यह खैरात है या जरूरी मदद?
India Today Hindi|September 07, 2022
आखिर क्या कहें इसे ? आदमी को नाकारा बनाने वाली सियासी नौटंकी या गरीबों के उत्थान से जुड़ी अनिवार्य किस्म की बुराई ? व्यापक परिप्रेक्ष्य में की गई जरूरी बहस
श्वेता पुंज और अनिलेश एस. महाजन
यह खैरात है या जरूरी मदद?

मॉनसून भले ही कोताही बरत रहा हो, पर देश भर में मुफ्त रेवड़ियों की अब भी झड़ी लगी है. नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के गढ़ गुजरात में पैठ बनाने की कोशिश करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मतदाताओं को रिझाने के लिए तरकश का हर तीर छोड़ रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री उसी सांचे का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसे उन्होंने पहले राष्ट्रीय राजधानी और अभी हाल में पंजाब को भारी बहुमत के साथ फतह करने के लिए मुकम्मल ढंग से आजमाया था. गुजरात के मतदाताओं से उन्होंने जिन उदार खैरातों का वादा किया, उनमें महीने में 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली, 18 साल से ऊपर की उम्र की सभी महिलाओं को 1,000 रुपए मासिक भत्ता, हरेक नौजवान को नौकरी की गारंटी और नौकरी मिलने तक 3,000 रुपए महीना बेरोजगारी भत्ता शामिल हैं.

केजरीवाल अकेले नहीं हैं जिन्होंने ऐसी चीजों की निर्लज्ज घोषणाएं की हैं जिन्हें वे कल्याणकारी उपाय कहते हैं, पर जिन्हें प्रधानमंत्री पिछले कुछ वक्त से रेवड़ी या मुफ्तखोरी की संस्कृति कहकर उसकी भर्त्सना करते आ रहे हैं. मसलन, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को इस मामले में शायद ही कोई मात दे सकता है, जिन्होंने ऐसी घोषणाओं के बूते 2019 में सत्ता में आने के बाद कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू कीं. इसीलिए बच्चों को स्कूल भेजने के लिए माता-पिता को प्रोत्साहित करने की गरज से छात्र की मां को 15,000 रुपए की वित्तीय सहायता मिलती है, किसानों को मुफ्त या रियायती दरों पर बिजली या नकद हस्तांतरण मिलता है और हरेक किसान को 7,500 रुपए की सालाना वित्तीय सहायता मिलती है, अपनी टैक्सी और ऑटो चलाने वाले ड्राइवरों को 24,000 रुपए और हथकरघे के मालिक हर बुनकर परिवार को 10,000 रुपए मिलते हैं. इन योजनाओं की दरियादिली की कीमत राज्य को 27,451 करोड़ रुपए से चुकानी पड़ती है, जो उसकी जीएसडीपी (सकल से राज्य घरेलू उत्पाद) का 2.1 फीसद है और जिससे राज्य की आर्थिक वृद्धि काफी धीमी पड़ जाएगी.

هذه القصة مأخوذة من طبعة September 07, 2022 من India Today Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

هذه القصة مأخوذة من طبعة September 07, 2022 من India Today Hindi.

ابدأ النسخة التجريبية المجانية من Magzter GOLD لمدة 7 أيام للوصول إلى آلاف القصص المتميزة المنسقة وأكثر من 9,000 مجلة وصحيفة.

المزيد من القصص من INDIA TODAY HINDI مشاهدة الكل
शोख सनसनी दिल्ली की
India Today Hindi

शोख सनसनी दिल्ली की

आर्ट क्यूरेटर, परोपकारी और सोशल मीडिया सनसनी शालिनी पासी नेटफ्लिक्स की सीरीज फैबुलस लाइव्ज वर्सज बॉलीवुड वाइव्ज में शिरकत करने के बाद मिली शोहरत का मजा ले रहीं

time-read
1 min  |
December 04, 2024
पाइ पटेल की भारत यात्रा
India Today Hindi

पाइ पटेल की भारत यात्रा

यान मार्टेल के चर्चित उपन्यास लाइफ ऑफ पाइ पर फिल्म भी बनी. और अब यह पुरस्कार विजेता नाटक

time-read
2 mins  |
December 04, 2024
कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की
India Today Hindi

कला कनॉट प्लेस के इर्द-गिर्द की

धूमीमल गैलरी में चल रही प्रदर्शनी ज्वॉइनिंग द डॉट्स दिल्ली के सांस्कृतिक दिल कनॉट प्लेस के चिरस्थायी आकर्षण को एक तरह की आदरांजलि

time-read
3 mins  |
December 04, 2024
हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी
India Today Hindi

हिंदुस्तानी सिनेमा की एक नई रौशनी

फिल्मकार पायल कपाडिया इन दिनों एक अलग ही रंगत में हैं. वजह है उनकी फिल्म ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट और उन्हें मिल रही विश्व प्रसिद्धि. उनका सफर एक बड़े सिनेमाई मुकाम पर जा पहुंचा है. अब यहां से इस जुनूनी आर्टिस्ट का करियर एक नई उड़ान लेने को तैयार

time-read
7 mins  |
December 04, 2024
रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते
India Today Hindi

रतन टाटा जिन्हें आप नहीं जानते

पिछले महीने 86 वर्ष की उम्र में दिवंगत हुए रतन टाटा. भारत की सबसे पुरानी विशाल कंपनी के चेहरे रतन को हम में से ज्यादातर लोगों ने जब भी याद किया, वे एक सुविख्यात सार्वजनिक शख्सियत और दूसरी ओर एक रहस्यमय पहेली के रूप में नजर आए.

time-read
8 mins  |
December 04, 2024
विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश
India Today Hindi

विदेशी निवेश का बढ़ता क्लेश

अर्थव्यवस्था मजबूत नजर आ रही है, मगर विदेशी निवेशक भारत पर अपना बड़ा और दीर्घकालिक दांव लगाने से परहेज कर रहे हैं

time-read
6 mins  |
December 04, 2024
अब शासन का माझी मंत्र
India Today Hindi

अब शासन का माझी मंत्र

मोहन चरण माझी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार राज्य में 'जनता प्रथम' के सिद्धांत वाली शासन प्रणाली स्थापित कर रही. उसने नवीन पटनायक के दौर वाले कथित नौकरशाही दबदबे को समाप्त किया. आसान पहुंच, ओडिया अस्मिता और केंद्रीय मदद के बूते बड़े पैमाने पर शुरू विकास के काम इसमें उसके औजार बन रहे

time-read
6 mins  |
December 04, 2024
होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग
India Today Hindi

होशियार! गठरी में लगे महा डिजिटल ढंग

अमूमन दूसरे देशों के ठिकानों से साइबर अपराधी नेटवर्क अब टेक्नोलॉजी और फंसाने के मनोवैज्ञानिक तरीकों से जाल बिछाकर और फर्जी पुलिस और प्रवर्तन अफसरों का वेश धरकर सीधे सरल लोगों की जीवन भर की जमा-पूंजी उड़ा ले जा रहे

time-read
4 mins  |
December 04, 2024
कुछ न कर पाने की कसक
India Today Hindi

कुछ न कर पाने की कसक

कंग्रेस ने 16 दिसंबर, 2023 को जितेंद्र 'जीतू' पटवारी को मध्य प्रदेश का अपना नया अध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था.

time-read
2 mins  |
December 04, 2024
पुलिस तक पर्याप्त नहीं
India Today Hindi

पुलिस तक पर्याप्त नहीं

गुजरात के तटीय इलाके में मादक पदार्थों की तस्करी और शहरी इलाकों में लगातार बढ़ती प्रवासी आबादी की वजह से राज्य पुलिस पर दबाव खासा बढ़ गया है. ऐसे में उसे अधिक क्षमता की दरकार है. मगर बल में खासकर सीनियर अफसरों की भारी कमी है. इसका असर उसके मनोबल पर पड़ रहा है.

time-read
3 mins  |
December 04, 2024