्कूल जाना बंद हो गया है.
सुमन (बदला हुआ नाम)
هذه القصة مأخوذة من طبعة August 03, 2022 من India Today Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك ? تسجيل الدخول
هذه القصة مأخوذة من طبعة August 03, 2022 من India Today Hindi.
ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.
بالفعل مشترك? تسجيل الدخول
शोख सनसनी दिल्ली की
आर्ट क्यूरेटर, परोपकारी और सोशल मीडिया सनसनी शालिनी पासी नेटफ्लिक्स की सीरीज फैबुलस लाइव्ज वर्सज बॉलीवुड वाइव्ज में शिरकत करने के बाद मिली शोहरत का मजा ले रहीं
पाइ पटेल की भारत यात्रा
यान मार्टेल के चर्चित उपन्यास लाइफ ऑफ पाइ पर फिल्म भी बनी. और अब यह पुरस्कार विजेता नाटक
कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की
धूमीमल गैलरी में चल रही प्रदर्शनी ज्वॉइनिंग द डॉट्स दिल्ली के सांस्कृतिक दिल कनॉट प्लेस के चिरस्थायी आकर्षण को एक तरह की आदरांजलि
हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी
फिल्मकार पायल कपाडिया इन दिनों एक अलग ही रंगत में हैं. वजह है उनकी फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट और उन्हें मिल रही विश्व प्रसिद्धि. उनका सफर एक बड़े सिनेमाई मुकाम पर जा पहुंचा है. अब यहां से इस जुनूनी आर्टिस्ट का करियर एक नई उड़ान लेने को तैयार
रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते
पिछले महीने 86 वर्ष की उम्र में दिवंगत हुए रतन टाटा. भारत की सबसे पुरानी विशाल कंपनी के चेहरे रतन को हम में से ज्यादातर लोगों ने जब भी याद किया, वे एक सुविख्यात सार्वजनिक शख्सियत और दूसरी ओर एक रहस्यमय पहेली के रूप में नजर आए.
विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश
अर्थव्यवस्था मजबूत नजर आ रही है, मगर विदेशी निवेशक भारत पर अपना बड़ा और दीर्घकालिक दांव लगाने से परहेज कर रहे हैं
अब शासन का माझी मंत्र
मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में 'जनता प्रथम' के सिद्धांत वाली शासन प्रणाली स्थापित कर रही. उसने नवीन पटनायक के दौर वाले कथित नौकरशाही दबदबे को समाप्त किया. आसान पहुंच, ओडिया अस्मिता और केंद्रीय मदद के बूते बड़े पैमाने पर शुरू विकास के काम इसमें उसके औजार बन रहे
होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग
अमूमन दूसरे देशों के ठिकानों से साइबर अपराधी नेटवर्क अब टेक्नोलॉजी और फंसाने के मनोवैज्ञानिक तरीकों से जाल बिछाकर और फर्जी पुलिस और प्रवर्तन अफसरों का वेश धरकर सीधे सरल लोगों की जीवन भर की जमा-पूंजी उड़ा ले जा रहे
कुछ न कर पाने की कसक
कंग्रेस ने 16 दिसंबर, 2023 को जितेंद्र 'जीतू' पटवारी को मध्य प्रदेश का अपना नया अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था.
पुलिस तक पर्याप्त नहीं
गुजरात के तटीय इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी और शहरी इलाकों में लगातार बढ़ती प्रवासी आबादी की वजह से राज्य पुलिस पर दबाव खासा बढ़ गया है. ऐसे में उसे अधिक क्षमता की दरकार है. मगर बल में खासकर सीनियर अफसरों की भारी कमी है. इसका असर उसके मनोबल पर पड़ रहा है.